गुरुवार, 17 जनवरी 2019

विधानसभा की बैठकों को लेकर सवाल खड़ा होने लगा है

जयपुर । सरकार चाहे किसी की भी बने, लेकिन, विधानसभा सत्र बुलाने के दौरान हर बार कंजूसी ही दिखाई देती रही है।  नियम कम से कम हर साल 60 बैठकों का है, लेकिन, अमूमन सरकारें इससे दूरी ही बनाकर  रखती हैं. राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद बुलाए विधानसभा सत्र के दौरान निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा ने इस मामले को उठाते हुए नवनियुक्त अध्यक्ष सीपी जोशी से कहा कि इस बार नियम की पालना कराएं।  



15वीं विधानसभा के पहले सत्र के दौरान सीपी जोशी ने विधानसभा अध्यक्ष का पद संभाल लिया है।  उनके पद संभालने के बाद धन्यवाद ज्ञापित करते हुए निर्दलिय विधायक संयम लोढा ने नये स्पीकर को विधानसभा बैठकों को लेकर नियमों की पूरी पालना कराने की बात कही।  उन्होंने कहा कि नियम के अनुसार साल में 60 बैठकें विधानसभा में होनी चाहिए।  लेकिन ऐसा हो नही रहा है।  आप कम से कम इस नियम को लागू करवाइयें।  दरअसल इसे सरकारों की उदासीनता कहें या फिर विधायकों के सवालों का डर हर सरकार विधानसभा सत्र की बैठकें बुलाने में कंजूसी ही दिखाती है।  दिसम्बर 1993 में बनी भैरो सिंह शेखावत सरकार से लेकर 2018 में बनी अशोक गहलोत की वर्तमान सरकार तक 25 सालों में विधानसभा से सरकारे भागती ही दिखाई दी है।  ये परम्परा रही थी कि हर साल कम से कम 60 बैठकें विधानसभा में होनी चाहिए।  लेकिन कोई भी सरकार इस परम्परा का निर्वहन नही कर रही है।  



 25 सालों में 3 बार प्रदेश में भाजपा की सरकार रही है तो दो बार कांग्रेस की. लेकिन, 25 सालों में केवल सरकारें ही बदली हैं, जबकि, सरकारों का रवैया एक जैसा ही रहा है।  जहां भैरोसिंह शेखावत वाली सरकार की 10 वीं विधानसभा में 5 सालों में 141 बैठकें हुई तो उसके बाद आयी कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार की 11 वीं विधानसभा में 5 सालों में 143 बैठके हुई।   गहलोत को सत्ता से हटाकर भाजपा की वसुंधरा राजे साल 2003 में सत्ता में आयी।  तब लगा कि सरकार के साथ ही रवैया भी बदलेगा, लेकिन ऐसा हुआ नही।  वसुन्धरा राजे सरकार की 12 वीं विधानसभा में 140 बैठके ही हुई।  



2008 में एक बार फिर अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने।  लेकिन इस बार तो गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल को भी पिछे छोड दिया और 13 वीं विधानसभा में तो बैठकों का आंकड़ा गिरकर 119 बैठकों तक ही चला गया।  2013 में फिर बनी वसुंधरा सरकार की 14 वी विधानसभा में भी परम्परा कोई खास नही देखा गया।  इस बार कुल 139 बैठकें हुई।  अब 15वीं विधानसभा शुरू हो चुकी है।  एक बार फिर यही सवाल खड़ा हो गया है कि क्या अब गहलोत सरकार इस परम्परा का निर्वहन करवाएगी।  सीपी जोशी जो अपने नियम कायदों के लिए जाने जाते हैं, वो इस नियम को मानने के लिए सरकार को मजबूर करेंगे। 

इसलिए विधानसभा से भागती हैं सरकारें

दरअसल विधायकों से सरकार की दूरी हमेशा बनी रहती है।  सत्ताधारी दल के विधायक तो किसी तरह से सरकार से अपना काम निकलवा लेतें हैं।  लेकिन विपक्षी पार्टीयों के विधायक विधानसभा के पटल पर अपनी बात रखकर ही काम करवा सकतें है।  ऐसे में विधानसभा के सत्र में सभी विधायक अपने काम ओर अपने क्षेत्रों के विकास की बात खुलकर रखते हैं।  विधानसभा पटल पर अगर कोई बात रखी जाती है तो सरकार को उसका जवाब देना होता है।  ऐसे में सरकारें ज्यादा सवालों का जवाब देने से बचने के लिए बैठकों से दूर भागती हैं। 

विधानसभा की बैठकों का  आंकड़ा

पहली विधानसभा  में  303 बैठकें

दूसरी विधानसभा में   306 बैठकें

तीसरी विधानसभा में  268 बैठकें

चोथी विधानसभा में   242 बैठकें

पांचवीं विधानसभा में  200 बैठकें

छठी विधानसभा में    115 बैठकें (लेकिन इसमें पूरा कार्यकाल नही था 2 साल तक राष्ट्रपति शासन चला)

सातवीं विधानसभा  में 168 बैठकें

आठवीं विधानसभा में  180 बैठकें

नवीं विधानसभा में    95 बैठकें (इस दौरान भी ढाई साल ही सरकार रही फिर राष्ट्रपति शासन लगा)

दसवीं विधानसभा में   141 बैठकें

ग्यारहवीं विधानसभा में 143 बैठकें

बारहवीं विधानसभा में  140 बैठकें

तेरहवीं विधानसभा में  119 बैठकें

चौदहवीं विधानसभा में 139 बैठकें

पंद्रहवी विधानसभा में  अब तक 2 बैठकें

25 साल में ये बैठकें हुई

10 वीं विधानसभा 

पहले सत्र में  7 बैठकें     28 दिसम्बर 1993 से 7 जनवरी 1994

दूसरे सत्र में  29 बैठकें    23 फरवरी से 9 अप्रेल 1994

तीसरे सत्र में  3 बैठकें    22 सितम्बर से 27 सितम्बर 1994

चोथे सत्र में  26 बैठकें    23 मार्च से 5 मई 1995

पांचवे सत्र में 7 बैठकें     26 अक्टूबर से 3 नवम्बर 1995

छठे सत्र  में 7 बैठकें      7 मार्च से 19 मार्च 1996

सातवें सत्र  में 19 बैठकें   27 जून से 24 जूलाई 1996


8 वें सत्र में 13 बैठकें     20 जनवरी से 20 मार्च 1997

9 वें सत्र में  6 बैठकें      8 सितम्बर से 15 सितम्बर 1997

10 वें सत्र में 6 बैठकें      9 मार्च से 18 मार्च 1998

11वें सत्र में  18 बैठकें     6 जूलाई से 31 जूलाई 1998

11 वीं विधानसभा 

पहले सत्र में 7 बैठकें       4 से 15 जनवरी 1999

दूसरी सत्र में  21 बैठकें    22 मार्च से 24 अप्रेल 1999

तीसरे सत्र  में 5 बैठकें     21 सितम्बर से 25 सितम्बर 1999

चौथे सत्र में  24 बैठकें     23 मार्च से 2 मर्इ् 2000

पांचवे सत्र में  6 बैठकें      30 अक्टूबर से 6 नवम्बर 2000

छठे सत्र में  24 बैठकें       27 मार्च से 11 मर्इ् 2001

सातवें सत्र में  8 बैठकें       7 नवम्बर से 23 नवम्बर 2001

आठवें सत्र में 18 बैठकें       18 मार्च से 16 अप्रेल 2002

नौवें सत्र में  5 बैठकें       26 अगस्त से 30 अगस्त 2002

दसवें सत्र में  22 बैठकें     24 फरवरी से 1 अप्रेल 2003

ग्यारवें सत्र में  3 बैठकें      21 अगस्त से 25 अगस्त

12 वीं विधानसभा 


पहले सत्र  में 9 बैठकें        15 जनवरी से 5 फरवरी 2004

दूसरे सत्र में  20 बैठकें       30 जून से 4 अगस्त 2004

तीसरे सत्र में  25 बैठकें       3 फरवरी से 21 अप्रेल 2005

चोथे सत्र में  3 बैठकें        26 सितम्बर से 28 सितम्बर 2005

पांचवे सत्र में  25 बैठकें       28 फरवरी से 7 अप्रेल 2006

छठे सत्र  में 5 बैठकें        3 अक्टूबर से 9 अक्टूबर 2006

सातवें सत्र में 23 बैठकें      1 मार्च से 20 सितम्बर तक पहले 3 अप्रेल तक चला फिर बिना स्थगित हुए 19 और 20 सितम्बर को भी हुआ

आठवां सत्र  2 दिन         18 से 21 सितम्बर 2007

नोवे सत्र में 24 बैठकें        18 फरवरी से 26 मार्च 2008

दसवें सत्र में  4 बैठकें         14 से 17 जूलाई 2008


13 वीं विधानसभा का 


सत्र 1 में 7 दिन 1 जनवरी 2009 से 10 जनवरी 2009

दुसरे में 2 दिन 25 फरवरी से 26 फरवरी 2009

तीसरे में 17  7 जुलाई से 17 अगस्त 2009

चोथे में 23  22 फरवरी से 2 अप्रेल 2010

पांचवे में 4 दिन  30 अगस्त से 3 सितम्बर 2010

छठे में 15 दिन  15 फरवरी से 23 मार्च 2011

सातवें में 4 दिन  23 अगस्त से 29 अगस्त 2011

आठवे में 22 दिन  27 फरवरी से 26 अप्रेल 2012

नवें में तीन दिन 10 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2012

दसवें में 18 दिन  21 फरवरी से 22 मार्च 2013

11 वे में चार दिन  26 अगस्त से 30 अगस्त 2013


14 वीं विधानसभा में  


1 सत्र में 10 दिन  21 जनवर से 21 फरवरी 2014

2 सत्र में 17 दिन 11 जुलाइ्र से 1 अगस्त 2014

3 सत्र में 3 दिन 15 सितम्बर 18 सितम्बर 2014

4 सत्र 26 दिन  25 फरवरी से 9 अप्रेल 2015

5 सत्र 5 दिन   16 सितम्बर से 22 सितम्बर 2015

6 सत्र में 23 दिन  29 फरवरी से 5 अप्रेल 2016

7 सत्र 2 दिन  1 सितम्बर से 2 सितम्बर 2016

8 सत्र 25 दिन  23 फरवरी से 26 अप्रेल 2017

9 वां सत्र 4 दिन  23 अक्टूबर से 26 अक्टूबर 2017

10 वां सत्र 21 दिन  5 फरवरी से 9 मार्च 2018

11 वें सत्र में 3 दिन  5 सितम्बर से 7 सितम्बर 2018

15 वीं विधानसभा 

पहला सत्र में अब तक 2 दिन का सदन चला है 

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