शनिवार, 19 जनवरी 2019

विशाल विपक्षी सभा का आयोजन 23 पार्टी भाजपा के खिलाफ


 लोकसभा चुनावों में क्षेत्रीय पार्टियां निर्णायक कारक साबित होंगी। राज्य की पार्टियों द्वारा जीती गयीं सीटों की संख्या भाजपा की तुलना में अधिक होगी। यह भाजपा विरोधी रैली है


मोदी सरकार की एक्‍सपायरी डेट आ गयी है : ममता बनर्जी
रैली को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा, नरेंद्र मोदी की एक्‍सपायरी डेट आ गयी है। उन्‍होंने कहा, जब भी विपदा आयी, बंगाल ने रास्ता दिखाया है। हम एक साथ मिलकर काम करेंगे। उन्‍होंने 'जागो बंगाल, जागो देश जागो' का नारा दिया। ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर बड़ा हमला करते हुए कहा, मौसम बदलता है, तो भाजपा की सरकार क्यों नहीं बदलेगी। देश में दो करोड़ से अधिक बेरोजगार हैं, नौकरी नहीं है। ममता बनर्जी ने गरीब सवर्णों को 10  प्रतिशत आरक्षण देने के फैसले पर मोदी सरकार को घेरते हुए कहा, आरक्षण केवल धोखा है। उन्‍होंने बंगाल में भाजपा की रथ यात्रा पर बड़ा हमला किया और कहा, बंगाल में रथयात्रा के नाम पर दंगा फसाद करने नहीं देंगे।
ममता ने कहा, बांग्लादेश विजय का विजय उत्सव हुआ था ब्रिगेड में। जयप्रकाश नारायण की रैली पटना में हुई थी। अटल जी व ज्योति बाबू ने ब्रिगेड में सभा की थी। उसी तरह देश के लोगों को न्याय देने के लिए यह सभा हुई है।



आज देश के लिए सभी को एक साथ आना होगा, जिधर जो स्ट्रांग हो, उसे सपोर्ट देना होगा। कलेक्टिव लीडरशिप महत्वपूर्ण है। हमारे गंठबंधन में सभी नेता हैं तथा सभी वर्कर है। सभी राजा है। सभी प्रजा है। प्रधानमंत्री कौन होगा यह सोचने का समय नहीं है। चुनाव के बाद इसका निर्णय होगा।

ममता बनर्जी ने कहा, बंगाल और बिहार में भाजपा को इस बार जीरो मिलेगा। यूपी, जम्मू कश्मीर में भी भाजपा को वोट नहीं मिलेगा। जनता तैयार है, भाजपा कुछ भी कर ले, लेकिन अब भाजपा के अच्छे दिन नहीं आने वाले हैं और कभी नहीं आयेगा। उन्‍होंने कहा, देश को एक रखना, किसान को अच्छा रखना है, हर धर्म को साथ में रखना है, तो भाजपा को एक भी वोट नहीं दें। देश का अगला प्रधानमंत्री कौन बनेगा, जरूरी बात नहीं है, जरूरी है भाजपा का जाना। उन्‍होंने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा, भाजपा जहां सभा करेगी, अगले दिन तृणमूल की सभा होगी। 23 पार्टी भाजपा के खिलाफ हैं और जो भाजपा के साथ हैं वो भी हमारे साथ आयें।

 मोदी ने देश को टुकड़े-टुकड़े करने का काम किया : तेजस्‍वी

आरजेड़ी नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव ने ममता बनर्जी की रैली में कहा, नरेंद्र मोदी और आरएसएस ने देश को तोड़ने का काम किया है। उन्होंने कहा, अनेकता में एकता, हमारी खूबी है। तेजस्‍वी ने मंच से भाजपा हटाओ, देश को बचाओ का नारा दिया।
उन्‍होंने कहा, नरेंद्र मोदी और अमीत शाह के कारण यहां आने में देरी हुई। ईडी और सीबीआई उनके पार्टनर हैं।मेरे पिता को साजिश के तहत जेल भेजा गया, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। उन्‍होंने कहा, ममता ने मोदी को मुंहतोड़ जवाब दिया है। 'लड़े के बा, करे के बा और जीते के बा'। तजस्‍वी ने मोदी पर कहला करते हुए कहा, चौकीदार जी, चौकीदारी करे, लेकिन देश की जनता थानेदार है। चौकीदारी में गलती की तो थानेदार सजा देने का काम करेगा।

शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बहुत जान है...बहुत जान है

ममता ने शत्रुघ्न सिन्हा को कहा बिहारी बाबू, समर्थकों में जबरदस्त उत्साह. अपने भाषण में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बहुत जान है...बहुत जान है... ये बंगाल की क्रांतिकारी नेता ममता बनर्जी का कमाल है। देश बचाने और संविधान की रक्षा के लिए, नयी दिशा और नया नेतृत्व देने के लिए हम इकट्ठा हुए हैं। नेशन का मूड, हमारा एक ही लक्ष्य है परिवर्तन, परिवर्तन, परिवर्तन, बहुत जान है, बहुत जान है यंगर जेनरेशन में। लोग कहते हैं कि आप भाजपा के खिलाफ बोलते हैं। आप पार्टी में रहकर ऐसा करते हैं। तो मैं उनसे कहना चाहता हूं कि अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं बागी हूं। उन्होंने कहा कि मैं सत्य से समझौता नहीं कर सकता है। यशवंत सिन्हा कह रहे थे कि आपको पार्टी से निकाल दिया जायेगा। मैं भाजपा में हूं, तो उससे पहले भारत की जनता का हूं, जो करना चाहता हूं देश हित में। पार्टी को आइना देखाने की कोशिश करता हूं। वाजपेयी के वक्त में अभी हमारे माननीय में क्या अंतर पाते। वाजपेयी के जमाने में लोकशाही थी अभी तानाशाही है। अचानक रातों-रात तुगलकी फरमान से नोटबंदी की घोषणा कर दी, इससे किसानों पर क्या असर पड़ेगा। लोग बोलते हैं कि यह पार्टी का फैसला नहीं था। यदि पार्टी का फैसला होता तो आडवाणी, यशवंत सिन्हा सहित अन्य नेताओं को पता होता, वित्त मंत्री को भी पता नहीं था। उन्होंने कांग्रेस अध्‍यक्ष राहुल गांधी को सराहा और कहा कि नोटबंदी से उभर नहीं पाये थे और जीएसटी हमपर लाद दिये गये। कांग्रेस अध्यक्ष ने गब्बर सिंह ने इसे टैक्स करार दियाअ। मोदी ने मुख्यमंत्री रहते जीएसटी का विरोध किया था। जीएसटी से फायदा केवल सीए को हुआ। लंगर तक में जीएसटी लग गया। जीएसटी नीम पर  करेला है। उन्होंने कहा कि मैं ये नहीं कहता हूं कि राफेल मामले में आप दोषी हैं लेकिन यह भी नहीं कहूंगा कि आप निर्दोष हैं। आप छुपाते क्यों हैं कहते क्यों नहीं तो देश की जनता समझेगी चौकीदार चोर है। रफेल पर बिहारी बाबू ने कहा कि दाम तीन गुणा से ज्यादा कैसे हो गया। सिन्हा ने कहा कि जब तक जवाब नहीं देंगे, तब तक सुनते रहेंगे कि चौकीदार चोर है। नये चुनाव आने वाले हैं वादे किये जा रहे हैं, लेकिन निभाये नहीं जा रहे हैं। मेड इन इंडिया के लिए आपने क्या किया। चुनाव के पहले नये-नये वादे होंगे और ध्यान बांटने की कोशिश करेंगे अयोध्या ले जायेंगे। वे लोग बिना नदी के पुल बना देंगे। बोलेंगे कि नदिया नैखे, पुलिया ले ला.. एक बार ‍वोट दे दिया था, तो बन जायेंगे फूल।

देवगौड़ा एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर नहीं

ममता बनर्जी ने पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा को आमंत्रित करते हुए कहा कि देवगौड़ा एक्सिडेंटल प्राइम मिनिस्टर नहीं, फार्मर प्राइम  मिनिस्टर हैं। देवगौड़ा ने अपने भाषण में कहा कि पहला मुद्दा है कि कैसे हम एक साथ आयें, लोग क्या चाहते हैं। मीडिया सवाल कर रही है कि कौन प्रधानमंत्री होगा। अपने मतभेद भुला कर एक साथ आयें। लोग नयी सरकार चाहते हैं। मशीनरी का इस्तेमाल चिंता का विषय है। सभी नेताओं से अपील है कि एक साथ आये और चुनावी घोषणा पत्र बनाये। अच्छे नेता की पहचान करें। इसमें कोई मतभेद नहीं होने चाहिए। क्षेत्रीय नेता इतने शक्तिशाली है। अपनी सीट बांटे। मेरा पिछला अनुभव बहुत अच्छा नहीं रहा  है। हमें आपस में एकजुट होना चाहिए, ताकि लोगों को विश्वास बढे और हम स्थायी सरकार दे पायें, यह लोगों में विश्वास पैदा करना होगा। एक साथ चलें, समय बहुत कम है और लोगों में विश्वास पैदा करें कि गंठबंधन सरकार भी स्थायी सरकार दे सकती है। उन्होंने कहा कि सभी दल एकजुट हुए हैं और मोदी को करारा जवाब देंगे,ममता ने मोदी को करारा जवाब दिया है।


सोनिया का संदेश 

कांग्रेस नेता और सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सोनिया गांधी ने इस रैली के लिए संदेश भेजा है। सोनिया गांधी ने सभा का समर्थन किया है। सोनिया ने संदेश भेजा है कि अगला चुनाव साधारण चुनाव नहीं होगा, वरन प्रजातंत्र पर विश्वास पैदा करने का होगा। संविधान को समाप्त करने वाली ताकत को हराना होगा। मेरी बहुत-बहुत शुभकामनाएं... मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि मैं आपसे कहना चाहता हूं कि इस देश में लोकतंत्र को बचाना है तो हम सबको एक होकर लडना होगा। हम सब एक होकर लोकतंत्र, संविधान को बचाने के लिए एकजुट होना होगा। मोदी जी समाज तोड़ने का काम कर रहे हैं। उनके जमाने में घोटाले हो रहे हैं। बोल रहे हैं न खाऊंगा और न खाने दूंगा, लेकिन कॉरपोरेट कंपनी को खिला रहे हो। रफेल घोटाला से करोड़ों रुपये का घोटाला कर रहे हैं। किसान मर रहे हैं. मैं केजरीवाल की बात ठीक करना चाहता हूं कि आज 1.60 करोड़ लोग बेरोजगार हो गये हैं. नौकरियां छीन ली गयी। किसान बर्बाद हो गये हैं, लेकिन उनका ध्यान है कि कैसे 2019 में सत्ता में आये। ये सभी को तोड़ने का काम कर रहे हैं। कर्नाटक में यही कर रहे है और पैसों का खेल खेलने में लगे हैं। भाषण के अंत में उन्होंने कहा कि मंजिल दूर है, रास्ता पहुंचना है। दिल मिले या नहीं मिले हमें हाथ मिलाना है।

शरद पवार ने कहा- संविधान पर हो रहा है हमला

एनसीपी नेता शरद पवार ने कहा कि मुझे आश्‍चर्य लग रहा है कि पिछले पांच घंटों से आप यहां बैठे हैं और देश के विभिन्न राज्यों से आये नेताओं की बातें सुन रहे हैं। मैं आपका धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश को धोखा देने का काम किया। बाबा साहेब ने हमें संविधान दिया जिसपर हमला हो रहा है। मीडिया, न्यायालय, संसद पर ये हमला हो रहा है। नोटबंदी के बाद से जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि वे कहते हैं कि ये दल पीएम पद के लिए लड़ेंगे लेकिन मैं आपको बताना चाहता हूं कि हम अपने हित के लिए यहां नहीं आये बल्कि हम देश और जनता का हित चाहते हैं।


चंद्रबाबू नायडू ने कहा: यह सरकार देश को बांटने का काम कर रही है

हैदराबाद के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि इस सरकार ने केवल वादा किया, काम कुछ नहीं किया। कर्नाटक में ये सरकार गिराने के लिए पैसों का खेल खेलने में लगे हुए हैं। इस मंच से मैं उन्हें चेतावनी देना चाहता हूं कि वे बाज आयें। उन्होंने कहा कि यह सरकार देश को बांटने का काम कर रही है। टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव में झूठे वायदे किये। हमारा एक ही मकसद है 'सेव इंडिया, सेव डेमोक्रेसी।'


मोदी-शाह की जोड़ी से देश को खतरा: केजरीवाल

दिल्ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं समझता हूं कि आज भारत की रजनीति का बड़ा है। मोदी और शाह की जोड़ी ने देश का बेड़ागर्क कर दिया। इस जोडी से देश परेशान है। आज देश का युवा रोजगार के लिए दर-दर भटक रहा है। मोदी जी ने इन युवा से वादा किया था कि नौकरी देंगे लेकिन वे दे नहीं सके। नोटबंदी ने सवा सौ करोड़ युवाओं का रोजगार छीन ली। किसान भी देश की भाजपा सरकार से परेशान हैं। महिलाओं को ये लोग सोशल मीडिया पर गाली देने का काम करते हैं। दलितों को मॉब लिंचिंग में मारा जाता है। 70 साल में जो पाकिस्तान नहीं कर पाया वह मोदी और शाह की जोड़ी ने कर दिया। यह जोड़ी देश को बरबाद कर देगी। ये लोग हिंदू-मुस्लिम को लड़वाते हैं। क्रिस्चन को लड़वाड़े हैं। ये बांटने की राजनीति करते हैं। अब हमें इस सरकार को उखाड़ के फेंकना होगा।  उन्होंने कहा कि अमित शाह ने पिछले दिनों कहा था कि यदि 2019 में फिर मोदी सरकार आयी तो 2050 तक कोई नहीं हटा सकेगा। शाह ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि वे इसके बाद संविधान बदल देंगे। यह जोड़ी लोकतंत्र के लिए खतरा है। केजरीवाल ने कहा कि यहां की भीड़ देखकर मुझे आज पता चल गया है कि मोदी-शाह जाने वाले हैं, अच्छे दिन आने वाले हैं।  


लोग सोचते थे कि सपा-बसपा का गंठबंधन नहीं होगा: अखिलेश यादव

सपा नेता और यूपी के पूर्व मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि ममता जी को मैं इस रैली के लिए धन्यवाद देता हूं। यहां दूर-दूर तक केवल लोग ही नजर आ रहे हैं। मंच पर बैठे लोग पहले ही बता चुके हैं कि आज देश खतरे में हैं। जो बात बंगाल से चलेगी वे दूर तक चलेगी। लोग सोचते थे कि सपा-बसपा का गंठबंधन नहीं होगा लेकिन 12 तारीख को यह हुआ और देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। अब इस नये साल में देश को नया पीएम मिल जाए तो अच्छा होगा। वे कहते हैं कि इनके साथ दूल्हें बहुत हैं सब पीएम पद के लिए लड़ेंगे। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि पीएम जनता तय करेगी। ऐसा पहले भी हो चुका है। अखिलेश ने कहा कि उन्होंने सीबीआई और इडी से गंठबंधन किया है और हमने जनता से गंठबंधन कर लिया है। सपा-भाजपा गंठबंधन के बाद उनमें हड़कंप मच गया है। वे रोज बैठक पर बैठक कर रहे हैं कि चुनाव कैसे जीता जाए।


कर्नाटक के मुख्‍यमंत्री कुमारस्वामी ने कहा कि हमारे सूबें में भाजपा कांग्रेस और जेडीएस को पैसे देकर खरीदने का काम कर रही है. लेकिन वे यह जान लें कि जनता सब देख रही है। आइए हम क्षेत्रीय दल एक होकर इन्हें सबक सिखायें।



बसपा नेता सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि आज देश के कोने कोने से एक ही आवाज आ रही है, एनडीए सरकार और नहीं सहा जा सकता। नोटबंदी-जीएसटी से किसान, गरीब और मजदूरों को परेशना किया। इन्होंने कारखाने बंद करवा दिए हैं।  सतीश चंद्र के भाषण के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि मैं बहन मायावती को धन्यवाद देता हूं।



हर भ्रष्टाचार की जड़ में नरेंद्र मोदी : स्टालिन

तमिलों के साथ बंगाल के लोगों का पुराना रिश्ता है। हमारे कन्याकुमारी में स्वामी विवेकानंद का संस्थान है। कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर का तमिलनाडु से गहरा लगाव रहा है। तमिल और बंगाली भाई-बहन की तरह हैं। उन्होंने कहा कि भारत के स्वाधीनता संग्राम में बंगालियों और तमिलनाडु के लोगों का विशेष योगदान रहा है। हम यहां भारत के दूसरे स्वाधीनता संग्राम की शुरुआत के लिए बंगाल की लौह महिला ममता बनर्जी के आह्वान पर यहां एकजुट हुए हैं।
उन्होंने कहा कि मई, 2019 में आम चुनाव होंगे, जो उग्र हिंदुत्ववादी संगठनों को खत्म करने का मौका है। इसे ही हम दूसरा स्वतंत्रता संग्राम मानते हैं। उन्होंने कहा कि मैं देख रहा हूं कि देश के भिन्न-भिन्न प्रांतों से विभिन्न धर्म के लोग यहां आये हैं। हम सबका एक ही उद्देश्य है, मोदी हटाओ-देश बचाओ। हम दलगत भावना से ऊपर उठकर एकजुट होने के लिए यहां आये हैं। यदि हम एकजुट होकर लड़े, तो भाजपा की हार होगी। हमारी जीत होगी।
 स्टालिन ने कहा कि कुछ दिनों पहले मोदी जी कहते थे कि उनका कोई विरोधी नहीं है। उनके खिलाफ कोई नहीं है। आज वह अपने विरोधियों को गालियां दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम एकजुट हो रहे हैं, यह देखकर वह डर गये हैं। उन्हें समझ आ गयी है कि उनकी हार अवश्यंभावी है।

डीएमके सुप्रीमो ने कहा कि बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि नरेंद्र मोदी से आपकी कोई शत्रुता है। मैं कहता हूं कि नहीं, लेकिन उनकी नीतियों से मेरा विरोध है। उनकी नीतियों से देश का सर्वनाश हो रहा है, मैं उसका विरोध करता हूं। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने से पहले उन्होंने कहा था कि ये दूंगा, वो दूंगा, लेकिन सत्तासीन होने के बाद आम लोगों की तनिक भी चिंता नहीं की। उनका सर्वनाश करने में लगे हैं। सत्ता में आने से पहले सभी चुनावों में नरेंद्र मोदी कहते थे कि विदेशी बैंकों में जितने काला धन जमा हैं, उसे वापस लायेंगे और देश के हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये भेज देंगे। क्या आपको वो पैसे मिले? क्या इससे बड़ा कोई झूठ हो सकता है? कुल मिलाकर इंसान दैनिक जरूरत की चीजों की कीमतें आसमान छू रही हैं। बेरोजगारी, भुखमरी बढ़ रही है। उन्होंने आगे कहा कि यही सरकार बड़े उद्योगपतियों और कॉर्पोरेट घरानों को सुविधाएं उपलब्ध करवा रही हैं। इस सरकार को नरेंद्र मोदी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाकर रख दिया है। नरेंद्र मोदी कंपनी के एमडी हैं। लोग उनकी इन बातों को अच्छे से समझ चुके हैं। राफेल के मुद्दे पर भी स्टालिन ने मोदी सरकार को घेरा। कहा कि मोदीजी कहते हैं कि उनकी सरकार पर कोई दाग नहीं है, लेकिन हमने राफेल घोटाला देखा। सरकारी संस्थान को ठेका नहीं देकर निजी कंपनी को ठेका दिया गया। विजय माल्या देश से भागने से पहले अरुण जेटली से मिलते हैं। सुषमा स्वराज ने ललित मोदी को देश से भागने में मदद की। नीरव मोदी देश से भाग गया। ये क्या भ्रष्टाचार नहीं है। काला धन को मिटाने के नाम पर 500 और 1000 रुपये के नोटों को चलन से बाहर करना बहुत बड़ा भ्रष्टाचार था।

 भारत आज खतरे में, मोहब्बत के लिए भाजपा को सत्ता से बेदखल करना होगा : फारूक अब्दुल्ला

जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि भारत को मजबूत करने के लिए हम एकजुट हुए हैं। भारत आज खतरे में है। यह एक शख्स को निकालने की बात नहीं है। देश बचाने की बात है। अलग-अलग धर्म, संप्रदाय और जुबान के लोगों ने बलिदान दिया, तब देश आजाद हुआ। 70 साल बाद फिर देश के सामने चुनौतियां हैं। देश को बांटा जा रहा है। हर धर्म, संप्रदाय के लोगों को अलग किया जा रहा है। हमारे पूर्वोत्तर के साथियों को आपने सुना कि कैसे असम, मणिपुर, नगालैंड में आग लगायी जा रही है। इस आग को बुझाने के लिए, आग लगने से बचाने के लिए नेताओं से अपील करूंगा कि हमें एकजुट होना है। हमें अपने मन में यह ठान लेना है कि हमें कुर्बानी देनी है। अगर हम समझें कि मेरी जमात ही देश को बचा सकती है, तो यह गलत है। देश को बचाने के लिए हर जमात को बलिदान देना होगा। हर किसी को बलिदान के लिए तैयार रहना होगा। आज जम्मू-कश्मीर को देख लीजिए। किस हालत में जम्मू-कश्मीर पहुंच गया। इसके लिए भाजपा ही जिम्मेदार है। वहां हर जगह लोगों को मारा जा रहा है। कहा जाता है कि ये लोग पाकिस्तानी हैं। ये देशद्रोही हैं। मैं कहता हूं कि मैं मुसलमान हूं, लेकिन हिंदुस्तान का हिस्सा हूं।  अब्दुल्ला ने कहा कि हर कश्मीरी भारत में रहना चाहता है। आपके साथ रहना चाहता है। आपके साथ जीना और मरना चाहता है। साढ़े चार सालों में इस सरकार ने हमें तोड़ दिया है।  अब्दुल्ला ने कहा कि यदि हमें आगे बढ़ना है, तो उस प्रांत से हमें मोहब्बत करनी होगी। उन्होंने अपील की कि बंगाल के लोगों को कश्मीर आना चाहिए। उन्हें लोगों से दिल मिलाना चाहिए। हमारे बच्चों को बंगाल में शरण मिली। लोग यहां पढ़ते-लिखते और शिक्षित होते हैं। यह मोहब्बत है। यदि पूरे देश में यह मोहब्बत पैदा करनी है, तो भाजपा को देश से बेदखल करना है। इसके लिए बहुत जरूरी है कि हमें एकजुट होकर, एक-दूसरे से मिलकर भाजपा का मुकाबला करना है। इवीएम मशीन के बारे में उन्होंने कहा कि यह चोर मशीन है। ईमानदारी से चोर मशीन है। उन्होंने इवीएम को खत्म करने की अपील की। कहा कि दुनिया में कहीं इस मशीन का इस्तेमाल नहीं होता। सबको मिलकर चुनाव आयोग और भारत के राष्ट्रपति से मिलकर इस मशीन को खत्म करने की अपील करना चाहिए। महिला आरक्षण बिल पर भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। कहा कि महिलाओं को आरक्षण का लाभ मिले, इसमें भाजपा की दिलचस्पी नहीं है। वे तीन तलाक बिल पर तो बोलते हैं। उस बिल को संसद में पास भी करवा लिया। लेकिन, महिला आरक्षण पर वे कुछ नहीं कहते। महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए इस बिल को पास करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री कौन बनेगा, यह बाद में तय कर लेंगे। सबसे पहले भाजपा को हराने के लिए एकजुट हों।



देश में अघोषित आपातकाल : शरद यादव

जनता दल सेक्युलर के प्रमुख शरद यादव ने कहा कि निर्माण के लिए जीने वाले नौजवान आज निराश है। दुकानदारों की दुकानदारी जीएसटी के चलते ठप है। नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था 12 साल पीछे चले गयी है। इन्होंने कहा था कि दो करोड़ लोगों को रोजगार देंगे, सात करोड़ लोग बेरोजगार हो गये। रक्षा क्षेत्र में घोटाले हुए हैं। बोफोर्स में डकैती हो गयी है। किसान मजदूर तबाह है। नौजवान तबाह हैं। सारे नेता यहां हैं। एक ही काम है। देश की पूरी आजादी खतरे में हैं। रिजर्व बैंक सीबीआइ समेत तमाम संस्थान बर्बाद हो रहे हैं। भारत की आजादी में जितनी कुर्बानी बंगाल ने दी, उतना किसी हिस्से ने नहीं दी। आज देश एक बार फिर आपको आवाज दे रहा है। यहां से आपने बड़े पैमाने पर पूरे भारत को ललकार दिया है। यकीन दिलाते हैं कि 2019 में इस सरकार को गंगा में सरकायेंगे। बहाते-बहाते बंगाल की खाड़ी में पहुंचा देंगे। मेरा यही कहना है कि गोलबंद हों। एकत्र हो जाओ। आप एकत्र हो, पार्टियों का भी फर्ज है कि खतरे में पड़ी देश की आजादी, व्यापार, उद्योग-धंधों, किसानों, नौजवानों को बचाने के लिए एकजुट हो जायें। उन्होंने आम जनों से अपील की कि जो फूट के रास्ते पर जायें, उन्हें हरायें।  यादव ने कहा कि आज अघोषित इमरजेंसी है। भाषण के अंत में याद दिलाने पर उन्होंने अपने भाषण में एक सुधार किया। कहा कि रक्षा घोटाला बोफोर्स नहीं, राफेल है।



22 पार्टियों का इंद्रधनुष तैयार : सिंघवी

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि 22 पार्टियों का इंद्रधनुष आप यहां देख रहे हैं। जिस तरह अलग-अलग रंगों से मिलकर इंद्रधनुष बनता है, उसी तरह प्रांत अलग, भाषा अलग, विचारधारा भी अलग, लेकिन पार्टियां एकजुट हो रही हैं और पार्टियों का इंद्रधनुष बन रहा है। बादल छंट रहा है। इसके लिए ममता बनर्जी बधाई की पात्र हैं। इस इंद्रधनुष की नीति एक है, नीयत एक है। एक नया भारत बनायेंगे, भाजपा को भगायेंगे। आज की पुकार बड़ी स्पष्ट है। जनता की यही पुकार, अब नहीं चाहिए मोदी सरकार।  70 साल के इतिहास में कभी भी प्रतिशोध की राजनीति नहीं हुई, जो आज हम केंद्र के स्तर पर देख रहे हैं। सरकारें अलग-अलग रंग की आयीं, लेकिन प्रतिशोध से भरी, द्वेष से भरी, मतभेद से भरी राजनीति को इस सरकार ने संस्थागत बना दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले लालू जी की रैली हुई थी बिहार में। उस रैली के एक सप्ताह बाद नोटिस आ गया। वहीं, अमित शाह ने सैकड़ों रैलियां कीं, उत्तर प्रदेश में। उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला। आज हम यदि इस मंच से कहें कि तुसी ग्रेट हो, तो कोई नोटिस नहीं आयेगा। हां, अगर आप उठकर अपनी आवाज उठाते हैं, जनहित में, राष्ट्रहित में अपनी आवाज उठायेंगे, तो आपको देशद्रोही करार दिया जायेगा। सरकार की सोच विभाजन, तोड़ने, मोड़ने और भाई-भाई के बीच वैमनस्य पैदा करने की है। असुरक्षा पैदा करने की है। उन्होंने बंगाल का उदाहरण देते हुए कहा कि 40 दिन की रथ यात्रा का एक प्रस्ताव आया। बंगाल की सरकार ने हर जिला की पुलिस से जान-माल की हानि पर रिपोर्ट मांगी। इसके बाद हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने उस योजना को रोक दिया। लेकिन, भाजपा सस्ती राजनीति के लिए रोटी सेंकने से बाज नहीं आयेगी। उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोगों के जान-माल का नुकसान होगा। वोट पाने के लिए वे सस्ती राजनीति करते हैं।
हर सीट पर एक उम्मीदवार के मुद्दे पर  सिंघवी ने कहा कि वोट विभाजन का सबसे ज्यादा फायदा हरियाणा से लेकर उत्तर प्रदेश तक, पश्चिम बंगाल से बिहार तक, सिर्फ भाजपा को मिलता है। इसलिए ममता बनर्जी के इस इंद्रधनुषीय मंच को वोट विभाजन रोकना होगा। वोट विभाजन रुका, तो उसका भी हमने असर देखा। प्रधानमंत्री विरोधी दलों के गठबंधन का मजाक उड़ाते हैं. उसे भद्दी-भद्दी गालियां देते हैं. उन्होंने कहा कि विश्व का सबसे अनैतिक गठबंधन मोदीजी ने कश्मीर में किया। उन्होंने कहा कि जम्मू और कश्मीर में अलग-अलग सरकारें चलायी गयीं।


मोदी को हटाया जा सकता है : अरुण शौरी

अरुण शौरी ने कहा कि इस सरकार ने जितना झूठ बोला है, किसी दूसरी सरकार ने नहीं बोला। मीडिया, सीबीआइ, आरबीआइ से लेकर तमाम लोकतांत्रिक संस्थाओं को भ्रष्ट बना दिया।  शौरी ने राफेल को अब तक का सबसे बड़ा रक्षा घोटाला करार दिया। उन्होंने नोटबंदी, जीएसटी को अर्थव्यवस्था के लिए खतरनाक कदम बताया। उन्होंने कहा कि इस सरकार को जाना चाहिए। उन्हें भगाया जा सकता है। मेवाणी, हार्दिक पटेल यहां हैं। यदि लोग एकजुट होकर गुजरात में लड़ते, तो भाजपा की फिर सरकार नहीं बनती। मध्यप्रदेश और राजस्थान में भी कांग्रेस की बड़ी जीत होती, अगर वे एकजुट होकर लड़ते। मोदी को भी पता है कि अब उनकी पकड़ ढीली पड़ गयी है। इसलिए वह सत्ता में बने रहने के लिए किसी भी हद तक जायेंगे। आज जो कर्नाटक में हो रहा है, वह मध्यप्रदेश में होगा। इसलिए हम सबको चौकन्ना रहना है। उन्होंने कहा कि एकमात्र लक्ष्य होना चाहिए इन्हें कैसे हटाना है। लोकसभा चुनाव जीतने के लिए अर्जुन बनिये। एक ही प्रण होना चाहिए कि भाजपा के उम्मीदवार के खिलाफ विपक्षी दलों का एकमात्र उम्मीदवार होगा। यह बहुत आसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला ने उनसे कहा था कि इस उद्देश्य को प्राप्त तभी कर पायेंगे, जब हम त्याग की भावना से एकजुट होंगे। यदि अपने फायदे और नुकसान का आकलन करने लगे, तो हम कभी अपने लक्ष्य को हासिल नहीं कर पायेंगे। उन्होंने कहा कि मोदी और मोदी शाह, शाह मोदी से लोगों का ऐतबार उतर गया है। अब उन्हें ऐतबार यह दिलाना है कि आप सब एकजुट हो और आगे भी एकजुट रहोगे। ममता जी ने सबको साथ लाने का जो प्रयास किया है, वह मुकाबरबाद की पात्र हैं। हर प्रांत के नेता अपने-अपने इलाके में ऐसी सभा करें, जिसमें सभी कद्दावर नेता शामिल हों, ताकि लोगों को यकीन हो कि आप एक हैं और आगे भी एक रहेंगे। अब तक सिर्फ एक व्यक्ति विरोधी दलों को एकजुट कर रहा था। वह था नरेंद्र मोदी। अब बंगाल की शेरनी ने यह बीड़ा उठाया है। वह जरूर सफल होंगी।

एकजुट होकर लड़ेंगे, यूनाइटेड इंडिया बनायेंगे, भाजपा को सत्ता से भगायेंगे : यशवंत सिन्हा

अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस सभा के बारे में भाजपा कहेगी कि हम सब एकत्र हुए एक आदमी को हटाने के लिए, जो आज देश का प्रधानमंत्री है। एक व्यक्ति का यह प्रश्न नहीं है। यह प्रश्न है एक सोच का। एक विचारधारा का। हम उस सोच और विचारधारा के विरोध में यहां एकत्र हुए हैं। हम जानते हैं कि पिछले 56 महीनों में इस देश में जो कुछ भी हुआ है, उससे सबसे बड़ा खतरा देश के प्रजातंत्र, लोकशाही के लिए उत्पन्न हुआ है। आज कोई भी लोकतांत्रिक संस्थान नहीं देश में, जिसको इन्होंने बर्बाद करने में कोई कसर छोड़ी हो। इसलिए देश में लोकतंत्र की रक्षा करने के लिए हम सब यहां एकजुट हुए हैं।  सिन्हा ने कहा कि मुद्दा मोदी नहीं है। मुद्दे मुद्दा हैं। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि हम मोदी को मुद्दा बनायें, मैं कहूंगा कि हम मुद्दे को मुद्दा बनायें। देश की आर्थिक व्यवस्था चौपट हो चुकी है। लोकतंत्र खत्म हो चुका है। यह पहली सरकार है, जो आंकड़ों से छेड़छाड़ करती है। हम सब सरकार में रहे। कभी अच्छे आंकड़े आये, कभी आंकड़े अच्छे नहीं रहे। हमने कभी बढ़ा-चढ़ाकर आंकड़ों को पेश नहीं किया। यह सरकार ऐसा कर रही है। आपको भुलावे में रखने का प्रयास कर रही है। आप जमीन से जुड़े लोग जानते हैं कि जमीनी स्थिति क्या है।

इतना ही नहीं, समाज को तोड़ने, देश को छिन्न-भिन्न करने का इनका इरादा है। आप जानते हैं कि यदि आप इस सरकार का विरोध करते हैं, तो आपको तुरंत देशद्रोही करार दे दिया जाता है। उन्होंने कहा कि सरकार की चापलूसी करना देशप्रेम और विरोध करना देशद्रोह है।  सिन्हा ने कहा कि फारूक अब्दुल्ला से कई बार जम्मू-कश्मीर में कश्मीर के मुद्दे पर उनसे बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि कश्मीर के मुद्दे का समाधान बंदूक की गोली से नहीं होगा। प्यार की बोली से मुद्दे का हल होगा। इस पर हमें देशद्रोही कहा गया। फिर मुझे पाकिस्तान का एजेंट कहा गया। यदि प्यार की बात करना पाकिस्तान का एजेंट होना है, तो देश में क्या बचा। उन्होंने कहा कि देश आज एक बहुत खतरनाक मोड़ पर खड़ा है। मैं मंच पर मौजूद सभी ताकतवर नेताओं से एक ही आग्रह करना चाहूंगा कि मैं तो फकीरी की ओर हूं। मुझे अपने जीवन में कुछ नहीं चाहिए। एकमात्र उद्देश्य है। एक लड़ाई है। वह लड़ाई है इस सरकार को सत्ता से बाहर करने की। इसके लिए जरूरी है कि सभी वरिष्ठ नेता तय करें कि भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के सामने हमारी तरफ से एक उम्मीदवार खड़ा होगा। अगर ऐसा हुआ, तो भारतीय जनता पार्टी का पूरी तरह से सफाया हो जायेगा। पूरे देश में सबका साथ लिया, लेकिन सबका विकास करने की बजाय सबका विनाश कर दिया।


रैली नहीं, ये रैला है : जयंत सिंह

राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के नेता और चौधरी अजित सिंह के बेटे जयंत सिंह ने ममता की रैली को रैला करार दिया। कहा कि यह सामान्य सभा नहीं है। ममता ने किसानों की आय तीन गुणा बढ़ा दी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि किसानों की आय दोगुणी कर देंगे 2022 उन्होंने कहा कि किसानों की अनुमति के बगैर उनके खाते से पैसे काटे जा रहे हैं और निजी बीमा कंपनियों को पैसे दिये जा रहे हैं। ममता जी ने बांग्ला फसल बीमा योजना शुरू की। किसानों से बीमा के पैसे नहीं लेतीं. हम तय करें कि अगली सरकार गरीब, किसान, नौजवान की सरकार बने। मैं राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में कहूंगा कि आपको विचार करना है कि नेता कैसा होना चाहिए। नेता की सोच क्या होनी चाहिए। नेता के काम कैसे होने चाहिए। कहा कि नेता जिद्दी भी होता है। चौधरी चरण सिंह किसानों के लिए जिद्दी थे। समझौता नहीं किया। ममता बंगाल के लिए जिद्दी हैं, समझौता नहीं करतीं। आज जो प्रधानमंत्री हैं वे मोदी के लिए जिद्दी हैं। आपके लिए जिद नहीं करते। उनकी जिद है कि फ्रांस भी जायेंगे, तो कहेंगे अपने लोगों को ठेका दो। उनकी फौज में शामिल लोग गाय, हिंदू को बहाना बनाकर हत्या कर दे, वे माफ कर देंगे। यह जिद खतरनाक है। यह हमें बर्दाश नहीं है। आप कहते हैं कि छाती 56 इंच की है। छाती बड़ी है, तो दिल भी बड़ा होना चाहिए। अमर्त्य सेन ने कहा था कि देश का लोग बहस करता है। हमारे यहां लोग मंडी में, खेत में, बाजार में बहस करता है। वह नाराज जल्दी हो जाता है। बहुत जल्दी ही नाराजगी दूर हो जाती है। मैं मोदीजी को कहना चाहता हूं कि यदि आपका दिल है, तो देश की जनता के आगे आकर कह दीजिए कि नोटबंदी गलत फैसला था। जीएसटी के लिए देश तैयार नहीं था। फसल बीमा में किसानों के साथ अत्याचार हुआ। हम जो चाहते थे, कर नहीं पाये। लेकिन, मोदी जी अपनी गलती नहीं मानेंगे। वह माफी नहीं मांगेंगे। यह उनकी जिद है। हमने दृढ़ निश्चय किया है, उन्हें सत्ता से बेदखल करने की। उत्तर प्रदेश में ऐसी हवा चली कि 80 में 73 सीट भाजपा ने जीत ली। हम एकजुट हुए। उनसे तीन सीटें छीन लीं। हम कदम से कदम मिलाकर चलेंगे और भाजपा के तंबू को उखाड़ फेंकेंगे। नौजवानों को यह करना होगा। उन्होंने रामधारी सिंह दिनकर की कविता सुनाकर युवाओं से अपील की कि वे अपने दिल में आग धधकायें।


मिजोरम के नेता लालडोमा ने ब्रिगेड की रैली को ऐतिहासिक करार दिया। कहा कि हम यहां एक उद्देश्य के लिए एकजुट हुए हैं। उन्होंने कहा कि पूरा पूर्वांचल जल रहा है। सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल के खिलाफ लोगों में गुस्सा है। पूर्वोत्तर के लोग खुद को देश से अलग-थलग महसूस कर रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री को धमकी दी कि यदि इस बिल पर अमल किया गया, तो देश हमारे लिए सुरक्षित नहीं रह जायेगा। उन्होंने कहा कि नयी सरकार बननी चाहिए। सेक्युलर सरकार का गठन हो, ताकि इस बिल को रद्द किया जाये। या फिर पूर्वोत्तर के लोगों को इस बिल से अलग रखा जाये। उन्होंने कहा कि भाजपा, संघ और अन्य सांप्रदायिक ताकतों के हाथों में देश सुरक्षित नहीं है। ये लोग हमारे व्यक्तिगत जीवन में ताकझांक कर रहे हैं। ये हमें बता रहे हैं हम क्या खायें, क्या न खायें। ये हमारी धार्मिक स्वतंत्रता में दखलंदाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल को कुछ ही वर्षों में बदल देने वाली ममता बनर्जी के नेतृत्व में केंद्र में एक सेक्युलर सरकार का गठन होगा और वह बेहतर सरकार बनायेंगी। वह पूर्वोत्तर के लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करेंगे। उन्होंने पूर्वोत्तर के लोगों से अपील की कि भाजपा से वे किसी प्रकार का रिश्ता नहीं रखें। ममता बनर्जी के हाथ को मजबूत करें।


अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगांग अपांग ने कहा कि देश के लोगों को बचाये रखने की जिम्मेवारी हम सबको लेनी होगी। उत्तर-पूर्व में सबसे पहले सूर्योदय होता है। अरुणाचल की आवाज पूर्वोत्तर की आवाज होती है।  अपांग ने कहा कि वह पूर्वोत्तर का प्रतिनिधित्व करने के लिए इस ऐतिहासिक सभा में आये हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, पीवी नरिसम्हा राव, देवेगौड़ा, अटल बिहारी वाजपेयी और डॉ मनमोहन सिंह के साथ काम करने का मौका मिला। सभी लोकतंत्र में विश्वास रखते थे। लेकिन, केंद्र की वर्तमान सरकार लोकतंत्र में यकीन नहीं रखती। वह येन-केन-प्रकारेण सत्ता में बने रहना चाहती है।  अपांग ने कहा कि सीबीआइ आज सरकार के हाथों की कठपुतली बन चुकी है. उसकी वजह से मंत्री तक को आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा कि देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के सामने एक संकट है कि दिल्ली देश को बांटने में लगा है। खासकर पूर्वोत्तर को। दिल्ली और नगा संगठनों के बीच जो समझौता हुआ, वह इसका स्पष्ट उदाहरण है कि किस तरह यह सरकार लोगों को बांटने में जुटी है। उन्होंने कहा कि ब्रिगेड रैली देश के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ेगा। स्वामी विवेकानंद, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन और कवि गुरु रवींद्रनाथ टैगोर के देश को एकता के सूत्र में पिरोने के योगदान को याद किया।  अपांग ने कहा कि ममता के नेतृत्व में सभी दलों को एकजुट होकर लोगों की आवाज बननी चाहिए। लोकतंत्र को मजबूर करना चाहिए।

2019 में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे : हेमंत सोरेन

झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश में जिस तरह से सांप्रदायिक ताकतों का बोलबाला बढ़ रहा है, उससे देश में भय का माहौल है। एकता और अखंडता के प्रतीक इस देश में लोग डरकर जी रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी जिस तरह से देश और राज्यों को चलाने का प्रयास कर रही है, यह आने वाले समय में देश में भयावह स्थिति पैदा करने वाला है। यहां भारी संख्या में क्षेत्रीय दल मौजूद हैं। जिस तरह से हमलोग यहां एकजुट हुए हैं, इससे यही लगता है कि हम यदि लोगों की भावनाओं को समझ पाये और उनके साथ चल पाये, तो हम मिलकर ऐसी सांप्रदायिक ताकतों को मुंहतोड़ जवाब देंगे। आज हर वर्ग, हर समुदाय के लोग कहीं न कहीं मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति का शिकार हो रहे हैं। व्यापारी, नौजवान, महिला या किसी जाति समुदाय के लोग खासकर अल्पसंख्यक, दलित और आदिवासी सरकार का अत्याचार झेल रहे हैं। गुजरात, झारखंड, बंगाल या देश के किसी अन्य राज्य की बात हो, सरकार बनने के बाद से ही लोगों का शोषण शुरू हो गया। ये लोग डरे सहमे हैं। ममता दी ने भाजपा विरोधी ताकतों को एकजुट करने का बीड़ा उठाया है। हम सब मिलकर लड़े, तो भाजपा को जरूर उखाड़ फेंकेंगे। झारखंड में आदिवासी, दलितों पर अत्याचार का नया इतिहास लिखा जा रहा है। 2019 में आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे। हेमंत ने युवाओं का आह्वान किया कि वे सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ उठें और जनविरोधी सरकार को उखाड़ फेंकें।














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