जयपुर। परिवहन निरीक्षकों के नोटिस मिलने पर आज परिवहन निरीक्षक संघ ने विरोध जताया। परिवहन आयुक्त ने रेवेन्यू में ढिलाई बरतने पर परिवहन निरीक्षक के करीब दो दर्जन से अधिक इंस्पेक्टरों को नोटिस थमाया था। इसको विरोध जताते हुए निरीक्षक संघ ने आज परिवहन आयुक्त रवि जैन से मुलाकात कर नोटिस की कार्रवाई को वापस लेने का आग्रह किया।
परिवहन निरीक्षक संघ ने परिवहन आयुक्त की नोटिस देने की कार्रवाई का विरोध जताते हुए आज मुलाकात कर नोटिस वापस लेने की मांग की है, क्योंकि कोरोना संक्रमण के चलते प्रदेश में सरकार की ओर से बसों का टैक्स माफ कर दिया गया है तो वहीं केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार परिवहन विभाग ने प्रदेशभर के सभी वाहनों के रजिस्ट्रेशन, लाईसेंस और परमिट की तारीख भी आगे बढा देने से रेवेन्यू की कार्रवाई नहीं हो पाई है। ऐसे में परिवहन आयुक्त ने रेवेन्यू में ढिलाई बरतने को लेकर परिवहन निरीक्षकों को नोटिस देकर रेवेन्यू में ढिलाई नहीं बरतते हुए अधिक से अधिक कार्रवाई कर रेवेन्यू जनरेट करने का दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे में परिवहन निरीक्षकों के सामने इस संकटकाल में रेवेन्यू जनरेट करना है।
परिवहन आयुक्त रवि जैन का कहना है कि कोरोना संक्रमण के बाद विभागीय कार्रवाई में ढिलाई बरतने के चलते निरीक्षकों को कारण बताओ नोटिस दिया गया है, क्योंकि परिवहन विभाग में रेवेन्यू जनरेट करने में काफी ढिलाई बरती जा रही थी। ऐसे में मैने खुद ने मौके का जायजा लेकर परिवहन निरीक्षकों की कार्रवाई में ढिलाई को देखते हुए नोटिस दिए गए है। ये नोटिस कोई 17 सीसी के नहीं है ये नोटिस सिर्फ काम में तेजी लाने के लिए निरीक्षकों को दिए गए है, जिससे ज्यादा से ज्यादा रेवेन्यू जनरेट कर सरकार को दिया जा सके। क्योंकि परिवहन विभाग सरकार का रेवेन्यू जनरेट करने वाला विभाग है।
परिवहन निरीक्षक संघ ने आयुक्त से मुलाकात कर मांग की है कि विभाग की इस तरह नोटिस की कार्रवाई से परिवहन निरीक्षक तनाव में आ रहा है, क्योंकि जब मुख्य सचिव मानते है कि इस कोरोना समय के चलते चुनौतिपूर्ण कार्य है तो हम तो एक विभाग की बहुत छोटी कड़ी है। हमारे समाने कितना चुनौतिभरा काम है, क्योंकि कोरोना के चलते वाहनों से रेवेन्यू जनरेट करना चुनौतिभरा है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें