जयपुर । राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने गुरूवार को मीडिया से वार्ता के दौरान केंद्र की भाजपा सरकार द्वारा लॉकडाउन के वक्त आमजन को दी गई राहत व केंद्र की योजनाओं का जिक्र किया। इस दौरान उनके साथ जयपुर सांसद रामचरण बोहरा व जयपुर शहर जिलाध्यक्ष, प्रदेश मीडिया संयोजक नीरज जैन और विमल कटियार भी मौजूद रहे।
विशेषाधिकार हनन मामले पर राजस्थान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा मुझ से पहले तो मुख्यमंत्री कह चुके थे कि 35 करोड़ में खरीद फरोख्त हो रही है। इस प्रकरण पर यदि मुख्यमंत्री प्रमाण दे देंगे तो मैं भी अपने प्रमाण पेश कर दूंगा। पूनिया ने कहा कि सदन के अंदर कोई बात होती है तो उसका सदन के अंदर ही जवाब दिया जाता है और सदन के बाहर बहुत सी राजनीतिक बाते कहीं जाती है और उसी का यह हिस्सा था फिर भी मैं अपने जवाब में पूरी जानकारी दे दूंगा।
पूनिया ने कहा कि वर्चुअल रैली के तहत भाजपा लोगों से जुड़ी और वर्चुअल के तहत सोशल मीडिया के माध्यम से 'गहलोत कुछ करो ना' का ट्रेड भी चला था। पूनिया ने बताया कि राजस्थान के 33 जिलों में हमारे करीब 200 लोगों पर मुकदमें हैं जो आंदोलन का हिस्सा है। जिनमें राष्ट्रीय अध्यक्ष से लेकर सांसद व विधायक पर भी मुकदमे लगे हैं यदि घर बैठक मुकदमे लगते तो वह संज्ञान में नहीं आते।
मीडिया वार्ता के दौरान पूनिया ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को आड़े हाथ लेते हुये कहा कि अपनी विफलता छीपाने में दोनों ही माहिर हैं। प्रदेश सरकार अभी तक बहुत सी चीजे तय नहीं कर पाई है। यह तो गनीमत थी कि केंद्र सरकार ने दूर्दशन और आकाशवाणी के माध्यम से उनको स्लोट आवंटित किये और बड़ी सहूलियत दी लेकिन तरह से पाठ्यक्रमों को लेकर विसंगतियां बनी है और अब यह चर्चा बनी हुई है। और अब इन्हें अपनी गिरेबां में झाकने की आवश्कयता है।

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