जयपुर। राजस्थान के उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के बगावती तेवरों के बीच सोमवार सुबह होने वाली कांग्रेस विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी किया गया है। अब सभी कांग्रेस विधायकों को विधायक दल की बैठक में मौजूद रहने की बाध्यता हो गई है। जो भी विधायक व्हिप जारी होने के बावजूद बैठक में नहीं पहुंचेंगे, उनकी सदस्यता समाप्त हो जाएगी। पार्टी व्हिप का उल्लंघन करने पर विधायकी जाने का प्रावधान है। सुबह 10.30 बजे विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी किया गया है। वहीं, सूत्रों से एक बड़ी जानकारी सामने आई है। बताया जा रहा है कि सचिन पायलट सोमवार को ही बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
राजस्थान कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीजेपी द्वारा सरकार गिराने के षड्यंत्र का पर्दाफाश किया था। उसके बाद सोनिया गांधी ने हमें शाम तक 109 विधायकों ने सहमति पत्र पर दस्तखत कराने को कहा। पांडे ने कहा कि अशोक गहलोत ने सोनिया गांधी को विश्वास व्यक्त किया है। अविनाश पांडे की मानें तो कुछ अन्य विधायकों ने भी समर्थन दिया है। 13 जुलाई को सुबह 10.30 बजे विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी किया गया है। उन्होंने बताया कि जो विधायक इस बैठक में नहीं आएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
बीजेपी पर लगाया षड्यंत्र रचने का आरोप
अविनाश पांडे ने कहा कि बीजेपी के षड्यंत्र को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। कांग्रेस के सब विधायक एकजुट हैं। बीजेपी की मुहिम सफल नहीं होगी। बीजेपी हर राज्य में लोकतांत्रिक तरीके से चुनी सरकारों को अस्थिर कर रही है। बीजेपी राजस्थान में भी कर्नाटक और मध्य प्रदेश की तरह की घटनाएं दोहराना चाहती है, लेकिन इसे कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। वहीं, कहा जा रहा है कि व्हिप के जरिए सचिन पायलट और समर्थक विधायकों को दबाव में लेने की कवायद तेज कर दी गई है। विधायक दल की बैठक के लिए व्हिप जारी करने को काफी आम माना जा रहा है। सचिन पायलट और उनके समर्थक विधायकों पर इसे दबाव बनाने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है।

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