गुरुवार, 18 अक्टूबर 2018

झूठी सूचना देकर चुनाव डयूटी निरस्त करवाने वालों और करने वालों को बख्शा नहीं जायेगा — अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डाॅ. जोगाराम

इससे जनता के बीच भी यह संदेश जायेगा कि किसी भी सक्षम अधिकारी ने उचित कारण पाया होगा तभी चुनाव डयूटी निरस्त की है, यह अफवाह जो अमूमन ऐसे माहौल में फैला दी जाती है कि पैसा देकर डयूटी निरस्त करवाई जा सकती है,वह भ्रामक और असत्य कथनों के अतिरिक्त और कुछ नहीं है, और अगर अपवादस्वरूप कोई ऐसा कृत्य करते पाया गया तो उसे दंडित किया जायेगा। 


जयपुर। प्रदेश में जैसे—जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे है, विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों में हडकम्प मचा हुआ है किसकी चुनावों में डयूटी लगेगी किसकी नहीं, कौन चुनावों में अगर डयूटी लगती है तो येन—केन—प्रकारेण अपनी डयूटी निरस्त करवाने में सफल हो पायेगा, कौन इसमें सफल नहीं हो पायेगा, जो सफल नहीं हो पायेगा उसे किस—किस दरबार में ढोक लगानी पडेगी और कौन किसी भी तरह ले—देकर उसका काम करायेगा, इसकी जुगत में सभी लगे हुए है, और जब ग्राहक मौजूद हो तो दुकानदार भी पैदा हो ही जाते है यह बाजार का नियम है ।

 दुकानदारों और ग्राहकों पर अंकुश लगाने के लिये अभी से निर्वाचन विभाग ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया है, और अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए कि वह गलत पाये जाने पर किसी को बख्शेगा नहीं, राज्य के अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डाॅ. जोगाराम ने कहा कि जिला चुनाव अधिकारी अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए चुनाव डयूटी लगाते है और डयूटी निरस्त करने का आवेदन होने पर उसका उचित कारण पाये जाने पर निरस्त भी कर सकते है, लेकिन अगर किसी ने डयूटी निरस्त करने के कारणों में गलत सूचना देकर डयूटी निरस्त करवाई तो जिसने डयूटी निरस्त करवाई और जिसने डयूटी निरस्त की, उन दोनों को बख्शा नहीं जायेगा, और नियमानुसार उचित विभागीय और कानूनी कार्यवाही की जायेगी, इससे जनता के बीच भी यह संदेश जायेगा कि किसी भी सक्षम अधिकारी ने उचित कारण पाया होगा तभी डयूटी निरस्त की है, यह अफवाह जो अमूमन ऐसे माहौल में फैला दी जाती है कि पैसा देकर डयूटी निरस्त करवाई जा सकती है,वह भ्रामक और असत्य कथनों के अतिरिक्त और कुछ नहीं है, और अगर अपवादस्वरूप कोई ऐसा कृत्य करते पाया गया तो उसे दंडित किया जायेगा। 

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