जयपुर। घनश्याम तिवाड़ी ने भले ही भाजपा छोड़कर नई पार्टी बना ली हो लेकिन अभी उनकी चिंताएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. पहले नई पार्टी के गठन की चिंता थी. पार्टी बनी तो अब उनके सामने एक नई चिंता सामने आ गई. इस चिंता को दूर करने के लिए तिवाड़ी
भाजपा छोड़कर भारत वाहिनी के रूप में नई पार्टी का गठन करने वाले सांगानेर विधायक घनश्याम तिवाड़ी को अपनी पार्टी के लिए चुनावी फण्ड की चिंता सताने लगी है. चिंता होना लाजमी भी हैं क्योंकि नई पार्टी के कर्ताधर्ता तिवाड़ी ही हैं और चुनाव में पार्टी और प्रत्याशी के चुनाव प्रचार पर होने वाले खर्च को उठाने की बड़ी जिम्मेदारी तिवाड़ी पर ही है. यही वजह हैं कि अब तिवाड़ी आमजन से इस चुनाव में आर्थिक मदद के लिए अपील करते नजर आएंगे. सोशल मीडिया के जरिये भारत वाहिनी पार्टी चुनावी फंडिंग करेगी. इसके लिए बाकायदा सोशल मीडिया और आमजन के बीच जाकर अभियान चलाया जाएगा.
टेलीफोन कॉल, पत्र और सोशल मीडिया पर तिवाड़ी करेंगे अपील
चुनावी फण्ड एकत्रित करने के लिए तिवाड़ी जल्द ही आमजन को टेलीफोन कॉल, पत्र और सोशल मीडिया पर अपील के जरिये भारत वाहिनी पार्टी के लिए आर्थिक मदद मांगेंगे. तिवाड़ी यह पत्र पार्टी कार्यकर्ता और उन सभी मतदाताओं को भेजेंगे जो तीसरी राजनीतिक शक्ति के रूप में प्रदेश में नए राजनीतिक उदय के पक्षधर हैं. तिवाड़ी की ओर से इस इस दिशा में काम शुरू हो गया है.
नए राजनीतिक दल को आती है आर्थिक समस्या
चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों में फंडिंग का काफी महत्व है, क्योंकि जिस पार्टी के पास अच्छा खासा चुनावी फंड होगा, वह चुनाव के दौरान पार्टी का उतना ही प्रचार प्रसार कर पाएंगे और धनबल के आधार पर चुनावी जीत का सफर भी तय कर सकते हैं. हालांकि वर्षों से स्थापित पुराने राजनीतिक दलों खासतौर पर भाजपा और कांग्रेस में फंडिंग की कभी कोई समस्या नहीं होती क्योंकि चुनाव के समय इन राजनीतिक दलों में फंड अपने आप आता है लेकिन नए राजनीतिक दलों के समक्ष फंडिंग की समस्या बनी रहती है.
नए राजनीतिक दल से कई कार्यकर्ता, नेता और लोग टिकट की चाह में जुड़ तो जाते हैं लेकिन नए दलों में जीत की संभावना बेहद कम होती है इसके चलते इन राजनीतिक दलों में से जुड़ने वाले कार्यकर्ता भी ज्यादा आर्थिक मदद करने से बचते हैं. भारत वाहिनी पार्टी के साथ भी कुछ ऐसा ही है.सांगानेर से विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने नई पार्टी का गठन तो कर लिया लेकिन इसमें अब तक जो संसाधन लग रहे हैं उसे घनश्याम तिवाड़ी ही लगा रहे हैं. लेकिन एक व्यक्ति के सहारे प्रदेशव्यापी राजनीतिक दल चलाना, खास तौर पर जब चुनाव के समय फंड की बहुत आवश्यकता होती है. उस दौरान भारत वाहिनी पार्टी के लिए बेहद जरूरी है कि वह ज्यादा से ज्यादा फंड एकत्रित कर सके. यही कारण है घनश्याम तिवाड़ी आमजन से फंडिंग की अपील करने के लिए पार्टी की ओर से अभियान चलाए जाने की बात कहते हैं.
घनश्याम तिवाड़ी की पार्टी भी अब चुनावी फंडिंग में जुटेंगे. हालांकि भारत वाहिनी के प्रदेशाध्यक्ष घनश्याम तिवाड़ी का कहना है कि जितने संसाधन होंगे उसके आधार पर उनकी पार्टी चुनाव लड़ेगी. तिवाडी के अनुसार ज्यादा से ज्यादा संसाधन जुटा सके इसके लिए ही फंडिंग के लिए अभियान चलाया जाएगा. तिवाडी की माने तो अभियान और चुनावी तैयारी दोनों साथ साथ चलेगा.

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