जयपुर । राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता क्या लगी, किसानों का मुआवजा सरकारी फाइलों में अटक गया। प्रदेश के 9 जिले जोधपुर, जालोर, बाड़मेर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, पाली, बीकानेर, चूरू और नागौर में इस बार सूखा पड़ने से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सूखे की स्थिति को लेकर अपना बयान जारी कर चुके है। वहीं आप पार्टी के नेता रामपाल जाट भी अनशन कर रहे है। करीब छह हजार गांव में फसल बर्बाद हो चुकी है, लेकिन सूखे की घोषणा नहीं होने के कारण मुआवजा का मामला फाइलों में अटक गया है।
आपका एवं राहत विभाग के शासन सचिव हेमंत कुमार गेरा ने बताया कि सूखा पड़ने पर किसानों को राहत देने के लिए नीति केंद्र ने तय की है और 33 फीसदी खराबे पर ही किसानों को मुआवजा दिया जा सकता है। आपका विभाग के मुताबिक गिरदावरी रिपोर्ट मिलने के बाद ही सूखे की घोषणा संभव है। इसके बाद ही किसानों की मुआवजा दे सकते है।

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