जयपुर। हिंदू धर्म में मृतक की अस्थियों को गंगा जी में प्रवाहित करने को सबसे बड़ा पुण्य माना गया है। शहर में कई लोग लावारिस हालत में मर जाते हैं और उनकी अस्थियां श्मशान में पड़ी रहती है। लेकिन समाज में कुछ ऐसी संस्थाएं और नीरज तंबोली जैसे लोग हैं, जो इन लावारिस अस्थियों को गंगा जी में प्रवाहित कर पुण्य कमा रहे हैं।
शहर के जेके लोन अस्पताल में कार्यरत सीनियर नर्सिंग स्टाफ नीरज तंबोली पिछले 10 वर्ष से लावारिस अस्थियों को गंगा जी में प्रवाहित कर मृतक की आत्मा को मोक्ष दिलाने का काम कर रहे हैं। नीरज तंबोली गुरुवार को समाजसेवी गुलशन मक्कड़ और अमर वीर सिंह शंटी के साथ लावारिस अस्थियों को लेकर जयपुर से हरिद्वार के लिए रवाना हुए।
इससे पहले जयपुर सांसद रामचरण बोहरा ने आज आदर्श नगर श्मशान घाट में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना के बाद अस्थियों को हरिद्वार रवाना किया। जयपुर में लॉकडाउन के दौरान मृत हुए 20 लावारिस व्यक्तियों की अस्थियों को हरिद्वार ले जा रहे हैं। हरिद्वार में पूजन अर्चन के बाद विधि विधान के साथ अस्थियों को गंगा जी में प्रवाहित कर मोक्ष की प्रार्थना की जाएगी।
सांसद रामचरण बोहरा दे रहे विशेष सहयोग
नरसिंहगढ़ में नीरज तंबोली का कहना है कि अस्थि विसर्जन के इस पुनीत कार्य में जयपुर सांसद रामचरण बोहरा का विशेष सहयोग है। सांसद बोहरा हमेशा जयपुर वासियों के सुख-दुख में काम आते हैं। इधर सांसद बोहरा का कहना है कि मृतकों के परिजन नहीं है लेकिन उनकी अस्थियां लावारिस नहीं है क्योंकि मृतक भी कहीं न कहीं जयपुर के नागरिक थे। ऐसे में उन्हें लावारिस नहीं माना जा सकता। नीरज तंबोली और उनके सहयोगी पुनीत कार्य कर रहे हैं।

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