जयपुर। बीजेपी ने प्रवासियों की वापसी के मामले में सरकार पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि भरतपुर में जिन बसों में प्रवासी होने का दावा कांग्रेस की तरफ से किया जा रहा है, वहां बसें में तो खड़ी हैं लेकिन इनमें कोई प्रवासी श्रमिक नहीं है।
पूनिया ने इस संबंध में वीडियो भी जारी किए हैं, जो उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं की तरफ से मुहैया कराए गए। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि, बीजेपी के कार्यकर्ता भरतपुर और उत्तर प्रदेश की सीमा पर खड़ी बसों के ड्राइवर से भी बात करके आए। जहां खुद ड्राइवर भी इस बात को कह रहे हैं कि वे यहां खड़े हैं, लेकिन इन बसों में कोई प्रवासी श्रमिक नहीं है। उन्होंने कहा कि ड्राइवरों ने अपने लिए भोजन पानी का इंतजाम नहीं होने का भी आरोप लगाया।
पूनिया के साथ ही नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने भी प्रवासियों की घर वापसी के मामले में सरकार पर राजनीति करने के आरोप लगाए। कटारिया ने सीधे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने सबसे पहले लॉकडाउन करके और प्रवासियों को घर वापस लाने की बात करके श्रेय लेने की कोशिश तो की, लेकिन प्रवासियों की वापसी के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए। कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री बोलते कुछ है जबकि करते कुछ और हैं। नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान सरकार ने इस मामले में सिर्फ प्रवासियों की कोहनी पर गुड़ लगाने का काम ही किया।कटारिया ने सरकार को नसीहत देते हुए कहा कि राजनीति में पत्थरबाजी का काम नहीं करना चाहिए।इससे सिर्फ और सिर्फ प्रदेश का नुकसान ही होगा।
राजेंद्र राठौड़ ने भी जमकर किए कटाक्ष
विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने सरकार की तरफ से 9 करोड़ लोगों के स्क्रीनिंग किए जाने के दावे पर सवाल उठाए। राठौड़ ने कहा कि एक तरफ सरकार प्रवासियों के मामले में सिर्फ एक परिवार को राजी करने के लिए प्रपंच कर रही है तो दूसरी तरफ स्क्रीनिंग के मामले में भी प्रदेश को अंधेरे में रख रही है।
राठौड़ ने कहा कि सरकार को इस बात का पता होना चाहिए कि सर्वे और स्क्रीनिंग में अंतर होता है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या सरकार के पास इतनी थर्मल गन भी हैं जो वह इतनी बड़ी संख्या में लोगों की स्क्रीनिंग कर सके? राठौड़ ने चुटकी लेते हुए कहा कि कहीं सरकार के नुमाइंदे रतनपुर बॉर्डर और ऊंचा नगला बॉर्डर के पास जाकर दूसरे राज्यों में तो स्क्रीन करके आ गए?

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