जयपुर। कहते हैं कि किसी भी विपदा का मुकाबला समाज मिलकर ही कर सकता है। प्रदेश या फिर समाज पर आने वाली विपदा का मुकाबला कोई अकेला कर ही नहीं सकता।
शायद यही वजह है कि इस समय कोरोना महामारी जैसी आई विपदा में विपक्ष से लेकर एनजीओ तक सरकार के साथ खड़े हुए हैं। लॉकडाउन की वजह से दिहाड़ी मजदूरी करने वालों के सामने आए रोजी-रोटी के संकट को देखते हुए लोगों ने शुरुआती लॉकडाउन में खूब सेवा की लेकिन अब जैसे जैसे लॉकडाउन की मियाद बढ़ती जा रही है, मददगार लोग अपने मदद के कदम पीछे खींचते जा रहे हैं।
जयपुर में तैयार भोजन की व्यवस्था का जिम्मा संभाल रहे स्मार्ट सिटी सीईओ IAS अधिकारी लोकबंधु बे बताया कि प्रशासन के स्तर पर NGO को सूखा राशन सामग्री देकर कम्युनिटी किचन सेंटर संचालित कर प्रतिदिन ढाई से 3 लाख लोगों तक तैयार भोजन (पका हुआ) पहुंचाया जा रहा है। कोई भी व्यक्ति भूखा न सोए, इसी प्लानिंग के साथ गांव से लेकर शहर तक काम किया जा रहा है।
गरीबों को राशन उपलब्ध कराने से लेकर दो जून का भोजन तक उपलब्ध कराया जा रहा है। कोविड-19 में लॉकडाउन की स्थिति में कोई भी व्यक्ति भूखा न रहे और हर जरूरतमंद को भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो, इस सकारात्मक सोच के साथ जिला प्रशासन बेहतर कदम उठा रहा है। रोजाना हजारों लोगों के लिए भोजन तैयार करके पहुंचाना बड़ी जिम्मेदारी है। हर क्षेत्र में हर जरूरतमंद और प्रवासी मजदूर को भोजन कराया जा रहा है।

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