जयपुर । केंद्रीय मंत्री और राजस्थान के चुनाव प्रभारी प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि राममंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं को इधर-उधर की बातें नहीं करके अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए। जयपुर के मीडिया सेंटर में कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद के आरोपों पर पलटवार करते हुए जावड़ेकर ने कहा कि राममंदिर का मुद्दा भाजपा के लिए चुनावी मुद्दा नहीं है बल्कि आस्था का मुद्दा है।
उन्होंने कहा कि राममंदिर को लेकर 500 वर्ष से लड़ाई लड़ी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह वही गुलाम नबी आजाद है, जो यह कहते थे कि कोई हिन्दू कार्यकर्ता मुझे घर नहीं बुलाता है। पहले कांग्रेस का चरित्र एक सम्प्रदाय परस्त था और अब शिवभक्त बन रहे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी राममंदिर को लेकर पिछले दिनों विवादित बयान दिया था। शशि थरूर के बयान के बाद कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि वह रामजन्मभूमि पर राम मंदिर चाहते हैं या नहीं चाहते। कांग्रेस नेता इधर-उधर की बात न करें, इस मुद्दे पर सीधा-सीधा बताएं ।बीमार कांग्रेस राजस्थान को बीमारू समझ रही है
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस खुद बीमार है और वह राजस्थान को बीमारू प्रदेश समझ रही है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी रोजगार को लेकर सवाल करती है, तो भाजपा नेता रोजगार के मुद्दे पर खुली बहस के लिए तैयार है। उन्होंने आरोप लगाया कि जानबूझकर राजस्थान के नागरिकों को कांग्रेस पार्टी बदनाम कर रही है।
उन्होंने कहा कि बीमारू तो कांग्रेस के शासन में राजस्थान रहा है, और कांग्रेस को यह आत्मपरीक्षण करना चाहिए कि अब 4 राज्यों तक क्यों सिमट गई है। जावड़ेकर ने कहा कि अगर कांग्रेस यह आरोप लगा रही है कि मोदी सरकार में स्कैंडल हो रहे है, तो कांग्रेस शासन में सीडब्ल्यूजी, टू जी, कोल, रेलगेट और स्कैम ही स्कैम ही हुए थे। अब केंद्र सरकार पर कोई आरोप नहीं है, तो कांग्रेस नेता झूठे आरोप लगा रहे है।

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