भाजपा प्रदेश के चुनावी मीडिया सेंटर के उदघाटन के मौके पर जयपुर महापौर ने करवाया आचार संहिता का खुलेआम उल्लंघन, जगजाहिर ब्लॉग की खबर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी,राजस्थान ने लिया स्वप्रेरित प्रसंज्ञान, जिला निवार्चन अधिकारी कलक्टर जिला जयपुर को अशोक लाहोटी जयपुर महापौर के खिलाफ जांच के दिये आदेश, अशोक लाहोटी द्वारा भारतीय जनता पार्टी की लुटिया डुबाने में लगे होने से वसुन्धरा राजे की चली तो अशोक लाहोटी का टिकिट खतरे में।
जयपुर। जगजाहिर ब्लॉग ने लिखा था कि जिला चुनाव अधिकारी के अशोक लाहोटी के वाहन पर जीपीएस लगाये जाने से खफा जयपुर महापौर अब निर्वाचन विभाग को सत्ता का पावर दिखाते हुए खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन करने पर उतर आये है और उन्होंने पार्टी के प्रदेश के चुनावी मीडिया सेंटर के उदघाटन के मौके पर इसका नजारा भी पेश किया जब फायर ब्रिगेड की गाडियों से पानी का छिड़काव चुनावी मीडिया सेन्टर के प्रांगण में करवाया।
जगजाहिर ब्लॉग की खबर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी,राजस्थान ने स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लिया और जिला निवार्चन अधिकारी कलक्टर जिला जयपुर को अशोक लाहोटी जयपुर महापौर के खिलाफ जांच के आदेश दे दिये । अब अशोक लाहोटी द्वारा भारतीय जनता पार्टी की लुटिया डुबाने में लगे होने से वसुन्धरा राजे की चली तो अशोक लाहोटी का टिकिट खतरे में पड़ गया है, और टिकिट मिलने की उनकी उम्मीदों पर पानी फिर सकता है, क्योंकि उन पर पहले भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने की आशंका के आरोप लग चुके है।
स्वतंत्र पत्रकार राजेन्द्र सिंह गहलोत ने जगजाहिर में ही लिखा था कि जयपुर महापौर अशोक लाहोटी लगे हैं भारतीय जनता पार्टी की लुटिया डुबोनें में। गहलोत ने लिखा कि राजस्थान प्रवास पर आये भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि भाजपा के पदाधिकारीगण जनता के लिये काम करें, टिकिट मिलने की उनको गारंटी नहीं है, इन बातों से जयपुर शहर के महापौर को स्पष्ट हो गया कि उन्हें टिकिट नहीं मिलेगी, इसी कारण अशोक लाहोटी भारतीय जनता पार्टी की लुटिया डुबाने में लगे हुए है, और आम जनता पर आर्थिक बोझ डालकर पार्टी पर से भरोसा उठाने में लग गये, उन्होंने चारदीवारी के लोगों के खिलाफ शपथपत्र भरवाने, जुर्माना वसूलने, कोर्ट में चालान पेश करने का तुगलकी फरमान जारी किया, जिससे बीजेपी के महापौर के इन आदेशों से आहत चारदीवारी के तीन लाख वोटों ने तो यहां तक कहा कि लगता है महापौर अशोक लाहोटी ने बीजेपी को आगामी चुनावों में हराने का किाी पार्टी से गोपनीय अनुबंध कर लिया है, इसका परिणाम बीजेपी को आगामी चुनावों में भोगना पड़ेगा, चारदीवारी की जनता बीजेपी के पक्ष में है, लेकिन लगता है महापौर अशोक लाहोटी अंदरूनी तौर पर बीजेपी के विरूद्ध है, बजाय जनता से शपथपत्र लेने के मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे को महापौर अशोक लाहोटी से शपथपत्र भरवाना चाहिये कि आप अपने कर्तव्य पालन में असफल रहे हैं, इसलिये आप स्वंय बिना किसी दबाव के अपनी मर्जी से महापौर के पद से पार्टी के हित में त्यागपत्र दे रहें हैं।
इसलिये निसंकोच कहा जा सकता है कि अशोक लाहोटी द्वारा भारतीय जनता पार्टी की लुटिया डुबाने में लगे होने से वसुन्धरा राजे की चली तो अशोक लाहोटी का टिकिट खतरे में है, वह एक असफल महापौर साबित हुए है, उनके कृत्यों के कारण उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगे, वह जिला चुनाव अधिकारी के उनके वाहन पर जीपीएस लगाये जाने से खफा होकर निर्वाचन विभाग को सत्ता का पावर दिखाते हुए खुलेआम आचार संहिता का उल्लंघन करने पर उतर आये और उन्होंने पार्टी के प्रदेश के चुनावी मीडिया सेंटर के उदघाटन के मौके पर इसका नजारा भी पेश किया जब फायर ब्रिगेड की गाडियों से पानी का छिड़काव चुनावी मीडिया सेन्टर के प्रांगण में करवाया, और मुख्य निर्वाचन अधिकारी,राजस्थान द्वारा स्वप्रेरित प्रसंज्ञान लेने व अशोक लाहोटी के खिलाफ जांच के आदेश देने से निश्चित रूप बीजेपी की छवि को धक्का लगा है, और वसुन्धरा राजे कभी नहीं चाहेगी कि अशोक लाहोटी पर भरोसा करके वह अपनी पार्टी की एक सीट गवां दे।


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