मंगलवार, 6 नवंबर 2018

कांग्रेस की कथनी-करनी में अंतर है, सह प्रभारियों पर कोई कार्रवाई नहीं

जयपुर । क्या कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कथनी-करनी में अंतर है। इसके चलते चारों सह प्रभारियों पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं है। यह बार-बार मीडिया में आ चुका है कि चारों सह प्रभारियों ने पैसे लेकर पैनल में नाम जोड़े है और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पर हंगामा भी हो चुका है। 

लेकिन अभी तक कांग्रेस अध्यक्ष ने सिर्फ इन चारों सह प्रभारियों को अभी टिकट वितरण से दूर रखा है और अब नए सिरे से टिकट वितरण की कवायद तेज हो गई है।

पीसीसी चीफ सचिन पायलट बीते दिनों यह बयान जारी कर चुके है कि दिवाली के बाद पहली सूची जारी होगी। माना जा रहा है कि पहले सूची में वह नाम होंगे जिन पर कोई विवाद नहीं है। इसके चलते अनौपचारिक बैठकों का दौर जारी है।

वहीं अब चारों सह प्रभारियों के पैनल की कोई अहमियत नहीं रह गई है। अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी स्क्रीननिंग कमेटी की अध्यक्षा कुमारी शैलजा, संगठन महासचिव, अशोक गहलोत, पीसीसी चीफ सचिन पायलट की ही राय को अहमियत देंगे।

आगे चारों सह प्रभारियों की क्या भूमिका होगी, विधानसभा चुनाव में, इसको लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं हो सका है।

 टिकट वितरण में पैनल में नाम जोड़ने में भेदभाव को लेकर कांग्रेस के सह प्रभारी विवेक बंसल, काजी निजामुद्दीन, तरुण कुमार और देवेंद्र यादव पर भी आरोप जड़े गए है।

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