बजरी खनन माफिया से राज्य सरकार मिली हुई है,
गहलोत ने कहा कि अब जनता इस सरकार से जानना चाहती है, उनका क्या कसूर है। राज्य की जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा अब अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे राजस्थान में करवा रहीं हैं। पहले भी ऐसे बुलाया है, अब केंद्र की योजनाओं के बहाने बुलाया जा रहा है। लेकिन, अब जनता ने भाजपा को सत्ता से हटाने का मन बना लिया है।
गहलोत ने मुख्यमंत्री वसुंधरा पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज जो बेकदरी तिवाड़ी की हुई है ऐसा ही बुरा व्यवहार भैरोसिंह (बाबोसा) के साथ भी हुआ था।
उन्होंने कहा कि भैरोसिंह की भी स्थिति वसुंधरा ने काफी खराब कर दी थी। वे इस व्यवहार से काफी दुःखी हो गए थे। उपराष्ट्रपति होते हुए भी उनके साथ जो व्यवहार हुआ था, उसे राजस्थान कभी भूलेगा नहीं। गहलोत ने कहा कि जब भैरोसिंह उपराष्ट्रपति थे, और मैं मुख्यमंत्री था। उस दौरान हम उनके स्वागत के लिए कार्यक्रम का आयोजन करते थे, लेकिन पड़ौस में होते हुए भी वसुंधरा राजे ने कभी उनकी परवाह नहीं की। उस दिन को राजस्थान भूला नहीं है। गहलोत ने कहा कि ये लोग किस मुंह से वोट मांगेंगे।
इस मौके पर गहलोत पीएम मोदी पर भी निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को गर्व करना चाहिए कि वो उस कुर्सी पर बैठे हैं, जिस पर कभी पंडित जवाहर लाल नेहरू बैठा करते थे।
प्रदेश में अवैध खनन पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि अवैध खनन चरम पर पहुंच गया है और यह सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है। अवैध खनन के साथ-साथ लाखों करोड़ों का लेनदेन का भी खेल चल रहा है। प्रदेश में बजरी खनन पर रोक लगने के बाद लाखों मजदूर बेरोजगार हो गए है। लेकिन सरकार को इनकी कोई फिक्र नहीं है।
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