बुधवार, 27 जून 2018

वसुंधरा राजे मेरे पड़ोस में रहती हैं, मुझे उनकी चिंता बनी रहती है

 बजरी खनन माफिया से राज्य सरकार मिली हुई है,

जयपुर स्थित आवास पर मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने वसुंधरा के साढ़े चार साल के कार्यकाल पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की जनता ने झोली भरकर सीटें दी। इसके बाद वसुंधरा के नेतृत्व में भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाई। इस दौरान बड़े-बड़े दावे भी किए, लेकिन अब जवाबदेही की बात आती है तो वसुंधरा पीछे हट जाती हैं। जबकि अपने विश्वसनीय मंत्रियों और परनामी को आगे कर देती हैं।

गहलोत ने कहा कि अब जनता इस सरकार से जानना चाहती है, उनका क्या कसूर है। राज्य की जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा अब अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे राजस्थान में करवा रहीं हैं। पहले भी ऐसे बुलाया है, अब केंद्र की योजनाओं के बहाने बुलाया जा रहा है। लेकिन, अब जनता ने भाजपा को सत्ता से हटाने का मन बना लिया है।
 गहलोत ने मुख्यमंत्री वसुंधरा पर निशाना साधते हुए कहा है कि आज जो बेकदरी तिवाड़ी की हुई है ऐसा ही बुरा व्यवहार भैरोसिंह (बाबोसा) के साथ भी हुआ था।


उन्होंने कहा कि भैरोसिंह की भी स्थिति वसुंधरा ने काफी खराब कर दी थी। वे इस व्यवहार से काफी दुःखी हो गए थे। उपराष्ट्रपति होते हुए भी उनके साथ जो व्यवहार हुआ था, उसे राजस्थान कभी भूलेगा नहीं। गहलोत ने कहा कि जब भैरोसिंह उपराष्ट्रपति थे, और मैं मुख्यमंत्री था। उस दौरान हम उनके स्वागत के लिए कार्यक्रम का आयोजन करते थे, लेकिन पड़ौस में होते हुए भी वसुंधरा राजे ने कभी उनकी परवाह नहीं की। उस दिन को राजस्थान भूला नहीं है। गहलोत ने कहा कि ये लोग किस मुंह से वोट मांगेंगे।

इस मौके पर गहलोत पीएम मोदी पर भी निशाना साधने से नहीं चूके। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी को गर्व करना चाहिए कि वो उस कुर्सी पर बैठे हैं, जिस पर कभी पंडित जवाहर लाल नेहरू बैठा करते थे।

प्रदेश में अवैध खनन पर बोलते हुए गहलोत ने कहा कि अवैध खनन चरम पर पहुंच गया है और यह सब सरकार की मिलीभगत से हो रहा है। अवैध खनन के साथ-साथ लाखों करोड़ों का लेनदेन का भी खेल चल रहा है। प्रदेश में बजरी खनन पर रोक लगने के बाद लाखों मजदूर बेरोजगार हो गए है। लेकिन सरकार को इनकी कोई फिक्र नहीं है।

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