जयपुर । सहकारिता मंत्री अजय सिंह किलक ने बताया कि प्रदेश के 2 लाख 9 हजार 573 किसानों से 25 जून तक 2 हजार 396 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के 5 लाख 44 हजार 665 मीट्रिक टन चना की खरीद की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार ज्यादा से ज्यादा किसानों से चना की खरीद को सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में चना की खरीद 30 जून तक जारी रहेगी।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि चना खरीद के लिये 5 लाख 88 हजार 560 मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 92 प्रतिशत से अधिक का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार है कि 2 लाख से अधिक किसानों से 5 लाख 44 हजार 665 मीट्रिक टन चना की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 194 खरीद केन्द्र बनाकर 4400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना की समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है।
किलक ने बताया कि किसानों को उनकी उपज की राशि को पंजीकृत बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर किया जा रहा है और अबतक 1 लाख 358 किसानों को 1104.84 करोड़ रुपये का भुगतान उनके बैंक खातों में किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि शेष किसानों के बैंक खातों में शीघ्र ऑनलाइन भुगतान सुनिश्चित करने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
रजिस्ट्रार, सहकारिता राजन विशाल ने बताया कि प्रारम्भ में केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को 4 लाख मीट्रिक टन चना खरीद का लक्ष्य दिया था, लेकिन प्रदेश के अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के लिये राज्य सरकार द्वारा चना खरीद के लक्ष्य बढ़ाने के लिये केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के चना के लक्ष्य में 1 लाख 88 हजार 560 मीट्रिक टन का इजाफा किया है।
राजफैड की प्रबंध निदेशक डॉ. वीना प्रधान ने बताया कि पहली बार प्रदेश में पूरी पारदर्शिता एवं तत्परता से समर्थन मूल्य पर खरीद का कार्य किया जा रहा है और इसी कारण से राजफैड किसानों की संख्या एवं चना उपज की मात्रा के लिहाज से रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चना एवं लहसुन की खरीद जारी है और अब तक सरसों एवं गेहूं सहित चारों जिन्सों की 12 लाख 22 हजार 465 मीट्रिक टन उपज की खरीद की जा चुकी है जिसका मूल्य 4 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक है।
सहकारिता मंत्री ने बताया कि चना खरीद के लिये 5 लाख 88 हजार 560 मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा गया है और अब तक 92 प्रतिशत से अधिक का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि यह पहली बार है कि 2 लाख से अधिक किसानों से 5 लाख 44 हजार 665 मीट्रिक टन चना की खरीद की गई है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष 194 खरीद केन्द्र बनाकर 4400 रुपये प्रति क्विंटल की दर से चना की समर्थन मूल्य पर खरीद की जा रही है।
किलक ने बताया कि किसानों को उनकी उपज की राशि को पंजीकृत बैंक खाते में सीधे ट्रांसफर किया जा रहा है और अबतक 1 लाख 358 किसानों को 1104.84 करोड़ रुपये का भुगतान उनके बैंक खातों में किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि शेष किसानों के बैंक खातों में शीघ्र ऑनलाइन भुगतान सुनिश्चित करने के लिये संबंधित अधिकारियों को निर्देशित कर दिया गया है।
रजिस्ट्रार, सहकारिता राजन विशाल ने बताया कि प्रारम्भ में केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश को 4 लाख मीट्रिक टन चना खरीद का लक्ष्य दिया था, लेकिन प्रदेश के अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने के लिये राज्य सरकार द्वारा चना खरीद के लक्ष्य बढ़ाने के लिये केन्द्र सरकार से आग्रह किया गया। उन्होंने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश के चना के लक्ष्य में 1 लाख 88 हजार 560 मीट्रिक टन का इजाफा किया है।
राजफैड की प्रबंध निदेशक डॉ. वीना प्रधान ने बताया कि पहली बार प्रदेश में पूरी पारदर्शिता एवं तत्परता से समर्थन मूल्य पर खरीद का कार्य किया जा रहा है और इसी कारण से राजफैड किसानों की संख्या एवं चना उपज की मात्रा के लिहाज से रिकार्ड बनाने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में चना एवं लहसुन की खरीद जारी है और अब तक सरसों एवं गेहूं सहित चारों जिन्सों की 12 लाख 22 हजार 465 मीट्रिक टन उपज की खरीद की जा चुकी है जिसका मूल्य 4 हजार 700 करोड़ रुपये से अधिक है।

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