अनोखा गौ संरक्षण
30 देसी नस्लों की 15 हजार से अधिक गायें
काउ सफारी के दौरान लोग यहां 15 हजार से अधिक गायों के बीच समय व्यतीत कर पाएंगे। सफारी के दौरान लोग गायों को चारा खिलाना, गायों की सफाई, मसाज और दूध भी निकाल सकेंगे। हिंगोनिया गोशाला में देसी गायों की 30 से अधिक नस्लें हैं।
यहां लापरवाही के चलते मरी थी हजारों गायें
वर्ष 2016 में गोशाला प्रबंधन की लापरवाही के चलते यहां हजारों गाएं मर गए थी जिसके बाद ये मामला काफी उछला था। हालांकि राजस्थान में गो संरक्षण का राज्य सरकार की ये योजना नई नहीं है। इससे पहले राजस्थान राज्य में पहला राज्य बना था जहां गाय मंत्रालय भी शुरू किया गया था। इससे पहले ही हाल ही राजस्थान सरकार ने गो संरक्षण के लिए शराब पर 20 फीसदी सेस भी लगाया था।

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