सदियों से कायम कुरीति बाल विवाह के बंधन में मासूमों को नहीं बंधने देने और बाल विवाह को निरस्त करवाने का कस्बे की सैंकडों बेटियों के साथ उनकी माताओं ने संकल्प लिया। मौका था सूर्यनगरी के सारथी ट्रस्ट के तत्वावधान में स्थानीय राजकीय आदर्ष उच्च माध्यमिक विद्यालय सेतरावा के प्रांगण में बाल विवाह रोकथाम एवं निरस्तीकरण पर शुक्रवार को अनूठे ओरिएंटेषन कार्यक्रम का। जिसमें सार्वजनिक मंच पर सैंकडों बेटियों के साथ माताओं ने बाल विवाह को जड़ से खत्म करने की शपथ ली।
ओरिएंटेषन कार्यक्रम के आगाज में सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी एवं पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डाॅ.कृति भारती ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डाॅ.कृति भारती ने बताया कि विडम्बना यह है कि कानून होने के बावजूद बाल विवाह हो जाने के बाद पीडित व परिजन एक गलती को जिंदगी भर ढोने को विवष रहते हैं। डाॅ.कृति भारती ने बताया कि कानून के तहत बाल विवाह निरस्त भी करवाकर बाल विवाह से मुक्त होना संभव है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह करवाए जाने पर परिजनों के अलावा पंडित, हलवाई, टेंट व्यवसायी व अन्य को भी सजा का प्रावधान है। बाल विवाह के संबंध में जानकारी स्कूली अध्यापक, पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की हेल्पलाइन, सरकारी अधिकारी या ट्रस्ट के हेल्पलाइन नम्बर 7891022224 पर सूचना देने के लिए भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम में सारथी ट्रस्ट से जुडी बालिका वधु पपली, पिंकी कंवर व अन्य ने खुद के अनुभव बताए। वहीं बाल विवाह की मुहिम को लेकर प्रेरित किया। कार्यक्रम में बच्चों को बाल विवाह जागरूकता से संबंधित फिल्म भी दिखाई गई। बच्चों की जिज्ञासाओं को भी षांत किया। कार्यक्रम में स्कूली बालिकाओं और उनकी माताओं, षिक्षकों, सरकारी अधिकारियांे, मीडियाकर्मियों ने सामूहिक रूप से बाल विवाह नहीं होने देने और बाल विवाह निरस्त करवाने की शपथ भी ली। वहीं सभी से संकल्प-पत्र भरवाए गए।
बाल विवाह निरस्त में सिरमौर
उल्लेखनीय है कि देष का पहला बाल विवाह निरस्त सारथी ट्रस्ट की डाॅ.कृति भारती ने निरस्त करवाया था। इसके बाद से अब तक 33 बाल विवाह निरस्त करवाने के अलावा 900 बाल विवाह रूकवाए भी हैं। जिसके लिए डाॅ.कृति भारती को मारवाड रत्न, मेवाड रत्न सहित कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है।
ये रहे मौजूद कार्यक्रम में राजकीय आदर्ष उच्च माध्यमिक विद्यालय सेतरावा के प्रधानाचार्य भैराराम, मनोहरसिंह राठौड, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय सेतरावा की प्रधानाध्यापिका श्रीमती हीरा भाटी, सर्वोदय माध्यमिक विद्यालय के व्यवस्थापक भोमसिंह राठौड व प्रधानाचार्य भंवराराम, सेतरावा सरपंच गोपालसिंह, प्रेरक श्रवण षर्मा, व्याख्याता रामनिवास विष्नोई, छात्रनेता मनीश षर्मा, मयंक रांकावत, राजेष कुमार मील, रणजीतसिंह राठौड, लादूसिंह, करणसिंह, अगरसिंह व अन्य कई गणमान्यजन मौजूद थे।
ओरिएंटेषन कार्यक्रम के आगाज में सारथी ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी एवं पुनर्वास मनोवैज्ञानिक डाॅ.कृति भारती ने बाल विवाह के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डाॅ.कृति भारती ने बताया कि विडम्बना यह है कि कानून होने के बावजूद बाल विवाह हो जाने के बाद पीडित व परिजन एक गलती को जिंदगी भर ढोने को विवष रहते हैं। डाॅ.कृति भारती ने बताया कि कानून के तहत बाल विवाह निरस्त भी करवाकर बाल विवाह से मुक्त होना संभव है। बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह करवाए जाने पर परिजनों के अलावा पंडित, हलवाई, टेंट व्यवसायी व अन्य को भी सजा का प्रावधान है। बाल विवाह के संबंध में जानकारी स्कूली अध्यापक, पुलिस व महिला बाल विकास विभाग की हेल्पलाइन, सरकारी अधिकारी या ट्रस्ट के हेल्पलाइन नम्बर 7891022224 पर सूचना देने के लिए भी प्रेरित किया।
कार्यक्रम में सारथी ट्रस्ट से जुडी बालिका वधु पपली, पिंकी कंवर व अन्य ने खुद के अनुभव बताए। वहीं बाल विवाह की मुहिम को लेकर प्रेरित किया। कार्यक्रम में बच्चों को बाल विवाह जागरूकता से संबंधित फिल्म भी दिखाई गई। बच्चों की जिज्ञासाओं को भी षांत किया। कार्यक्रम में स्कूली बालिकाओं और उनकी माताओं, षिक्षकों, सरकारी अधिकारियांे, मीडियाकर्मियों ने सामूहिक रूप से बाल विवाह नहीं होने देने और बाल विवाह निरस्त करवाने की शपथ भी ली। वहीं सभी से संकल्प-पत्र भरवाए गए।
बाल विवाह निरस्त में सिरमौर
उल्लेखनीय है कि देष का पहला बाल विवाह निरस्त सारथी ट्रस्ट की डाॅ.कृति भारती ने निरस्त करवाया था। इसके बाद से अब तक 33 बाल विवाह निरस्त करवाने के अलावा 900 बाल विवाह रूकवाए भी हैं। जिसके लिए डाॅ.कृति भारती को मारवाड रत्न, मेवाड रत्न सहित कई राष्ट्रीय व अन्तर्राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है।
ये रहे मौजूद कार्यक्रम में राजकीय आदर्ष उच्च माध्यमिक विद्यालय सेतरावा के प्रधानाचार्य भैराराम, मनोहरसिंह राठौड, राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय सेतरावा की प्रधानाध्यापिका श्रीमती हीरा भाटी, सर्वोदय माध्यमिक विद्यालय के व्यवस्थापक भोमसिंह राठौड व प्रधानाचार्य भंवराराम, सेतरावा सरपंच गोपालसिंह, प्रेरक श्रवण षर्मा, व्याख्याता रामनिवास विष्नोई, छात्रनेता मनीश षर्मा, मयंक रांकावत, राजेष कुमार मील, रणजीतसिंह राठौड, लादूसिंह, करणसिंह, अगरसिंह व अन्य कई गणमान्यजन मौजूद थे।

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