सोमवार, 2 अक्टूबर 2017

स्‍वच्‍छता न होने से प्रतिवर्ष हर परिवार पर 50 हजार का बोझ

 गांधी जयंती के मौके पर दिल्‍ली के विज्ञान भवन में एक कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि एक लाख गांधी जी आ जाएं, 1 हजार मोदी आ जाएं तो भी स्वच्छता का सपना पूरा नहीं हो सकता, लेकिन सवा सौ करोड़ देशवासी आ जाएं तो पूरा हो जाएगा। 'स्वच्छ भारत अभियान' को आज तीन साल पूरे होने जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन साल पहले 'स्वच्छ भारत अभियान' की शुरुआत की । मुझे विश्वास है कि पांच साल आते-आते यह खबर नहीं छापेगा कि कौन स्वच्छता अभियान से जुड़ा था, बल्कि यह छापेगा कि इससे दूर कौन भाग रहे थे। समाज की शक्ति को अगर हम स्वीकार करके चलें। जन भागीदारी को स्वीकार करके चलें। सरकार को कम करते चलें, समाज को बढ़ाते चलें तो यह मिशन सफल होता ही जाएगा।'
प्रधानमंत्री ने बताया कि गंदगी से लोगों को काफी नुकसान होता है। उन्‍होंने कहा, 'स्वच्छता न होने की वजह से हर वर्ष एक परिवार पर 50 हजार रुपये का बोझ पड़ता है। माताएं बहनें अगर सुबह बाहर जाती हैं। अगर दिन हो गया तो उन्हें अंधेरे का इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में उनका स्वास्थ्य कैसे ठीक रहेगा? मां को पूछिए कि जब बाहर जाने से पहले सारी चीजें ठीक से रख देतें हैं तो कैसा लगता है? मां इसके जवाब में जरूर कहेगी कि घर की सफाई में आधा दिन चला जाता था, लेकिन अब बहुत जल्दी सारा काम हो जाता है। अगर कोई बाहर से हिंदुस्तान देखेगा तो ताजमहल इतना अच्छा, लेकिन गंदगी देखकर कैसा लगेगा।'

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