भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह जयपुर में डेरा डालते हुए चुनाव की कमान संभालेंगे। यहां उनके लिए किराए का मकान ढूंढा जा रहा है। यहां रहते हुए शाह ना केवल चुनाव संभालेंगे, बल्कि पार्टी के भीतर जारी गुटबाजी पर लगाम लगाएंगे। शाह की टीम पहले ही यहां पहुंच चुकी है, साथ ही चुनाव को लेकर काम भी शुरू कर दिया है।
जयपुर । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब जयपुर में डेरा डालेंगे। पार्टी पदाधिकारियों तथा शाह की टीम उनके लिए जयपुर में किराए के मकान की तलाश शुरू कर दी है। इसके तहत तीन-चार मकानों को देखा भी गया है। माना जा रहा है कि शाह जयपुर में रहते हुए पार्टी के भीतर उपजी गुटबंदी पर नियंत्रण पाने के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति को भी तैयार करेंगे
कर्नाटक का चुनाव खत्म होने के बाद अब अमित शाह का पूरा फोकस राजस्थान पर टिक गया है। इस साल के अंत में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें पार्टी सबसे ज्यादा राजस्थान को लेकर चिंतित है। क्योंकि यहां उपचुनाव के बाद एंटी इंकंबेसी राज्य सरकार के खिलाफ पूरे राज्य में बना है । वहीं, पार्टी के भीतर प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चल रही सियासत के चलते भी पार्टी में गुटबाजी जारी है। उसे देखते हुए शाह का फोकस राजस्थान पर अधिक है।
राज्य में चुनावी तैयारियों के लिए शाह ने अपनी टीम भेज दी है। टीम के सदस्यों जयपुर में पहुंचने के बाद काम भी शुरू कर दिया है। पार्टी के सूत्रों ने बताया जयपुर में किराए के मकान में रहते हुए शाह यहीं चुनाव की कमान संभालेंगे। शाह की टीम में तीन-चार मकानों को देखा भी है। शाह के राजस्थान आने की चर्चा के बीच सरकार की मंत्री किरण माहेश्वरी का कहना है कि अमित शाह के यहां रहने से उनकी रणनीति का फायदा हम सभी को मिल सकेगा। गौरतलब है कि राज्य में प्रदेशाध्यक्ष की पद पिछले एक माह से खाली पड़ा हुआ है। इस पद को लेकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आमने-सामने हैं।
जयपुर । भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अब जयपुर में डेरा डालेंगे। पार्टी पदाधिकारियों तथा शाह की टीम उनके लिए जयपुर में किराए के मकान की तलाश शुरू कर दी है। इसके तहत तीन-चार मकानों को देखा भी गया है। माना जा रहा है कि शाह जयपुर में रहते हुए पार्टी के भीतर उपजी गुटबंदी पर नियंत्रण पाने के साथ ही आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति को भी तैयार करेंगे
कर्नाटक का चुनाव खत्म होने के बाद अब अमित शाह का पूरा फोकस राजस्थान पर टिक गया है। इस साल के अंत में राजस्थान, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें पार्टी सबसे ज्यादा राजस्थान को लेकर चिंतित है। क्योंकि यहां उपचुनाव के बाद एंटी इंकंबेसी राज्य सरकार के खिलाफ पूरे राज्य में बना है । वहीं, पार्टी के भीतर प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चल रही सियासत के चलते भी पार्टी में गुटबाजी जारी है। उसे देखते हुए शाह का फोकस राजस्थान पर अधिक है।
राज्य में चुनावी तैयारियों के लिए शाह ने अपनी टीम भेज दी है। टीम के सदस्यों जयपुर में पहुंचने के बाद काम भी शुरू कर दिया है। पार्टी के सूत्रों ने बताया जयपुर में किराए के मकान में रहते हुए शाह यहीं चुनाव की कमान संभालेंगे। शाह की टीम में तीन-चार मकानों को देखा भी है। शाह के राजस्थान आने की चर्चा के बीच सरकार की मंत्री किरण माहेश्वरी का कहना है कि अमित शाह के यहां रहने से उनकी रणनीति का फायदा हम सभी को मिल सकेगा। गौरतलब है कि राज्य में प्रदेशाध्यक्ष की पद पिछले एक माह से खाली पड़ा हुआ है। इस पद को लेकर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष आमने-सामने हैं।

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