मंगलवार, 18 फ़रवरी 2020

कांग्रेस के युवा नेताओं को चाहिए राज्यसभा

कांग्रेस में गजब ही हो रहा है। राहुल गांधी के साथ रहे तमाम युवा नेता इस बार चुनाव हारे हैं। दक्षिण भारत में जरूर राहुल के करीबी नेता जीते हैं पर उत्तर और पश्चिमी भारत के लगभग सभी नेता लोकसभा का चुनाव हारे हैं और सबको राज्यसभा चाहिए। सब अपनी तरफ से इसके लिए प्रयास में लगे हैं। झारखंड के प्रभारी आरपीएन सिंह को राज्यसभा चाहिए और वे झारखंड में ही अपने जुगाड़ में हैं पर वहां इसकी संभावना नहीं दिख रही है। फिर भी जिस तरह से स्थानीय नेता उनको भरोसा दिला रहे हैं उससे लग रहा है कि वे एक असंभव काम के लिए चुनाव में कूद सकते हैं।  

राहुल के करीबी और कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला को भी राज्यसभा चाहिए। उनके राज्य हरियाणा से कांग्रेस को एक राज्यसभा की सीट मिलेगी, जिस पर कुमारी शैलजा के फिर से उच्च सदन जाने की पक्की संभावना है। सो, सुरजेवाला किसी दूसरे राज्य से प्रयास में लगे हैं। महाराष्ट्र कांग्रेस में राहुल के दो करीबी नेता मिलिंद देवड़ा और राजीव सातव राज्यसभा के प्रयास में हैं। ध्यान रहे महाराष्ट्र में कांग्रेस को एक ही सीट मिलेगी और उसके लिए कम से कम सात नेता दावेदार बताए जा रहे हैं, जिनमें इन दो के अलावा रजनी पाटिल और राजीव शुक्ला भी दावेदार हैं।

मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया, राजस्थान से जितेंद्र सिंह और उत्तर प्रदेश से जितिन प्रसाद भी राज्यसभा सीट के दावेदार हैं। ये तीनों मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रहे हैं और चुनाव हारे हुए हैं। कांग्रेस को मध्य प्रदेश और राजस्थान दोनों जगह राज्यसभा सीटों का फायदा हो रहा है और छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस को फायदा होगा। पर कई पुराने नेता भी कतार में हैं और कई नेताओं का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जिन्हें रिपीट करने की भी चर्चा है। सो, इस बार के दोवार्षिक चुनावों में यह देखना दिलचस्प होगा कि राहुल के कौन कौन से करीबी राज्यसभा सीट हासिल कर पाते हैं और जिनको राज्यसभा नहीं मिलती है वे क्या करते हैं?

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