जयपुर। विश्व हिन्दू परिषद ने जयपुर के रामेश्वरम में शनिवार को श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविन्दगिरी महाराज का आभिनंदन समारोह आयोजित किया। समारोह में गोविंदगिरी ने कहा कि विश्व में राम मंदिर हिन्दू नहीं अपितु भारतीय संस्कृति के गौरव का प्रतीक होगा।
सर्वोच्च न्यायालय ने किसी धर्म की आस्था नहीं अपितु सदियो के भारतीय इतिहास और साक्ष्यों के परिशीलन करके बाद ही राम मंदिर के निर्माण का रास्ता प्रशस्त किया है। इसके लिए विश्व हिन्दू परिषद की ओर से सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए बोले प्रभु राम किसी जाति या समाज का नहीं अपितु भारतीय संस्कृति और संस्कारों का आधार है।
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा गठित 'श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट' की पहली बैठक के राम मंदिर आंदोलन की पैरवी कर रहे वरिष्ठ वकील के. परासरन के आवास पर रखी गई, जहां उनके नाम की घोषणा ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष के बतौर की गई ।
बैठक में यह भी फैसला लिया गया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए दान प्राप्त करने के लिए एक बैंक खाता अयोध्या की स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा में खुलवाया जाएगा। फिलहाल, मंदिर निर्माण कब से शुरू होगा इस पर अभी फैसला नहीं हुआ है। अगली बैठक अयोध्या में होगी जिसमें मंदिर निर्माण की तारीख का एलान किया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि कई पीढ़ियों के संघर्ष और समर्पण के बाद जो कि 1528 ई. से लेकर मौजूदा समय तक भव्य राम मंदिर के लिए अपना जीवन अर्पित किया उन सभी की प्रभु राम के प्रति श्रद्धा और विश्वास का प्रतीक है।
विहिप के प्रांत प्रचार प्रमुख अभिषेक सिंह ने बताया कि अभिनंदन समारोह में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अखिल भारतीय बौद्विक प्रमुख सवान्तरंजन विहिप के संरक्षक दामोदरदास मोदी, क्षेत्रीय मंत्री सुरेश उपाध्याय, प्रान्त संगठन मंत्री राजाराम, प्रान्त मंत्री किशोरीलाल मीना,राम सिंह, भाजपा के अरुण अग्रवाल, पूर्व मंत्री अरुण चतुर्वेदी, पूर्व एमएलए मोहनलाल गुप्ता, सुरेंद्र पारीक व अन्य सामाजिक संगठनो के कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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