गुरुवार, 25 जुलाई 2019

आखिर पुलिस की वर्दी का रंग खाकी क्यों होता है?

पुलिस की अपनी पहचान होती है। यही कारण है कि हम दूर से ही पुलिस वाले को पहचान लेते हैं। इसकेे पीछे की बड़ी वजह उसकी वर्दी है। पुलिस की वर्दी की पहचान है उसका खाकी रंग। ऐसा नहीं है कि हर जगह की पुलिस खाकी रंग का ही इस्तेमाल करती हो। भारत में कोलकाता की पुलिस सफेद वर्दी पहनती है, लेकिन पश्चिम बंगाल की पुलिस खाकी वर्दी पहनती है। हालांकि, भारत के अधिकतर राज्यों में पुलिस की वर्दी का रंग खाकी ही है।   आखिर पुलिस की वर्दी का रंग खाकी क्यों होता है?

पहले होती थी सफेद 


भारत में पुलिस की ऑफिशियल व्यवस्था अंग्रेज लेकर आए। जब भारत में ब्रिटिश शासन था तब पुलिस की वर्दी खाकी रंग की नहीं होती थी। उस वक्त पुलिस सफेद रंग की वर्दी पहनती थी। इस वर्दी के साथ एक समस्या थी। उस वक्‍त ड्यूटी लंबी होती थी, ऐसे में वर्दी जल्दी गंदी हो जाती थी। इससे पुलिस वालों को काफी दिक्कत होती थी।

यूं हुआ बदलाव

इसके बाद पुलिस वालों ने बदलाव की बात सोची। बताया जाता है कि पुलिस वालों ने धीरे-धीरे अपनी वर्दी का रंग सफेद से अलग कर लिया। इसके बाद पुलिस अफसरों ने एक डाई बनवाई, जिसका रंग खाकी था। खाकी रंग बनाने के लिए चाय की पत्तियों के पानी का इस्तेमाल किया जाता था। हालांकि, अब ऐसा नहीं है। अब सिंथेटिक रंग का इस्तेमाल किया जाता है।

साल 1847 में आधिकारिक हुआ ये रंग

पुलिसवालों के इस रंग को देखकर सर हेनरी लॉरेंस ने साल 1847 में खाकी रंग को  आखिरकार आधिकारिक तौर पर अपना लिया। वह उस वक्त लॉरेंस नोर्थ वेस्ट फ्रंटियर के गवर्नर के एजेंट थे। मिट्टी के रंग वाली ये वर्दी जल्दी गंदी नहीं होती थी। इस वजह से पुलिस वाले अब भी खाकी रंग की वर्दी का इस्तेमाल करते हैं।

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