जयपुर । राजस्थान विधानसभा में शुक्रवार को पक्ष और विपक्ष के विधायकों ने यह शिकायत की,सदन की कार्यवाही के दौरान ही जिला कलेक्टर बैठक बुला लेते है। अगर बैठक बुलाते भी है,तो सूचना देरी से देते है या देते ही नहीं है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि यह बहुत गंभीर मामला है। अब विधानसभा सत्र के दौरान जिला कलेक्टर या अन्य कोई अधिकारी ऐसी बैठक नहीं बुलायेंगे, जिसमें विधायकगण सदस्य होते है अथवा आमंत्रित होते है।
सदन में विधायकगणों ने यह शिकायत की है कि कलेक्टर व अन्य अधिकारी विधानसभा के दौरान ऐसी बैठकों का आयोजन करते है। जिनमें विधायकगणों का शामिल होना आवश्यक है तथा उन बैठकों का एजेण्डा एवं सूचना भी उसी दिन देते है, जिस दिन बैठक होती है। इससे विधायकगण उन बैठकों में शामिल नहीं हो पाते है।
विधायकगणों की मांग पर नगरीय विकास, आवासन एवं स्वायत्त शासन मंत्री तथा संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने सदन में आश्वासन दिया कि विधानसभा का सत्र जिस दिन आहूत किया जाता है। उससे दो दिन पूर्व एवं विधानसभा के अनिश्चित काल तक स्थगित होने के दो दिन बाद तक कोई भी जिला कलेक्टर या अन्य अधिकारी ऐसी बैठक नहीं बुलायेंगे, जिसमें विधायकगण सदस्य होते है एवं जिसमें विधायकगण भाग लेते है।
धारीवाल ने सदन को यह भी आश्वस्त किया कि विधानसभा सत्र के दौरान शनिवार व रविवार को भी कोई कलेक्टर एवं अधिकारी ऐसी बैठक नहीं बुलायेंगे। जिसमें विधायकगण सदस्य होते है अथवा उन्हें आमंत्रित किया जाता है। उन्होनें इस संबंध में मुख्य सचिव को भी निर्देशित किया है कि वे सभी जिला कलेक्टरों एवं अधिकारियों को इस सम्बन्ध में निर्देशित करें।
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