जयपुर । सहकारिता मंत्री उदय लाल आंजना ने बताया कि प्रदेश के किसानों को संकट से उबारने के लिये लागू की गई फसली ऋण माफी योजना के तहत 20 लाख 3 हजार 174 किसानों के 7570 करोड़ रुपये के ऋण माफी आवेदन को पंजीकृत कर लोन वेवर पोर्टल पर अपलोड कर दिया है। उन्होंने कहा कि हम किसानों के ऋण माफी आवेदनों पर तेजी से कार्यवाही कर रहे हैं और प्रतिदिन औसतन एक लाख से अधिक किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र जारी कर उन्हें राहत दे रहे हैं।
आंजना ने कहा कि कोई भी पात्र किसान ऋण माफी के लाभ से वंचित न रहे और अपात्र व्यक्ति किसी किसान का हक न छीन ले, इसके लिये पहली बार किसान का बायोमैट्रिक सत्यापन करवाकर ऋण माफी का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 16 लाख 53 हजार से अधिक किसानों द्वारा ऋण माफी राशि एवं अपना बायोमैट्रिक सत्यापन पूरा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार की किसानों के लिये प्रतिबद्धता का नतीजा है कि हम अल्प समयावधि में सही मायने में योजना का लाभ किसान तक पहुंचाने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि हमने अबतक 15 लाख 31 हजार से अधिक किसानों को 5654 करोड़ रुपये के ऋण माफी प्रमाण पत्र जारी कर दिये हैं। उन्होंने कहा कि जिन किसानों द्वारा ऋण माफी राशि के संबंध में अपनी परिवेदनायें दी थी, उनका तेजी से निपटारा कर किसान को उसके हक के अनुसार ऋण माफी का लाभ दिया जा रहा है।
रजिस्ट्रार, सहकारिता डाॅ. नीरज के. पवन ने बताया कि 12 लाख 29 हजार सीमान्त एवं लघु किसानों के 3720 करोड़ रुपये तथा 7 लाख 74 हजार से अधिक अन्य किसानों के 3850 करोड़ रुपये के ऋण माफी आवेदन को अपलोड किया गया है। उन्होंने बताया कि हमने प्रदेश के किसान की श्रेणी में किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया और सीमान्त, लघु व अन्य श्रेणी के किसानों का 30 नवम्बर, 2018 की स्थिति में समस्त बकाया फसली ऋण को माफ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि हम किसानों की ऋण माफी करने के साथ-साथ उसकी आगामी ऋण की जरूरतों को पूरा करने के लिये ऋण वितरण भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन किसानों का बायोमैट्रिक सत्यापन पूरा हो गया है उन्हें प्राथमिकता के साथ फसली उपलब्ध कराया जायेगा।

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