स्मार्ट फोन पर सोशल नेटवर्किंग साइट का दिन भर इस्तेमाल लोगों को बीमार बना रहा है। युवा, विद्यार्थी, महिला, पुरुष से लेकर बच्चे तक इसकी गिरफ्त में हैं। सोशल नेटवर्किंग साइट का लोगों पर ऐसा भूत सवार हो गया है कि उनका ज्यादा से ज्यादा समय मैसेज टाइप करने में ही बीत रहा है। हमलोग इसकी गंभीरता को नहीं समझ पा रहे हैं, जिसका परिणाम यह हो रहा है कि लोग हड्डी व ब्रेन की गंभीर समस्या से पीड़ित हो जा रहे हैं। इससे निजात पाने के लिए लोगों को अस्पताल व फिजियोथेरेपी क्लिनिक का सहारा लेना पड़ता है। समय रहते सचेत होने की जरूरत है।
टेक्स्टनेक सिंड्रोम (गर्दन की समस्या )
यह गर्दन की समस्या है। इसमें व्यक्ति के गर्दन में दर्द व जकड़न हो जाता है। लगातार स्मार्ट फोन पर काम करने से इससे रीढ़ की हड्डी के डिस्क खिसकने की संभावना बढ़ जाती है। यह समस्या बाद में क्रोनिक स्पोंडेलाइटिस का रूप ले लेती है।
क्या करें : स्मार्ट फोन का इस्तेमाल करते समय पोस्चर का ध्यान रखें। गर्दन को लगातार झुका कर काम नहीं करना है। पीठ को सीधा रखना है, ताकि स्पाइन सीधा रहे। दोनों पैर का तलवा जमीन पर रहना है। कंधा का सपाेर्ट टेबल या कुर्सी पर होना चाहिए।

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