गुरुवार, 28 मार्च 2019

राहुल गांधी के दो हिन्दुस्तान के बयान पर भाजपा प्रवक्ता ने की व्याख्या

जयपुर। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती यूपीए सरकार में पहले सिर्फ एक विशेष समुदाय के लिए योजनाएं बनती थी और संसाधनों पर पहला हक विशेष मजहब यानी मुस्लिमों का माना जाता था। लेकिन अब मोदी सरकार में सबसे पहले हक गरीब और निर्धनों को दिया जाता है। 

प्रदेश भाजपा मुख्यालय में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि खुद यह बात पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान कही थी कि मुस्लिमों का पहला हक होना चाहिए। वहीं उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी जिस तरह से दो हिन्दुस्तान की बात करते है, उससे स्पष्ट है कि उनके हिन्दुस्तान में आतंकवादियों का सम्मान होता है और हमारे हिन्दुस्तान में सेना व सैनिकों का सम्मान होता है। उनके हिन्दुस्तान में हुर्रियत के अलगाववादी नेताओं के साथ दामाद जैसा व्यवहार किया जाता है और हमारे हिन्दुस्तान में उन पर ई.डी. और एन.आई.ए. का शिकंजा कसा होता है। उनके हिन्दुस्तान में संसाधनों पर पहला हक एक समुदाय का होता है और हमारे हिन्दुस्तान में संसाधनों पर पहला हक देश के गरीब व निर्धन का होता है। 

त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गाँधी का हिन्दुस्तान मजबूर होता है और हमारा हिन्दुस्तान मजबूत होता है। उनके हिन्दुस्तान में नाबालिग बच्चियों के बलात्कारियों के लिए मृत्युदण्ड नहीं होता, हमारे हिन्दुस्तान में होता है। उनके हिन्दुस्तान में देश के गरीब लोगों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा का कवच नहीं होता, हमारे हिन्दुस्तान में ‘‘आयुष्मान भारत’’ योजना के माध्यम से स्वास्थ्य सुरक्षा कवच होता है। उनके हिन्दुस्तान में देश की आधी आबादी के पास भी बैंक अकाउन्ट नहीं थे और हमारे हिन्दुस्तान में देश के 90 प्रतिशत लोगों के पास बैंक अकाउन्ट है। उनके हिन्दुस्तान में सेनिटेशन 39 प्रतिशत था, हमारे हिन्दुस्तान में 99 प्रतिशत है। उनके हिन्दुस्तान में ‘‘किसान सम्मान निधि’’ नहीं थी, हमारे हिन्दुस्तान में ‘‘किसान सम्मान निधि’’ है। 

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