सोमवार, 3 जून 2019

कांग्रेस की संख्या 55 कैसे पहुंचेगी?

कांग्रेस पार्टी के नेता इस चिंता में हैं कि उनके सांसदों की संख्या 52 से बढ़ कर 55 तक कैसे पहुंचेगी? राहुल गांधी ने साफ कर दिया है कि कांग्रेस की संख्या 55 नहीं होती है तो वह लोकसभा में मुख्य विपक्षी पार्टी का दर्जा नहीं मांगेंगे। पिछली बार लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के 44 सांसद जीते थे। बाद में उपचुनावों में जीत कर कांग्रेस के सांसदों की संख्या 48 तक पहुंच गई थी। पर फिलहाल कहीं उपचुनाव होते नहीं दिख रहे हैं। तमिलनाडु में एक सीट पर चुनाव टल गया था। पर वह सीट डीएमके के खाते में है। कांग्रेस के नेता चाहते हैं कि डीएमके यह सीट कांग्रेस को दे दे तो उसकी संख्या एक बढ़ सकती है। 

वैसे कांग्रेस के नेता यह भी चाहते थे कि शरद पवार की पार्टी का विलय कांग्रेस में हो जाए तो अपने आप उनके पांच सांसद कांग्रेस को मिल जाएंगे और उसकी संख्या 57 हो जाएगी। पर यह संभव नहीं दिख रहा है। इस बीच एक चर्चा यह भी हुई कि पंजाब में जीते आम आदमी पार्टी के इकलौते सांसद भगवंत मान को कांग्रेस में शामिल करा दिया जाए। कहा जा रहा है कि आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल के साथ उनके संबंध कोई बहुत अच्छे नहीं हैं। इसलिए वे पाला बदल सकते हैं। बहरहाल, कांग्रेस नेता ऐसे ही कुछ छोटे छोटे उपायों में लगे हैं कि किसी तरह नेता विपक्ष का पद मिलने लायक संख्या जुटाई जाए ताकि राहुल गांधी संसदीय जिम्मेदारी संभालें तो वे कम से कम नेता विपक्ष बन सकें। 

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