पटना : लोकसभा चुनाव 2019 में प्रत्याशियों के खर्च का फाइनल विवरण जारी किया जा चुका है. चुनाव परिणाम आने के एक माह बाद निर्वाचन कार्यालय की ओर से सभी उम्मीदवारों के चुनावी खर्च को सार्वजनिक किया गया है।
फाइनल रिपोर्ट में सबसे दिलचस्प बात निकल कर आयी है कि चुनाव में अधिक खर्च करने वाले प्रत्याशी ही हार गये हैं। पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार शत्रुघ्न सिन्हा और पाटलिपुत्र लोकसभा में महागठबंधन उम्मीदवार मीसा भारती ने प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवारों से अधिक खर्च किया। जबकि, भाजपा के रामकृपाल व रविशंकर प्रसाद कम खर्च कर के भी चुनाव जीत गये हैं।
अमित शाह व राहुल गांधी की रैली में एक लाख से अधिक का खर्च
उम्मीदवारों से अपने चुनावी कार्यक्रम में सबसे अधिक खर्च जनसभा, रैली व व्यक्तिगत प्रचार में किया है। इसमें रविशंकर प्रसाद ने जनसभा व रैली में 13 लाख 17 हजार 365 रुपये के करीब खर्च किया है, जबकि स्टार प्रचारक मसलन अमित शाह की रैली में एक लाख 37 के लगभग खर्च हुआ है। रविशंकर ने प्रिंट, इलेक्ट्रानिक के अलावा सोशल मीडिया से प्रचार के लिए दो लाख के करीब व वाहन पर नौ लाख 46 हजार के करीब खर्च किया है।
रविशंकर प्रसाद का कुल चुनावी खर्च 37 लाख 89 हजार 559 रुपये है। वहीं, शत्रुघ्न सिन्हा चुनावी खर्च करने में सबसे अधिक हैं. उन्होंने राहुल गांधी की रैली पर एक लाख 64 हजार के करीब खर्च किया है। वहीं चाय, नाश्ता पर एक लाख 49 हजार दो सौ 56 रुपये का खर्च किया है। शत्रुघ्न प्रसाद का कुल चुनावी खर्च 49 लाख चार हजार नौ सौ 60 रुपये दिया गया है।
मीसा का खर्च साढ़े 41 लाख
वहीं पाटलिपुत्र लोकसभा में मीसा भारती ने रामकृपाल से अधिक खर्च किया है। हालांकि, दोनों के खर्च के आंकड़ों में अधिक अंतर नहीं हैं। रिपोर्ट के अनुसार मीसा भारती का कुल चुनावी खर्च 41 लाख 55 हजार 497 रुपये है। इसमें पब्लिक मीटिंग, प्रचार, सभा में एक लाख 60 हजार 786 रुपये का खर्च है। मीसा भारती ने तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी व महागठबंधन के नेताओं की 20 सभाओं पर आठ लाख 54 हजार आठ सौ 95 रुपये खर्च किया है। वाहन खर्च 1705077 रुपये के करीब खर्च किया है। इनका चाय नाश्ता पर 25925 रुपये का खर्च है।
रामकृपाल का वाहन पर अधिक खर्च
रामकृपाल यादव से सबसे अधिक चुनाव प्रचार में वाहन प्रयोग पर सबसे अधिक 20 लाख 75 हजार आठ सौ के करीब खर्च किया है। इसके अलावा स्टार प्रचार में 13 लाख 24 हजार नौ सौ 73 रुपये के करीब खर्च किया है। इसके अलावा पब्लिक मीटिंग, रैली व व्यक्तिगत प्रचार में दस लाख के करीब 31 हजार के करीब खर्च का विवरण है। रामकृपाल का कुल चुनावी खर्च 41 लाख सात हजार एक सौ 29 रुपये का है।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें