जयपुर । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने संभवतः सबसे धमाकेदार अंदाज में भारतीय राजनीति में एंट्री की है। महासचिव के रूप में पहली बार वे सोमवार को लखनऊ पहुंची, जहां उनका जबरदस्त इस्तकबाल हुआ। हजारों की संख्या में लोगों ने सड़कों पर खड़े होकर उनका स्वागत किया और कांग्रेस के समर्थन में नारेबाजी की। हवाईअड्डे से लेकर कांग्रेस मुख्यालय तक प्रियंका ने अपने भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 14 किलोमीटक तक रोड शो किया।
राहुल, प्रियंका और सिंधिया के रोड शो से उत्तर प्रदेश की राजनीति में हाशिए पर पड़ी कांग्रेस पार्टी को नई संजीवनी मिल गई है। लखनऊ के अमौसी हवाईअड्डे से माल एवन्यू स्थित पार्टी के प्रदेश मुख्यालय तक के 14 किलोमीटर के दूरी तय करने में प्रियंका के काफिले को कई घंटे लगे। प्रियंका की उड़ान उतरने का समय दोपहर 12 बजे तय था लेकिन उससे दो घंटे पहले से ही हवाईअड्डे और आसपास के इलाके में इतने पार्टी समर्थक जमा हो गए थे कि पुलिस प्रशासन ने हवाईअड्डे की ओर जाने वाले रास्ते में भारी वाहनो का प्रवेश निषेध कर दिया।
तय समय से करीब 45 मिनट की देरी से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी लखनऊ पहुंचे। प्रियंका ने हवाईअड्डे से बाहर चिरपरिचित मुस्कान के साथ हाथ हिला कर समर्थकों को अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद पहले से तैयार गाड़ी की छत पर प्रियंका, राहुल गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ खड़े हो गए। जनता की भावना को भांपते हुए राहुल ने छोटी बहन प्रियंका को आगे खड़ा किया था।
इस बीच छत्ते वाला पुल पर बिजली के तारों ने रोड शो में बाधा पहुंचाई, जिसके बाद सभी नेता छोटी गाड़ी की छत पर सवार हो गए। इस दौरान नेताओं ने राफेल लड़ाकू विमान का प्रतीक उठा कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। रोड शो के रास्ते में अनेक तोरण द्वार बनाए गए थे। लालबाग चौराहे पर पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा - चौकीदार चोर है। राफेल मामले में बड़ा गोलमाल है, जिसका जवाब देने में मोदी और उनकी सरकार आनाकानी कर रहे है। सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है, जिसका जवाब भाजपा को लोकसभा चुनाव में मिल जाएगा।
रोड शो के दौरान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर, पीएल पुनिया, आरपीएन सिंह, राजीव शुक्ला और प्रमोद तिवारी समेत कई अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद रहे। प्रियंका के स्वागत के लिए उत्तराखंड, बिहार, मध्य प्रदेश और राजस्थान से भी कांग्रेस समर्थकों ने यहां अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। करीब चार घंटे तक चले रोड शो का समापन शाम साढ़े चार बजे कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में हुआ।

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