राजस्थान शासन सचिवालय के गार्ड्स भी सरकारी पैसे को चूना लगा रहे है। वह अपने विद्युत संचालित वाहन टू व्हीलर को सचिवालय की पार्किंग में ही रिचार्ज करते हैं जिससे राजकोष को नुकसान तो हो ही रहा है,साथ ही कोई बहुत बडे हादसे को भी न्यौता दे रहे है।

जयपुर। जगजाहिर ब्यूरो। राजस्थान शासन सचिवालय को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी जिन गार्ड्स पर है, वह यह जान गये है कि जिनकी सुरक्षा में वह लगे हुए है वह किस प्रकार प्रदेश को और भोली भाली जनता को चूना लगा रहे है।
कहावत है कि खरबूजे को देखकर खरबूजा रंग बदलता है। जगजाहिर ने 21 फरवरी को इस शीर्षक से खबर चलाई थी असली रंगकर्मी सरकार के अनुदानों की कृपा से वंचित। चूना किस तरह लगाया जाता है यह उस खबर में जगजाहिर किया था।
शायद यही कारण है कि यथा राजा तथा प्रजा की कहावत को चरितार्थ करते हुए, राजस्थान शासन सचिवालय के गार्ड्स भी सरकारी पैसे को चूना लगा रहे है। वह अपने विद्युत संचालित वाहन टू व्हीलर को सचिवालय की पार्किंग में ही रिचार्ज करते हैं जिससे राजकोष को नुकसान तो हो ही रहा है,साथ ही कोई बहुत बडे हादसे को भी न्यौता दे रहे है। अगर इस कारण से कोई दुर्घटना होती है, तो वहां काफी दोपहिया और चार पहिया वाहन वाहन जो पेट्रोल से संचालित होते है वह आग पकड लें तो पूरा सचिवालय और तमाम मौजूद मंत्री स्वाहा हो सकते है, लेकिन लालच में यह सब दिखाई नहीं देता। राजा को ही दिखाई नहीं देता तो प्रजा को कैसे दिखाई देगा।
रौब भी गार्ड्स में मंत्रियों वाला आ चुका है वह आम जन तक से सचिवालय पास बनवाते समय बदतमीजी से बात करते है। कई लोग बिना पास के ही अंदर प्रवेश कर जाते है, वह एक—एक व्यक्ति से पास को स्वंय चैक नहीं करते हैं। धूम्रपान सार्वजनिक स्थानों पर निषेध है लेकिन रोकना तो दूर यह स्वंय भी धूम्रपान करते पाये जाते हैं । क्या राजस्थान शासन सचिवालय के गार्ड्स द्वारा अपने विद्युत संचालित वाहन टू व्हीलर को सचिवालय की पार्किंग में ही रिचार्ज करने की सजा सिर्फ गार्ड्स को ही मिलेगी, या संबंधित आरएएस, आईएएस, या मंत्री को भी ?
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