रविवार, 1 अप्रैल 2018

मैं किसी भी पद पर, कभी भी, कहीं भी रहूं ‘थां सूं दूर नहीं हूं‘ - गहलोत

जयपुर, । राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव  अशोक गहलोत ने दिल को छू जाने वाले अंदाज में कहा कि मैं कभी भी कोई भी पद संभालूं मैं आपसे दूर नहीं हूं। आज मुझे प्रदेश के गांव-गांव, ढाणी-ढाणी, कोने-कोने से जो प्यार एवं आशीर्वाद मिल रहा है, उससे मैं बहुत अभीभूत हूं। मैं थां सू दूर नहीं हूं।
 गहलोत ने कांग्रेस का राष्ट्रीय महासचिव (मुख्यालय) नियुक्त किये जाने के बाद अपने गृह नगर जोधपुर में मीड़ियाकर्मियों से रूबरू होते हुए कहा कि नई जिम्मेदारी को भी मैं उसी तरह पूरी प्रतिबद्धता के साथ निभाऊंगा जैसे अब तक अनेक पदों पर रहते हुए निभाई है। मैं चाहूंगा कि संगठन सभी के सहयोग से सभी स्तर पर मजबूत हो राज्यों में ट्रेनिंग कार्यक्रम की शुरूआत हो।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश में तीन चौथाई नई पीढ़ी है, उनको मालूम नहीं है कि हमारे महान् नेताओं महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार बल्लभ भाई पटेल, डॉ. अम्बेडकर का आजादी के आंदोलन में क्या योगदान रहा?
 गहलोत ने कहा कि भाजपा को 70 साल के बाद महात्मा गांधी और सरदार पटेल याद आने लग गये हैं। कोई समय आयेगा जब ये अपने राजनीतिक स्वार्थों की पूर्ति के लिए पंडित नेहरू को भीयाद करने लगेंगे।
एक सवाल के जवाब में कांग्रेस के राष्ट्रीय महामंत्री ने कहा कि राजस्थान के हाल ही सम्पन्न तीन उप चुनावों में राजस्थान के कांग्रेस नेताओं ने एकजुटता दिखाई, नामांकन के समय सब एक साथ गये, उसका नतीजा निकला कि हमने भारी अन्तर से तीनों चुनाव जीते। आगे भी हम सब मिलकर चुनाव लडेंगे। कांग्रेस नेताओं में आपस में कोई मतभेद नहीं है। मीडिया में ऐसी अफवाहें आती रहती हैं जो उचित नहीं है।
एक अन्य प्रश्न पर  गहलोत ने कहा कि आज देश में एक ओर घृणा, नफरत, संवेदनहीनता, हिंसा, अविश्वास और भय की राजनीति चल रही है, दूसरी ओर कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी कहते हैं कि भय की राजनीति समाप्त होनी चाहिए और देश में प्यार, मोहब्बत, विश्वास, संवेदनशीलता, भयमुक्त और अहिंसा के आधार पर राजनीति हो। राजनीति में कभी किसी से व्यक्तिगत दुश्मनी के भाव नहीं होने चाहिए। विचारधारा, सिद्धान्तों और नीतियों को आधार बनाकर ही राजनीति होनी चाहिए।
 गहलोत ने कहा कि गुजरात में आपने देखा होगा कि कांग्रेेस ने किसानों की समस्याओं, नौजवानों को रोजगार, महंगाई, कालाधन लाने, गुजरात मॉडल को लेकर और भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह के बेटे का 50हजार से 80 करोड़ रूपये कैसे हो गये सहित कई आरोप लगाये, मगर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष श्री अमित शाह किसी भी आरोप का जवाब नहीं दे पाये।
कांग्रेस महासचिव ने कहा कि राहुलजी की सोच के अनुसार हम संगठन को मजबूत करेंगे, संगठन में विभिन्न वर्गों और समुदायों के लोगों को जोडने का प्रयास करेंगे तथा सभी स्तर पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का प्रयास रहेगा।
 गहलोत ने कहा कि मैं बचपन से ही संगठन का आदमी रहा हूं। मेरे राजनीतिक जीवन की शुरूआत एनएसयूआई से हुई। मैं एनएसयूआई अध्यक्ष, जिला कांग्रेस अध्यक्ष, पीसीसी महामंत्री, तीन बार पीसीसी अध्यक्ष, दो बार एआईसीसी महामंत्री, तीन बार केन्द्रीय मंत्री, दो बार मुख्यमंत्री बना। मैं समझता हूं कि कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी ने मेरे इन्हीं अनुभवों को देखते हुए इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है, मैं उनका आभारी हूं।

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