केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) पर अपने फैसले से एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी।
शाह यहां कमला नेहरू नगर में सीएए के समर्थन में पार्टी की जनजागरण सभा को संबोधित कर रहे थे। शाह ने कहा, चाहे सारे विपक्षी संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ एकजुट हो जायें, लेकिन भाजपा अपने इस फैसले पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। शाह ने कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों पर सीएए को लेकर दुष्प्रचार करने का आरोप लगाते हुए कहा, कांग्रेस को वोटबैंक की राजनीति की आदत पड़ गयी है, उसने इस कानून पर दुष्प्रचार किया है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, वोटबैंक के लालच की भी हद होती है। वोटबैंक के लिए कांग्रेस ने वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है।
राहुल गांधी पर हमला करते हुए शाह ने कहा कि अगर वह सीएए पर चर्चा करना चाहते हैं तो कहीं भी आ जाये और अगर इस कानून को नहीं पढ़ा है तो वह इटैलियन में अनुवाद कराकर भेज देंगे। शाह ने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि आज कांग्रेस, ममता दीदी, एसपी, बीएसपी, केजरीवाल और कम्युनिस्ट सारे लोग सीएए का विरोध कर रहे हैं। मैं इन सारी पार्टियों को चुनौती देता हूं कि कहीं पर भी इस कानून पर चर्चा करने के लिए आ जाओ। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से हिंदू, सिख, जैन, पारसी, बौद्ध, ईसाई लोग, जो धर्म के आधार पर प्रताड़ित होकर आये हैं, उन्हें नागरिकता देने का कानून है। गृह मंत्री ने कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत को लेकर भी कांग्रेस और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, कोटा में हर रोज बच्चे मर रहे हैं उसकी चिंता कीजिये। माताओं की हाय लग रही है।
गृह मंत्री ने कहा, विपक्ष देश को गुमराह कर रहा है कि सीएए से भारत के मुसलमानों की नागरिकता चली जायेगी। लेकिन मैं आप सबको आश्वस्त करना चाहता हूं कि यह कानून नागरिकता देने का है, किसी की नागरिकता छीनने का नहीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी गुमराह कर रही है कि ये कानून धर्म के आधार पर भेदभाव करेगा। हमने किसी भी धर्म को बाकी नहीं रखा है, इन तीन देशों के जो अल्पसंख्यक हैं, चाहे वे हिंदू हों, सिख हों, जैन, बौद्ध, पारसी या ईसाई हों, सभी को हम नागरिकता दे रहे हैं।

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