सोमवार, 27 जनवरी 2020

जबरन नसबंदी—जबरन पेड़ लगा​ओ अभियान के कारण गई थी इंदिरा गांधी की सरकार: आहूजा


जयपुर। भाजपा के वरिष्ठ नेता और जनसंख्या समाधान फाउंडेशन संगठन के प्रदेश संरक्षक ज्ञानदेव आहूजा जनसंख्या वृद्धि को लेकर जगजाहिर  से रूबरू हुए। उन्होंने कहा कि पूरे देश में जनसंख्या का विस्फोट हुआ है और इस विस्फोट के कारण चिकित्सा,शिक्षा व तकनीकि व्यवस्था सहित अन्य व्यवस्थाओं में स्थिति चर्मारा गई है और इस जनसंख्या विस्फोट के कारण हर सेक्टर में भारी भीड़ दिखाई देती है।

उन्होंने कहा कि इस जनसंख्या विस्फोट पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्र की सरकार जनसंख्या नियंत्रण का कानून लाए। लोगों को जागरूक करने के लिए पूरे देश में अलख जगा रहे हैं और 15 फरवरी के बाद मार्च और अप्रैल में पूरे प्रदेश में हर जिला हैड क्वाटर पर बड़ी बड़ी सभाएं की जाएगी और जनता को जागरूक करेंगे कि जनसंख्या वृद्धि के कारण जनसंख्या विस्फोट हो रहा है जिसके चलते चिकित्सा,शिक्षा सहित अन्य सेक्टर में भारी नुकसान हो रहा है।

ज्ञानदेव आहूजा ने इंदिरा गांधी और संजय गांधी द्वारा चलाए गए जबरन नसबंदी और जबरन पेड़ लगाओ अभियान के बारे में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि उस समय जबरन नसबंदी करवाने के कारण ही इंदिरा गांधी की सरकार गई थी। आहूजा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के एक युवा का उदाहरण देते हुए बताया कि उस समय 18 वर्ष के युवा को पकड़कर जबरन नसबंदी की गई थी ​जिसके चलते वह जिंदगी भर परेशान रहा।

तो वहीं आहूजा ने संजय गांधी द्वारा उस समय पेड़ लगाओ अभियान को लेकर भी निशाना साधा और बोले,जबरन पेड़ लगाओ अभियान के कारण देश में देशी पेड़ नहीं लगे और विदेशी पेड़ लगे। बिना सोचे समझे ऐसे पेड़ लगाए गए जिससे पर्यावरण को खराब होता है। आहूजा ने कहा सफेदा के पेड़ एक घंटे में 6 लीटर पानी सोखता है और विदेशी बबूल पर्यावरण को खराब करता है तो वहीं अंग्रेजी घास खुजली और चर्म रोग पैदा करती है।

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