केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने देश के पांच उच्च शिक्षण संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया है। मंत्रालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग और सरकार द्वारा गठित एक अधिकार सम्पन्न विशेषज्ञ समिति की सलाह के बाद यह फैसला लिया है। इस समिति की अध्यक्षता एन गोपालास्वामी ने की, जिन्हें 10 सरकारी और 10 निजी संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थाने का दर्जा देने के लिए चुनना था। मानव संसाधान विकास विभाग द्वारा जिन संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा दिया गया हैं।
1आईआईटी खड़गपुर 2 आईआईटी मद्रास 3 बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय 4 दिल्ली विश्वविद्यालय 5 हैदराबाद विश्वविद्यालय
इनके अलावा पांच निजी संस्थानों के संबंध में भी का दर्जा प्रदान करने के आशय पत्र जारी कर दिए गए हैं। इन निजी संस्थानों के नाम हैं।
1अमृता विद्यापीठम, तमिलनाडु 2 जामिया हमदर्द विश्वविद्यालय 3 कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी, ओडिशा 4 भारती इंस्टीट्यूट, मोहाली 5 वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, तमिलनाडु
इस आशय का निर्णय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा पिछले महीने की गई सिफारिशों के आधार पर लिया गया।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने घोषणा भी की कि 'आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी मद्रास, दिल्ली विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय समेत पांच सार्वजनिक संस्थानों को उत्कृष्ट संस्थान घोषित करने के संबंध में आदेश जारी किया गया है।' उन्होंने आगे कहा कि उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा प्रदान करने के आशय पत्र पांच निजी संस्थानों के संबंध में भी जारी किए गए हैं।
क्या मिलेगा फायदा
योजना के तहत, उत्कृष्ट संस्थान का दर्जा पाने वाले संस्थान को केंद्र से एक हजार करोड़ रुपये का अनुदान मिलेगा। हालांकि इस अनुदान सिर्फ वैसे उत्कृष्ट दर्जा प्राप्त संस्थानों को मिलेगा जो सरकारी हैं। निजी संस्थानों को इसका फायदा IoE टैग के बाद भी नहीं दिया जाएगा।

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