रविवार, 22 सितंबर 2019

युवाओं को नौकरियां मिलना तो दूर की बात है, नौकरियां जा रही हैं - गहलोत

जयपुर । मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश के आर्थिक हालात पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आज ऑटोमोबाइल, टैक्सटाइल सहित अधिकतर सेक्टर मंदी के दौर से गुजर रहे हैं। युवाओं को नौकरियां मिलना तो दूर की बात है, नौकरियां जा रही हैं। काम-धंधे ठप पड़े हैं। इसके लिए उत्तरदायी कारणों पर चिन्तन करते हुए मिल-जुलकर आगे बढ़ना चाहिए।

गहलोत रविवार को एक निजी यूनिवर्सिटी कैम्पस में हाॅस्टल काॅम्प्लेक्स एवं एकेडमिक ब्लाॅक-द्वितीय के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रिफाइनरी जैसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के संचालित होने से प्रदेश के नौजवानों को बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर मिलेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 साल पहले जब मैं पहली बार मुख्यमंत्री बना तब उच्च शिक्षा के लिए राजस्थान के नौजवानों को दूसरे राज्यों में जाना पड़ता था। हमारी सरकार ने इस माहौल को बदला और आज प्रदेश में बड़ी संख्या में मेडिकल एवं इंजीनियरिंग सहित तमाम विधाओं से जुड़े टैक्नीकल इंस्टीट्यूट और विश्वविद्यालय स्थापित हो चुके हैं। इसी का नतीजा है कि शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान की पहचान बनी है। यहां के युवा दुनियाभर के देशों में अपनी प्रतिभा की छाप छोड़ रहे हैं। हमारा प्रयास है कि राजस्थान शिक्षा के क्षेत्र में सिरमौर बने।


गहलोत ने कहा कि आज देश आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हो सका है यह कोई पांच-सात साल का काम नहीं है। सत्तर साल तक किए गए सतत प्रयासों से ही यह संभव हो सका है। पं. नेहरू जैसे नेताओं की दूरदर्शी सोच और मेहनत का ही नतीजा है कि देश में इसरो, आईआईटी, एम्स और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थान स्थापित हुए और हम मंगलयान और चन्द्रयान जैसे मिशन को अंजाम दे पा रहे हैं। प. नेहरू, मौलाना आजाद, सरदार पटेल, इंदिरा गांधी, राजीव गांधी जैसे नेताओं ने देश में लोकतंत्र की जडें मजबूत कीं।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें