गोदी मीडिया अब चार रात और तीन दिन तक जिसकी खाई उसकी बजायेगा और एनडीए को पूर्ण बहुमत सर्वे में साबित करेगा
जयपुर। विशेष संवाददाता। लोकसभा चुनाव 2019 सम्पन्न हो चुके हैं। 23 मई को चुनाव परिणाम आने वाले है। चुनाव परिणाम चौंकाने वाले बिल्कुल नहीं होंगे, इस बात का सबको पता है, मन ही मन हर नेता जानता है, बडे से बडा नेता भी। इसीलिये परिणाम से पहले ही झोला उठाकर हिमालय की ओर प्रस्थान कर लिया कि अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों। पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी संसार से विरक्ति चेहरे से साफ झलक रही थी। मन की बात के बहाने पूरे देश को पांच साल तक पकाने वाले नेता भी हार के डर से पार्टी के अनुशासित सिपाही बन जाते हैं,और पार्टी अध्यक्ष के सामने ऐसे बैठ जाते हैं जैसे पार्टी अध्यक्ष प्रधानाध्यापक हो और स्वंय एक छ़ात्र।
प्रधानाचार्य भी बंगाल से जान बचाकर भाग आते है और कहते हैं कि सीआरपीएफ के जवानों ने उनको बचाया, लेकिन वह सीआरपीएफ के चालीस जवानों को क्यों नहीं बचा सके जबकि उनने तो देश के लिये चौकीदार नियुक्त कर रखा था, लेकिन चौकीदार तो डिजिटल पेमेन्ट के जरिये गरीबों की जेब में सेंध लगा रहा था और ढंग से चौकीदारी नहीं कर पाया, तो देश ने मतदान के जरिये तय कर दिया कि यह चौकीदार सिर्फ गरीबों की जेब में सेंध लगाता है, ढंग से चौकीदारी नहीं करता, तो जनता ने तय कर लिया कि अब इस चौकीदार को नौकरी से हटा देते है, और उन्होंने अपने मत ईवीएम में डाल दिये, 23 मई को आधिकारिक रूप से चौकीदार को हटाने की घोषणा चुनाव आयोग द्वारा कर दी जायेगी।
लेकिन गोदी मीडिया अब चार रात और तीन दिन तक जिसकी खाई उसकी बजायेगा और एनडीए को पूर्ण बहुमत सर्वे में साबित करेगा, जबकि वे जानते हैं कि यह झूठ हैं, लेकिन पांच साल तक भक्ति निभाई तो चार रात और तीन दिन बाद ही यह कांट्रेक्ट समाप्त होगा। देश को पंडितों, राजनीतिज्ञों, सटोरियों के सर्वे के आधार पर दिग्भ्रमित करने की पुरजोर कोशिश की जायेगी, जैसे राम रहीम, या आसाराम को अंत तक उसके भक्तों ने बचाने की कोशिश की थी।
इस सारे प्रकरण में जो टीवी नहीं देखेंगे और अखबार नहीं पढेंगे, सिर्फ वे ही इस झूठ पाखंड से बच पायेंगे, 23 को तो सबको पता चल ही जायेगा, जिसका आभाष चौकीदार को हो गया कि वह निकाल दिया गया है।

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