बुधवार, 29 मई 2019

दूसरे कार्यकाल के लिए मोदी लेंगे प्रधानमंत्री पद की शपथ, 65 बन सकते हैं मंत्री, 8000 मेहमानों को न्योता

 लोकसभा चुनाव में प्रचंड जीत के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरे कार्यकाल के लिए गुरुवार को नये कैबिनेट के साथ शपथ लेंगे। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 68 वर्षीय मोदी व उनके कैबिनेट सहयोगियों को राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में शाम सात बजे शपथ दिलायेंगे। यह समारोह रात साढ़े आठ बजे तक चलेगा. चर्चा है कि 65 लोग मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. राष्ट्रपति भवन के फोरकोर्ट में होने वाले इस  भव्य समारोह में देश-विदेश के करीब आठ हजार मेहमान शिरकत करेंगे।

खास बात यह है कि पश्चिम बंगाल में मारे गये 54 भाजपा  कार्यकर्ताओं के परिजन भी इस समारोह के गवाह बनेंगे। इस माैके पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी व यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित शीर्ष विपक्षी नेता, उद्योग जगत के दिग्गज, फिल्मी सितारे, राज्यों के मुख्यमंत्री और बिम्सटेक सदस्य देशों के नेता भी मौजूद रहेंगे। 

बिम्सटेक में बांग्लादेश, म्यांमार, श्रीलंका, थाईलैंड,  नेपाल और भूटान शामिल हैं. इस बार पाक को  न्योता नहीं भेजा गया है। इस बीच रहस्य कायम है कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह मंत्री बनेंगे या नहीं। पीएम मोदी और शाह ने लगातार दूसरे दिन बुधवार को लंबी बैठक की. इस दौरान नये कैबिनेट की व्यापक रूपरेखा तय की गयी।गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम से मुलाकात की. 

शाम 07 बजे से समारोह
8000 मेहमान बनेंगे गवाह
सोनिया-राहुल भी रहेंगे मौजूद 

अनुभव व युवा शक्ति का होगा मेल अमित शाह पर रहस्य कायम
मोदी का नया कैबिनेट अनुभव के साथ ही युवा, क्षेत्रीय संतुलन, महिला, जातिगत संतुलन और विशेषज्ञों का मिला-जुला रूप होगा। चर्चा है कि भाजपा अध्यक्ष शाह को कैबिनेट में महत्वपूर्ण विभाग मिल सकता है। दूसरी चर्चा यह भी है  कि कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर  शाह अध्यक्ष पद पर ही रहेंगे। अहम सवाल है कि गृह, वित्त, रक्षा और विदेश मंत्रालय किसे मिलेगा. राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, स्मृति ईरानी, रविशंकर प्रसाद, पीयूष गोयल, धर्मेंद्र प्रधान व प्रकाश जावड़ेकर को फिर से कैबिनेट में जगह मिलने की उम्मीद है।

स्वास्थ्य कारणों से मंत्री नहीं बनना चाहते जेटली, पीएम उनके घर पहुंचे
पीएम मोदी ने बुधवार को वित्त मंत्री अरुण जेटली से उनके सरकारी निवास पर जाकर मुलाकात की. पहली बार है पीएम मोदी बिना किसी निर्धारित कार्यक्रम के वित्त  मंत्री के आवास पर पहुंचे. करीब 25 मिनट उनके पास रहे। उन्होंने जेटली के  स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।  इससे पहले जेटली ने अपने स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों का हवाला देते हुए पीएम को पत्र लिखकर नयी सरकार में कोई दायित्व नहीं देने का अनुरोध किया था।

मारे गये भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजन भी  रहेंगे माैजूद
वीआइपी चेहरों के बीच समारोह के गवाह ऐसे चेहरे भी बनेंगे, जिनके परिजनों  ने भाजपा को आगे बढ़ाने में अपनी जान की कुर्बानी दे दी। पार्टी ने पश्चिम  बंगाल में राजनीतिक हिंसा में मारे गये कार्यकर्ताओं के परिवारवालों को शपथ  ग्रहण में शामिल होने का न्योता दिया है. पार्टी ने उनके दिल्ली में रहने  और ठहरने की भी व्यवस्था की है। 

राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में समारोह
समारोह राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में होगा. चौथी बार किसी पीएम का शपथ ग्रहण दरबार हॉल की जगह यहां पर होगा। 2014 में मोदी ने यहीं पर शपथ ली थी। इससे पहले 1990 में चंद्रशेखर और 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी ने प्रांगण में शपथ ली थी। 

दीदी का यू टर्न-पहले हां, फिर  बोलीं मोदी जी सॉरी, नहीं आऊंगी
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने समारोह में शामिल होने से मना कर दिया है, एक दिन पहले ही हामी भरी थी. ममता ने पीएम को लिखी चिट्ठी में कहा fक भाजपा ने अपने दिवंगत 54 कार्यकर्ताओं के परिजनों को भी समारोह में बुलाया है. आरोप लगाया है कि इन सबकी बंगाल में राजनीतिक हत्या हुई थी. मेरा मानना है कि यह सच नहीं है, राज्य में कोई राजनीतिक हत्या नहीं हुई. ये हत्याएं आपसी रंजिश से हुई थीं. सॉरी, मोदी जी, यह लोकतंत्र के जश्न का था, न कि किसी एक दल को नीचा दिखाने का।

अब ‘टाइम’ ने माना लोहा, कहा मोदी भारत को एक सूत्र में पिरोने वाले प्रधानमंत्री
पिछले  दिनों अपने अंतरराष्ट्रीय संस्करण के आवरण पृष्ठ पर नरेंद्र मोदी की  तस्वीर लगाकर उन्हें ‘डिवाइडर इन चीफ'  करार देने के बाद मशहूर पत्रिका  ‘टाइम' ने अब मोदी को भारत को एक सूत्र में पिरोने वाला प्रधानमंत्री करार  दिया है.  ‘टाइम' के नये अंक में लंदन स्थित मीडिया संगठन इंडिया इंक ग्रुप  के संस्थापक व  मुख्य कार्यकारी मनोज लडवा ने ‘मोदी हैज यूनाइटेड इंडिया  लाइक नो प्राइम मिनिस्टर इन डिकेड्स' शीर्षक से एक आलेख लिखा है. इसमें कहा  है कि मोदी ने भारत को इस तरह एक सूत्र में पिरोया है जितना दशकों में  किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया।  

डेढ़ घंटे के समारोह में होगा खास खान-पान 
8000 मेहमानों को न्योता, जिसमें कई देशों के राष्ट्राध्यक्ष भी  
राष्ट्रपति  भवन में अब तक के सबसे बड़े समारोह में से एक  
48 घंटे में पकने वाला ‘दाल रायसीना' भी व्यंजन में शामिल

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