जयपुर । राजधानी जयपुर में जब एक आईएएस की पत्नी के प्लॉट पर कब्जा हो जाए, और आईएएस अफसर को अपनी सुरक्षा की गुहार लगाने मुख्य सचिव के पास जाना पड़े, तो इससे आप प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था का अंदाजा लगा सकते है।
आईएएस का नाम है गिरीराज सिंह और वर्तमान में राजस्थान सिविल सेवा अपील प्राधिकरण में अध्यक्ष पद पर कार्यरत है। आईएएस गिरीराज सिंह की पत्नी डॉ दलबीर सिंह के नाम अजमेर रोड 200 फीस बाईपास पर सुंदर नगर में बी 90/107 नंबर का प्लाट है। आईएएस गिरीराज सिंह का कहना है कि 13 मई 2019 को जब वह अपने प्लॉट पर गए थे, इस प्लॉट पर दीवार पर जमीन मालिक गोकुल दास माहेश्वरी का नाम लिखा हुआ मिला। जब इसका विरोध करते हुए आईएएस गिरीराज सिंह के अपनी पत्नी डॉ. दलबीर कौर का नाम लिखना चाहा, तो आरोप है कि गोकुल माहेश्वरी का भाई वल्लभ माहेश्वरी कुछ लोगों के साथ झगड़ा करने आ गया। लेकिन इसके बावजूद डॉ. दलबीर कौर का नाम उन्होंने लिखा।आईएएस गिरीराज सिंह ने इस मामले में मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को एक ज्ञापन भी सौंपा है। जिसमें उन्होंने बताया है कि उनकी पत्नी डॉ. दलबीर सिंह कौर ही प्लॉट की असली मालिक है। इसके कागजात श्याम नगर थाने में भी जमा करवा दिए गए है।
ज्ञापन में बताया गया है कि दिनेश शर्मा नाम के शख्स ने इस प्लॉट के फर्जी कागजात तैयार करके माहेश्वरी परिवार को फर्जी तरीके से बेचान किया गया है। जबकि प्लॉट के मूल पट्टे और कागज डॉ. दलबीर कौर के पास ही है। आईएएस गिरीराज सिंह ने मुख्य सचिव से गुहार लगाई है कि उन्हें सुरक्षा प्रदान की जाए और कब्जा करने वाले आरोपी गोकुल माहेश्वरी, वल्लभ माहेश्वरी, माधव माहेश्वरी, अखिल माहेश्वरी को इस प्लाट को लेकर पाबंद किया जाए, कि इसकी सीमा से दूर रहे। साथ ही श्याम नगर थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार करके कानूनी कार्रवाई की जाए।


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