बुधवार, 29 मई 2019

राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए रखने को लेकर प्रस्ताव पास, हार को लेकर भी हुआ मंथन

जयपुर। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की शर्मनाक हार के बाद राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की बैठक में हार को लेकर मंथन किया गया। इस बैठक में राहुल गांधी को कांग्रेस अध्यक्ष बनाए रखने को लेकर प्रस्ताव भी पास किया गया। बैठक में सभी नेताओं ने प्रस्ताव को पास करते हुए कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने रहेंगे। 

बैठक में सर्वप्रथम अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव एवं राजस्थान प्रभारी अविनाश पाण्डे ने केन्द्रीय कार्यसमिति में पारित प्रस्ताव के अनुमोदन का प्रस्ताव रखा जिसका प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने समर्थन किया और प्रदेश कार्यकारिणी ने सर्वसम्मिति से प्रस्ताव को पारित किया। पारित प्रस्ताव की प्रतिलिपि संलग्र है।

पायलट ने बैठक को सम्बोधित करते हुये कहा कि आज चुनौतियों का दौर है जिनका सामना हम सबको मिलजुलकर करना है, प्रदेश के कांग्रेसजनों ने पूरी मेहनत की, परन्तु हमें सफलता नहीं मिल पाई जिसे लेकर हम सम्भागवार समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जनादेश को स्वीकार किया है और केन्द्र के स्तर पर सशक्त विपक्ष की भूमिका हम निभाकर जनता का विश्वास जीतेंगे। उन्होंने कहा कि आरजेडी के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव, डीएमके अध्यक्ष स्टॉलिन सहित अन्य पार्टियों के नेताओं ने श्री राहुल गॉंधी से कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद पर बने रहकर कांग्रेस पार्टी को नेतृत्व प्रदान करने हेतु अपनी भावना व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ही एक मात्र राष्ट्रीय पार्टी है जो राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा को चुनौती दे सकती है। हमें वर्तमान विपरीत परिस्थितियों में मनोबल को बनाये रखना है और अपने परिश्रम को जारी रखना है। लोकतंत्र में हार-जीत के दौर आते-जाते रहते हैं, इनसे विचलित हुए बिना सभी चुनौतियों का पूरी मजबूती के साथ सामना करना है। उन्होंने कहा कि आगामी नगर निकाय एवं पंचायत राज संस्थाओं के चुनावों के लिये अभी से तैयारियों में जुट जाना है और जनता के बीच पहुॅंचकर प्रदेश सरकार के समस्त कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देनी है। 


इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रस्ताव का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी ने बड़े-बड़े उतार-चढ़ाव देखे हैं, परन्तु आज का दौर विचित्र है, जहॉं भाजपा ने मूल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिये धार्मिक व जातिवादी भावनाओं को भडक़ाया और सेना के शौर्य व पराक्रम को चुनावी मुद्दा बनाकर जनता को भ्रमित किया। उन्होंने कहा कि पूरा देश सेना के पराक्रम का सम्मान करता है और सेना की वीर गाथा इतिहास में दर्ज है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने राहुल गॉंधी के नेतृत्व में संसद के अन्दर और बाहर आम जनता के बीच पहुॅंचकर भाजपा की जनविरोधी नीतियों का मुकाबला किया है जो ऐतिहासिक है। उन्होंने कहा कि हमारी हार हुई है लेकिन हमें एकजुट होकर राहुल गॉंधी के नेतृत्व में जनहित में सक्रिय भूमिका निभानी है। आज देश में लोकतंत्र खतरे में है, इसलिये संवैधानिक मूल्यों के संरक्षण के लिये काम करना है, हमारी लड़ाई किसी भी पार्टी से व्यक्तिगत नहीं है, वरन् यह विचारधारा और नीतियों की लड़ाई है।

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