जयपुर,। विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने विधानसभा प्रांगण में 69वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर ध्वजारोहण किया ।
मेघवाल ने इस अवसर पर गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि लाखों देशभक्तों के बलिदान के बाद हासिल की गयी आजादी हमारे लिए अमूल्य है । उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का उत्कृष्ट संविधान है । संविधान में जो अधिकार आम नागरिकों को दिए गए हैं अगर उस दिशा में अक्षरश: संविधान की पालना की जाए तो हम प्रगति की राह में और आगे बढ सकते हैं । विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका में सामन्जस्य आज की सबसे बडी जरूरत है साथ ही आवश्यकता इस बात की है कि विधायिका के मान सम्मान को बढाने के लिए देश का प्रत्येक नागरिक प्रतिबद्ध होकर कार्य करे ।
इससे पूर्व विधानसभा में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था नाटक भारत के वीर सपूत जिसमें क्रांतिकारी भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव के फांसी के नाट्य रूप में प्रस्तुत किया गया नाटक में सर्वश्री राम अवतार बांगडा, भीम सिंह मीणा, अजय शर्मा, सुरेश मेघवाल, आशीष रोहिला, पवन सामरिया, हिमांशु बंसल, आकाश परिहार, आनन्द व्यास एवं सुश्री अपेक्षा शर्मा तथा सुश्री अजरा रहमान ने भाग लिया ।
कार्यक्रम की शुरूआत ऋद्धि सिद्धी के दाता श्री गणेश की स्तुति से की गयी जिसे सुश्री दीक्षा गोयल ने प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में रघुवीर भूषण दाधीच द्वारा है प्रीत जहॉं की रीत सदा गीत, उज्ज्वल श्रीवास्तव द्वारा सुनो गौर से दुनिया वालो पर नृत्य प्रस्तुत किया । कार्यक्रम के अंत में गांधीनगर बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया ।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया ।
अंत में विधानसभा सचिव पृथ्वी राज ने सभी का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन श्री दुर्गादास मूलचन्दानी ने किया ।
मेघवाल ने इस अवसर पर गणतंत्र दिवस की बधाई देते हुए कहा कि लाखों देशभक्तों के बलिदान के बाद हासिल की गयी आजादी हमारे लिए अमूल्य है । उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान विश्व का उत्कृष्ट संविधान है । संविधान में जो अधिकार आम नागरिकों को दिए गए हैं अगर उस दिशा में अक्षरश: संविधान की पालना की जाए तो हम प्रगति की राह में और आगे बढ सकते हैं । विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका में सामन्जस्य आज की सबसे बडी जरूरत है साथ ही आवश्यकता इस बात की है कि विधायिका के मान सम्मान को बढाने के लिए देश का प्रत्येक नागरिक प्रतिबद्ध होकर कार्य करे ।
इससे पूर्व विधानसभा में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण था नाटक भारत के वीर सपूत जिसमें क्रांतिकारी भगतसिंह, राजगुरू और सुखदेव के फांसी के नाट्य रूप में प्रस्तुत किया गया नाटक में सर्वश्री राम अवतार बांगडा, भीम सिंह मीणा, अजय शर्मा, सुरेश मेघवाल, आशीष रोहिला, पवन सामरिया, हिमांशु बंसल, आकाश परिहार, आनन्द व्यास एवं सुश्री अपेक्षा शर्मा तथा सुश्री अजरा रहमान ने भाग लिया ।कार्यक्रम की शुरूआत ऋद्धि सिद्धी के दाता श्री गणेश की स्तुति से की गयी जिसे सुश्री दीक्षा गोयल ने प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में रघुवीर भूषण दाधीच द्वारा है प्रीत जहॉं की रीत सदा गीत, उज्ज्वल श्रीवास्तव द्वारा सुनो गौर से दुनिया वालो पर नृत्य प्रस्तुत किया । कार्यक्रम के अंत में गांधीनगर बालिका विद्यालय की छात्राओं द्वारा राष्ट्रगान प्रस्तुत किया गया ।
विधानसभा अध्यक्ष ने सभी कलाकारों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृतिचिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया ।
अंत में विधानसभा सचिव पृथ्वी राज ने सभी का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन श्री दुर्गादास मूलचन्दानी ने किया ।

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