विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं और उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिये जानेवाले पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गयी है. इस बार पुरस्कारों के लिए 15,700 लोगों ने आवेदन किया था. साहित्य और शिक्षा, चिकित्सा, कला और सामाजिक कार्य के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 85 व्यक्तित्वों को पद्मश्री पुरस्कार के चुना गया. पद्म विभूषण के लिए इलयाराजा (कला-संगीत), गुलाम मुस्तफा खान (कला-संगीत) और पी परमेश्वरन को साहित्य और शिक्षा के लिए चुना गया है.
वहीं पद्मभूषण के लिए खेल से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और स्नूकर खिलाड़ी पंकज आडवाणी को चुना गया. कला-संगीत के क्षेत्र से भोजपुरी की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा, अरविंद पारिख और लक्ष्मण पाई को चुना गया. 'ग्रैंड मदर ऑफ द जंगल' लक्ष्मीकुट्टी को सर्प दंश पर उल्लेखनीय कार्य के लिए पद्मश्री से नवाजा जाएगा. वहीं, किफायती शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए अरविंद गुप्ता को (साहित्य और शिक्षा) पद्मश्री के लिए चुना गया.
* पद्म विभूषण
इलयाराजा - कला (संगीत) गुलाम मुस्तफा खान - कला (संगीत)पी परमेश्वरन - साहित्य और शिक्षा
* पद्मभूषण
महेंद्र सिंह धौनी - खेल (क्रिकेट)पंकज आडवाणी - खेल (बिलियर्ड्स / स्नूकर)फिलिपोस मार क्रिस्सोस्टम - अन्य अध्यात्मवाद)अलेक्जेंडर कडकिन (विदेशी / मरणोपरांत) - सार्वजनिक मामलों रामचंद्रन नागस्वामी - अन्य (पुरातत्व)
वेद प्रकाश नंदा - साहित्य और शिक्षा लक्ष्मण पाई - कला (चित्रकारी) अरविंद पारिख - कला (संगीत)
शारदा सिन्हा - कला (संगीत)
* पद्मश्री पुरस्कार
अरविंद गुप्ता - साहित्य और शिक्षा (किफायती शिक्षा के लिए)लक्ष्मीकुट्टी - चिकित्सा (सर्प दंश)भज्जू श्याम - कला (चित्रकला - गोंड कला)सुधांशु बिस्वास - सोशल सर्विस एमआर राजगोपाल - चिकित्सा (पैलिएटिव केयर)
मुरलीकांत पेटकर - खेल राजगोपालन वासुदेवन - विज्ञान और इंजीनियरिंग (इनवेशन)
सुभाषिनी मिस्त्री - सामाजिक कार्य विजयलक्ष्मी नवनीतिकृष्णन - साहित्य और शिक्षा (किफायती शिक्षा)
सुलागट्टी नरसम्मा- चिकित्सा येशी ढोंडेन - चिकित्सा रानी और अभय बैंग - चिकित्सा (सस्ती स्वास्थ्य सेवा)
लेंटिना एओ ठक्कर - सामाजिक कार्य (सेवा) रोमूलस वाइटैकर - अन्य (वन्यजीव संरक्षण)
संपत रामटेके - सोशल वर्क संदूक रुइत - चिकित्सा (नेत्र विज्ञान) अनवर जलालपुर - साहित्य और शिक्षा (साहित्य - उर्दू)
इब्राहिम सुतार - कला (संगीत - सूफी) मानस बिहारी वर्मा - विज्ञान और इंजीनियरिंग (रक्षा) सीताव्वा जोड्डाती - सामाजिक कार्य नोफ मारवाई - अन्य (योग) वी. नानाम्मल - अन्य (योग
पिछले साल 89 लोगों को पद्म पुरस्कार दिया गया था. जिसमें सात-सात लोगों को पद्म विभूषण व पद्म भूषण, जबकि 75 लोगों को पद्म श्री दी गयी थी.
वहीं पद्मभूषण के लिए खेल से टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी और स्नूकर खिलाड़ी पंकज आडवाणी को चुना गया. कला-संगीत के क्षेत्र से भोजपुरी की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा, अरविंद पारिख और लक्ष्मण पाई को चुना गया. 'ग्रैंड मदर ऑफ द जंगल' लक्ष्मीकुट्टी को सर्प दंश पर उल्लेखनीय कार्य के लिए पद्मश्री से नवाजा जाएगा. वहीं, किफायती शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य के लिए अरविंद गुप्ता को (साहित्य और शिक्षा) पद्मश्री के लिए चुना गया.
* पद्म विभूषण
इलयाराजा - कला (संगीत) गुलाम मुस्तफा खान - कला (संगीत)पी परमेश्वरन - साहित्य और शिक्षा
* पद्मभूषण
महेंद्र सिंह धौनी - खेल (क्रिकेट)पंकज आडवाणी - खेल (बिलियर्ड्स / स्नूकर)फिलिपोस मार क्रिस्सोस्टम - अन्य अध्यात्मवाद)अलेक्जेंडर कडकिन (विदेशी / मरणोपरांत) - सार्वजनिक मामलों रामचंद्रन नागस्वामी - अन्य (पुरातत्व)
वेद प्रकाश नंदा - साहित्य और शिक्षा लक्ष्मण पाई - कला (चित्रकारी) अरविंद पारिख - कला (संगीत)
शारदा सिन्हा - कला (संगीत)
* पद्मश्री पुरस्कार
अरविंद गुप्ता - साहित्य और शिक्षा (किफायती शिक्षा के लिए)लक्ष्मीकुट्टी - चिकित्सा (सर्प दंश)भज्जू श्याम - कला (चित्रकला - गोंड कला)सुधांशु बिस्वास - सोशल सर्विस एमआर राजगोपाल - चिकित्सा (पैलिएटिव केयर)
मुरलीकांत पेटकर - खेल राजगोपालन वासुदेवन - विज्ञान और इंजीनियरिंग (इनवेशन)
सुभाषिनी मिस्त्री - सामाजिक कार्य विजयलक्ष्मी नवनीतिकृष्णन - साहित्य और शिक्षा (किफायती शिक्षा)
सुलागट्टी नरसम्मा- चिकित्सा येशी ढोंडेन - चिकित्सा रानी और अभय बैंग - चिकित्सा (सस्ती स्वास्थ्य सेवा)
लेंटिना एओ ठक्कर - सामाजिक कार्य (सेवा) रोमूलस वाइटैकर - अन्य (वन्यजीव संरक्षण)
संपत रामटेके - सोशल वर्क संदूक रुइत - चिकित्सा (नेत्र विज्ञान) अनवर जलालपुर - साहित्य और शिक्षा (साहित्य - उर्दू)
इब्राहिम सुतार - कला (संगीत - सूफी) मानस बिहारी वर्मा - विज्ञान और इंजीनियरिंग (रक्षा) सीताव्वा जोड्डाती - सामाजिक कार्य नोफ मारवाई - अन्य (योग) वी. नानाम्मल - अन्य (योग
पिछले साल 89 लोगों को पद्म पुरस्कार दिया गया था. जिसमें सात-सात लोगों को पद्म विभूषण व पद्म भूषण, जबकि 75 लोगों को पद्म श्री दी गयी थी.

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