गुरुवार, 25 जनवरी 2018

नीतीश 40 सीटों पर कर रहे तैयारी!

बिहार के सत्तारूढ़ गठबंधन की पांचों पार्टियों में सब कुछ ठीक नहीं है। दोनों बड़ी पार्टियों जनता दल यू और भाजपा के बीच संबंधों में तनाव बढ़ा है तो तीन छोटी पार्टियां लोजपा, रालोसपा और हम अपने लिए अलग रास्ता खोज रहे हैं। ये दोनों पार्टियां नीतीश कुमार के साथ तालमेल होने की वजह से असहज हुई हैं। खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मिलने का समय नहीं दिया। मजबूरी में उनको रामलाल से मिल कर बात करनी पड़ी। केंद्र सरकार नीतीश कुमार को जेड प्लस सुरक्षा दे रही है और दिल्ली में कामराज रोड पर बड़ी कोठी दे रही है, लेकिन लोकसभा चुनाव में सीटें बहुत कम देगी।

सो, अब खबर है कि नीतीश कुमार बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। पिछली बार भी वे सभी सीटों पर लड़े थे और उनकी पार्टी सिर्फ दो सीट जीत पाई थी। 24 सीटों पर उनके उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। पर कहा जा रहा है कि इस बार उन्होंने उस नतीजे से सबक लिया है और बिना तैयारी के सिर्फ हवा में चुनाव लड़ने नहीं उतरेंगे। हालांकि एक संभावना यह भी जताई जा रही है कि वे भाजपा पर दबाव बनाने के लिए सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी दिखा रहे हैं।

जदयू के जानकार सूत्रों का कहना है कि विकास समीक्षा यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री हर जिले में जाकर न सिर्फ कामकाज का ब्योरा ले रहे हैं, बल्कि पार्टी संगठन को भी मजबूत कर रहे हैं। उनकी यात्रा के दौरान जिला प्रशासन के साथ साथ जदयू कार्यकर्ता ही कार्यक्रम का आयोजन कर रहे हैं। भाजपा के नेता और कार्यकर्ता आमतौर पर इससे दूर रखे गए हैं। इससे जिला स्तर पर पार्टी संगठन को ताकत मिल रही है।

पार्टी के जानकार नेताओं ने बताया है कि सभी 40 सीटों के लिए उम्मीदवारों की तलाश चल रही है। कई मजबूत विधायकों को तैयारी करने का इशारा किया गया है। पार्टी के एक प्रवक्ता ने अनौपचारिक बातचीत में कहा है कि सभी 40 लोकसभा सीटों पर नीतीश कुमार की रैली भी कराई जा सकती है। अगर भाजपा आठ या दस सीटों की बात करती है और जदयू को उसकी पसंद की सीटें नहीं मिलती हैं तो नीतीश कुमार अकेले चुनाव में जाना पसंद करेंगे। उससे पहले वे अपनी सरकार को भी मजबूत करने के उपाय करेंगे। 

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