जयपुर। आवास एवं शहरी मंत्रालय द्वारा जारी स्मार्ट सिटी परफॉर्मेंस रैंकिंग में जयपुर स्मार्ट सिटी ने 23 वीं रेंक हासिल की है। पिछली बार की तुलना में जयपुर में स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों ने गति पकड़ी है। ऐसे में जयपुर स्मार्ट सिटी की परफॉर्मेंस से 14 शहर पिछड़ गए है।
दरअसल स्मार्ट सिटी के अफसर पिछले पांच माह में 50 करोड़ रुपए के विकास कार्य पूरा करा चुके हैं। अफसरों को 1000 करोड़ रुपए के स्मार्ट विकास कार्य चारदीवारी और उसके बाहर कराने थे। ताकि राजधानी का स्मार्ट सिटी का दर्जा मिल सके। पड़ताल में सामने आया कि स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने कंसल्टेंसी कंपनी के साथ मिलकर शहर में वर्ष 2016-17 में स्मार्ट विकास कार्य शुरू किए थे।
शहर में स्मार्ट सिटी के बजट इनदिनों करीब 625 करोड़ रुपए के अलग-अलग विकास कार्य चल रहे हैं। पांच माह पहले करीब 300 करोड़ रुपए के विकास कार्य ही चल रहे थे, लेकिन जब सीईओ के पद पर लोकबंधु ने ज्वॉइन किया तो उसके बाद में स्मार्ट सिटी के विकास कार्यों ने गति पकड़ ली। 235 करोड़ रुपए के विकास कार्यों की डीपीआर तैयार हो चुके हैं।
इन विकास कार्यों के केवल टैंडर होने बाकी है। 75 करोड़ रुपए के टैंडर लगे हुए है. ऐसे में पिछले पांच माह में अफसरों ने शहर को स्मार्ट बनाने के लिए करोड़ों रुपए के टैंडर जारी करके विकास कार्य शुरू कर दिए हैं।

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