जगत प्रकाश नड्डा के भाजपा अध्यक्ष बने आठ महीने होने जा रहे हैं। जनवरी में उन्होंने अध्यक्ष का पद संभाला था और तब से इस बात की अटकलें चल रही हैं कि उनकी टीम बन रही है। आठ महीने बाद भी यहीं सवाल पूछा जा रहा है कि उनकी टीम की घोषणा कब होगी? क्या टीम में कुछ बड़ा बदलाव होगा या कॉस्मेटिक सर्जरी होगी और अमित शाह की बनाई पुरानी टीम ही काम करती रहेगी? ध्यान रहे नड्डा अभी उसी टीम के साथ काम कर रहे हैं। पहले भी वे इस टीम के साथ काम कर चुके हैं, जब वे खुद इस टीम का हिस्सा थे।
बहरहाल, भाजपा के जानकार सूत्रों का कहना है कि जून में ही टीम तय हो गई थी और 15 जून को टीम की घोषणा होने वाली थी। पर किसी कारण से घोषणा टल गई और उसके बाद टलती ही गई। फिर कहा गया कि अगस्त में नड्डा की टीम की घोषणा होगी। पर अगस्त के पहले ही हफ्ते में अमित शाह कोरोना पॉजिटिव हो गए। उसके बाद उनकी सेहत, राम मंदिर के शिलान्यास और आजादी दिवस की वजह से घोषणा टली रही।
अमित शाह स्वस्थ होकर लौटे लेकिन चार दिन के बाद ही उनको फिर से अस्पताल में भरती होना पड़ा। सो, अगस्त का पूरा महीने इसमें निकल गया। बताया जा रहा है कि 31 अगस्त को भाजपा की नई टीम की घोषणा होनी थी पर उसी दिन पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया और सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा हो गई। राष्ट्रीय शोक के बीच ही दो सितंबर से श्राद्ध का महीना शुरू हो गया। सो, पितृपक्ष के 16 दिनों के लिए यह घोषणा टल गई। अब कहा जा रहा है कि 17 सितंबर को श्राद्ध का पखवाड़ा खत्म होने के तुरंत बाद नई टीम की घोषणा हो जाएगी। हालांकि यह घोषणा इतनी बार टल चुकी है और इसके बारे में इतनी तरह की चर्चाएं हो चुकी हैं पार्टी के नेता भी इस पर यकीन करने को तैयार नहीं हैं। भाजपा संगठन में बदलाव के बारे में पूछने पर उनका जवाब होता है कि जब हो जाए, तभी मानें। फिर भी उम्मीद की जा रही है कि बिहार चुनाव की घोषणा से पहले भाजपा के पदाधिकारियों और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा हो सकती है।

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