दो दिन की मशक्कत के बाद आखिरकार गहलोत सरकार ने आकार ले लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर देर रात तक चली मैराथन बैठक के बाद मंत्रियों को विभागों का बंटवारा कर दिया गया है।
जयपुर। कांग्रेस की गहलोत सरकार ने दो दिन की मशक्कत के बाद आखिरकार आकार ले लिया है। दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान राहुल गांधी के साथ हुई मैराथन बैठक के बाद गहलोत सरकार में बने मंत्रियों को मिलने वाले विभागों पर सहमति बन गई. जिसके बाद देर रात 2 बजे विभागों की सूची जारी कर दी गई। सीएम से लेकर मंत्रालयों के बंटवारे तक हर जगह गहलोत का प्रभाव दिखाई दिया है।
दिल्ली में बुधवार शाम से पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ सीएम गहलोत, डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राजस्थान प्रभारी अविनाश पांडे और के सी वेणुगोपाल की बैठक शुरू हुई. ये बैठक देर रात तक चलती रही. पार्टी के उच्च सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान विभागों के बंटवारे को लेकर कई बार सियासी पेच फंसते रहे. लेकिन, आखिरकार रात दो बजे सहमति बनने के बाद टी रविकांत के दस्तखत के बाद सूची जारी कर दी गई है. मंत्रियों को किए गए विभागों के बंटवारे के दौरान भी सीएम गहलोत का प्रभाव बखूबी देखने को मिला है। उन्होंने विभागों का बंटवारा अपने हिसाब से ही कराया है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण वित्त, कार्मिक और गृह समेत 9 विभाग उन्होंने अपने पास रखा है। जबकि, उप मुख्यमंत्री पायलट को सार्वजनिक निर्माण,पंचायती राज समेत 5 विभाग गए हैं। इसके साथ ही गहलोत ने बीडी कल्ला को बड़ी तवज्जो दी है। गहलोत के पहले कार्यकाल में चिकित्सा मंत्री रहे कल्ला को इस बार बिजली और पानी जैसे दो बड़े महकमे सौंपे गए हैं। साथ ही शांति धारीवाल को यूडीएच मंत्री बनाया गया है। यह तीसरा मौका होगा जब गहलोत सरकार में धारीवाल यूडीएच विभाग का जिम्मा संभालेंगे।
सीएम गहलोत ने कामकाज के बंटवारे में अजमेर के पूर्व सांसद और केकड़ी विधायक डॉ रघु शर्मा को बड़ी तरजीह दी है। उन्हें चिकित्सा एवं स्वास्थय जैसा बड़ा महकमा संभलवाया गया है। साथ ही उन्हें सूचना एवं जनसंपर्क विभाग भी सौंपा गया है। रघु के पास विधि और संसदीय मामलात विभाग भी दिए गए हैं। यूपीए-2 में केंद्रीय ग्रामीण विकास राज्य मंत्री रहे लालचंद कटारिया को गहलोत ने कृषि के साथ पशुपालन और मत्स्य विभाग की जिम्मेदारी दी है। पिछली गहलोत सरकार में सहकारिता मंत्री रहे परसादी लाल मीणा इस बार उद्योग विभाग का जिम्मा संभालेंगे। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गहलोत सरकार में दोनों बार मंत्री रहे मास्टर भंवरलाल मेघवाल को इस बार सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग के साथ आपदा राहत विभाग की जिम्मेदारी भी दी गई है। इस बार गहलोत ने प्रदेश में राज्य मंत्रियों के महकमों को लेकर भी नई शुरुआत की है। हर राज्य मंत्री को इस बार अहम जिम्मेदारी देते हुए किसी एक विभाग का स्वतंत्र प्रभार सौपा गया है।
अब तक कैबिनेट मंत्रियों के अलावा कुछ मंत्रियों को ही स्वतंत्र प्रभारी सौपा जाता रहा है। ऐसे में गहलोत सरकार के राज्य मंत्रियों की बात करें तो सबसे बड़ी जिम्मेदारी गोविंद सिंह डोटासरा को देते हुए उन्हें प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग का स्वतंत्र प्रभार सौंपा गया है। इसके साथ डोटासरा को पर्यटन और देवस्थान विभाग के राज्य मंत्री के रूप में भी जिम्मेदारी दी गई है।
गहलोत सरकार में यूं हुआ विभागों का बंटवारा ।
सीएम अशोक गहलोत
वित्त, आबकारी, आयोजना, नीति आयोजन, कार्मिक, सामान्य प्रशासन, राजस्थान राज्य अन्वेषण ब्यूरो, सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग, गृह मामलात और न्याय विभाग।
डिप्टी सीएम सचिन पायलट
सार्वजनिक निर्माण, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, विज्ञान व प्रौद्योगिकी और सांख्यिकी।
केबिनेट मंत्री
बीडी कल्ला
ऊर्जा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, भू-जल, कला, साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व ।
शांति धारीवाल
स्वायत्त शासन, नगरीय विकास एवं आवासन, विधि एवं विधिक कार्य और विधि परामर्शी कार्यालय, संसदीय मामलात ।
परसादी लाल
उद्योग और राजकीय उपक्रम ।
मास्टर भंवरलाल मेघवाल
सामाजिक न्याय अधिकारिता, आपदा प्रबंधन एवं सहायता ।
लालचंद कटारिया
कृषि, पशुपालन एवं मत्स्य ।
रघु शर्मा
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं (ईएसआई) और सूचना व जनसंपर्क ।
प्रमोद जैन भाया
खान, गोपालन ।
विश्वेंद्र सिंह
पर्यटन, देवस्थान ।
हरीश चौधरी
राजस्व, उपनिवेशन, कृषि सिंचित क्षेत्रीय विकास एंव जल उपयोगिता ।
रमेश चंद मीणा
खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले ।
उदयलाल आंजना
सहकारिता, इंदिरा गांधी नहर परियोजना ।
प्रताप सिंह खाचरियावास
परिवहन, सैनिक कल्याण ।
सालेह मोहम्मद
अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ और जन अभियोग निराकरण ।
राज्य मंत्री
गोविंद सिंह डोटासरा
शिक्षा-प्राथमिक एंव माध्यमिक शिक्षा(स्वतंत्र प्रभार), पर्यटन, देवस्थान ।
ममता भूपेश
महिला एंव बाल विकास(स्वतंत्र प्रभार), जनअभियोग निराकरण, अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ ।
अर्जुन सिंह बामनिया
जनजाति क्षेत्रीय विकास(स्वतंत्र प्रभार), उद्योग राजकीय उपक्रम ।
भंवर सिंह भाटी
उच्च शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), राजस्व उपनिेवेशन कृषि सिंचित क्षेत्रीय विकास एवं जल उपयोगिता ।
सुखराम विश्नोई
वन विभाग (स्वतंत्र प्रभार), पर्यावरण विभाग (स्वतंत्र प्रभार), खाद्य-नागरिग आपूर्ति, उपभोक्ता मामले ।
अशोक चांदना
युवा मामले-खेल (स्वतंत्र प्रभार), कौशल-नियोजन व उद्यमिता (स्वतंत्र प्रभार), परिवहन, सैनिक कल्याण ।
टीकाराम जूली
श्रम विभाग (स्वतंत्र प्रभार), कारखान व बॉयलर्स निरीक्षण (स्वतंत्र प्रभार), सहकारिता, इंदिरा गांधी नहर परियोजना ।
भजनलाल जाटव
गृह रक्षा, नागरिक सुरक्षा (स्वतंत्र प्रभार), मुद्रण-लेखन सामग्री विभाग (स्वतंत्र प्रभार), कृषि विभाग, पशुपालन, मत्स्य।
राजेंद्र सिंह यादव
आयोजना जनशक्ति(स्वतंत्र प्रभार), स्टेट मोटर गैराज विभाग (स्वतंत्र प्रभार), सामाजिक न्याय व अधिकारिता विभाग, आपदा प्रबंधन व सहायता ।
डॉ. सुभाष गर्ग
तकनीकी शिक्षा विभाग (स्वतंत्र प्रभार), संस्कृत शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), चिकित्सा शिक्षा व स्वास्थ्य, आयुर्वेद व भारतीय चिकित्सा, चिकित्सा व स्वास्थ्य सेवाएं ईएसआइ, सूचना व जनसंपर्क ।

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