मोदी सरकार ने शनिवार को देश के निवासियों को नये साल का तोहफा दिया है। शनिवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित जीएसटी परिषद की बैठक में रोजमर्रा की 33 चीजों पर लगने वाले जीएसटी को 18 फीसदी से कम करने का फैसला किया गया है। बैठक के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद की बैठक में 33 वस्तुओं से टैक्स की दर घटाने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही, उन्होंने कहा कि करीब दो दर्जन से अधिक वैसे आइटम्स की टैक्स दरों में कटौती की गयी है, जिसकी खरीद करने पर अभी तक 18 फीसदी जीएसटी का भुगतान करना पड़ रहा है। हालांकि, पेट्रोल पर जीएसटी पहले की ही तरह लगता ही रहेगा।
उन्होंने कहा कि फिटमेंट कमेटी ने रोजमर्रा की तीन दर्जन से अधिक चीजों पर टैक्स की दरों में कटौती करने को लेकर परिषद के सदस्यों में सहमति बन गयी है। उन्होंने कहा कि करीब 33 आइटम्स पर लगने वाले 18 फीसदी टैक्स को घटाकर 12 या पांच फीसदी करने का फैसला लगभग किया जा चुका है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि सात आइटम्स को 28 फीसदी स्लैब से 18 फीसदी के टैक्स स्लैब में लाया गया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने विलासिता की चीजों को छोड़कर अन्य सभी चीजो को 18 या इससे कम के स्लैब में लाने की मांग की है. उन्होंने यह नहीं बताया कि किस आइटम्स पर टैक्स में कितनी कटौती की गयी है।
सूत्रों के मुताबिक, एसी, टीवी, वॉशिंग मशीन आदि से टैक्स कटौती के जरिये मध्य वर्ग को नये साल का तोहफा दिया जा रहा है. वहीं, सीमेंट पर टैक्स कटौती से निर्माण क्षेत्र को प्रोत्साहन देने की तैयारी है। जीएसटी के पांच टैक्स स्लैब 0, 8, 12, 18 और 28 फीसदी हैं। टैक्स अनुपालन को आसान बनाने और व्यापारियों को राहत देने संबंधी उपायों पर भी विचार हो रहा है.
सूत्रों के मुताबिक, शीतल पेय, सिगरेट, बीड़ी, तंबाकू उत्पाद, पान मसाला, धूम्रपान पाइप, वाहन, विमान, याट, रिवाल्वर और पिस्तौल और गैंबलिंग लॉटरी पर 28 फीसदी टैक्स लगता रहेगा।

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें