बुधवार, 28 फ़रवरी 2018

अचानक अशोक गहलोत पहली बार बजट सत्र में विधानसभा पहुंचे और सबको चौंका दिया

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज पहली बार बजट सत्र में विधानसभा पहुंचे....सदन में पहुंचते ही कांग्रेस विधायकों के साथ कुछ सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भी मेज थपथपाकर गहलोत का अभिवादन किया....संसदीय कार्यमंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने गहलोत के आते ही कहा कि आज सदन में बदली से चांद निकला है.....इस पर भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि चांद तो दो प्रकार के होते हैं एक दूज का औऱ दूसरा चौथ का चांद.....फिर गहलोत ने बोलते हुए कहा कि मेरी गैरमूजौदगी में आपने मुझे याद किया लिहाजा आपकी बात की सम्मान के लिए मैं आया हूं.....गहलोत ने कहा कि हमारे विधायकों ने आपकी धज्जियां उड़ा दी है...बाद में गहलोत से नेता प्रतिपक्ष डूडी के कमरे में घनश्याम तिवाड़ी ने चर्चा की....तिवाड़ी की गहलोत से मंत्रणा के कईं मायने निकाले जा रहे है....बाहर मीडिया से बातचीत करते हुए गहलोत ने राजे औऱ मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला....गहलोत ने बजट में की गई घोषणाओं को महज ख्याली पुलाव बताया...वहीं गहलोत ने कार्ति चिदरम्ब की गिरफ्तारी को गलत बताया......वहीं गहलोत ने मोदी के झुंझुनूं के दौरे और बेटी बचाओ बेटी बढाओ अभियान को महज बातें करने का हथकंडा करार दिया...


लगातार सदन की कार्यवाही से दूरी बनाए हुए पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस के दिग्गज नेता अशोक गहलोत आज आखिरकार अपनी हाजिरी देने विधानसभा पहुंचे।

राजस्थान विधानसभा में सत्ता पक्ष ने इस बार लगातार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सदन से दूरी के चलते विपक्ष को आड़े हाथों लिया है। चूंकि हर बार विधानसभा सत्र में अशोक गहलोत अक्सर नजर आते रहे हैं। लेकिन इस बार गहलोत ​बजट सत्र में दिखायी नही दिए।



आखिरकार आज अचानक अशोक गहलोत विधानसभा पहुच गये और सबको चौंका दिया। इस दौरान गहलोत ने औपचारिक रूप से तो कोई बात नही ​की लेकिन इतना जरूर कहा कि बार-बार सदन में यह बात उठ रही थी कि मैं सदन में क्यों नही आ रहा, तो आज आ गया।

बीते कई दिनों से अशोक गहलोत ​बीमार भी रहे इसके अलावा लगातार दौरों के चलते वो सदन में नही आ सके, लेकिन आज गहलोत ने देर से ही सही लेकिन विधानसभा में पहुंचकर अपनी हाजिरी लगवाई।



दरअसल, पांच फरवरी से शुरू हुए विधानसभा के बजज सत्र में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सदन की की कार्यवाही से दूरी बना रखी थी। वहीं उपचुनाव में जीत के बाद कांग्रेस के कई नेता चाहे वो नेता प्रतिपक्ष हों या फिर नव निर्वाचित विधायक, सदन की कार्यवाही से दूर ही रहे।

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