बुधवार, 28 फ़रवरी 2018

मुस्लिम महिलाओं की नासमझी है -जैन मुनि तरूण सागर

जयपुर। केंद्र सरकार की ओर से लोकसभा में पारित किए जा चुके तीन तलाक बिल का विरोध तेज हो गया है।  मुस्लिम समुदाय की महिलाओं ने तीन तलाक बिल के विरोध में राजधानी जयपुर में खामोश जुलूस निकाला। वहीं जैन मुनि तरूण सागर ने इस मुस्लिम महिलाओं की नासमझी करार दिया है।

ट्रिपल तलाक बिल के विरोध में राजधानी के चार दरवाजा क्षेत्र से मोती डूंगरी रोड स्थित मुस्लिम मुसाफिर खाने तक खामोश जुलूस निकाला गया। जिसमें हजारों की संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने हाथों में तख्तियां लेकर बिल को वापस लेने की मांग की।


आपको बता दें कि इस मामले पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड का कहना है कि ट्रिपल तलाक बिल की धारा-2 के मुताबिक एक साथ तीन तलाक नहीं होगा। जबकि धारा-3 में तीन तलाक पर तीन साल की सजा का प्रावधान है। ऐसे में मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि पति के जेल जाने के बाद तीन साल तक बीवी और बच्चों का खर्चा कौन उठाएगा।

वहीं महिलाओं का विरोध इस बात का भी है कि दुनिया में कानून बनाने से पहले लोगों की राय ली जाती है, लेकिन ट्रिपल तलाक बिल के मामले में समाज के विरोध को भी दरकिनार कर दिया है। जुलूस के हुजूम को देखते हुए जयपुर पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात किए।



वहीं जैन मुनि तरूण सागर ने​ ट्रिपल तलाक बिल को सही बताते हुए कहा कि ट्रिपल तलाक मुस्लिम महिलाओं के साथ अत्याचार है और जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं वो महिला विरोधी हैं। उन्होंने मुस्लिम महिलाओं की ओर से निकाले गए खामोश जुलूस पर कहा कि मुस्लिम महिलाओं ने दिमाग से काम नहीं लिया है। कुछ कट्टरपंथी लोग महिलाओं को बर्गलाने का काम कर रही है।जबकि सरकार का ये बिल मुस्लिम महिलाओं के हित में है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें