सोमवार, 5 फ़रवरी 2018

सरकार के विवादित बिल को लेकर सदन में हंगामा

राठौड़ ने कानून को प्रासंगिक बताया और तिवाड़ी पर हमला बोलते हुए कहा कि आप अनर्गल बोलकर मीडिया में सुर्खियों में रहना चाहते हो और आपका कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना है 


राजस्थान विधानसभा के पहले दिन राजस्थान में काले कानून को लेकर जोरदार बहस और जमकर हंगामा हुआ। भाजपा के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने अपनी ही सरकार को घेरा और बहस के दौरान कहा कि अनर्गल तो यह कानून और तुम्हारी सरकार हो गई है। इस पर संसदीय कार्य मंत्री ने तिवाड़ी से कहा की आप अनर्गल बातों से सुर्खियां बटोरना चाहते हैं, आपकी कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना है।
विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद काले कानून को लेकर गठित प्रवर समिति का समय बढ़ाने का प्रस्ताव जैसे ही गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने सदन में रखा, संसदीय कार्य मंत्री राजेंद्र राठौड़ और वरिष्ठ भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी के बीच जमकर बहस हुई।
एक-दूसरे पर लगाए आरोप

राजेन्द्र सिंह राठौड़
 तिवाड़ी ने व्यवस्था का प्रश्न उठाते हुए काले कानून को लेकर विरोध जताया।  तिवारी ने कहा कि पिछले सत्र में ऑर्डिनेंस के जरिए बिल लाया गया था, लेकिन अद्यादेश की 42 दिन की अवधि समाप्त हो चुकी है। इससे ये बिल स्वतः ही समाप्त हो गया है, फिर बिल पर चर्चा को लेकर गठित प्रवर समिति का औचित्य नहीं रह जाता। 

 राठौड़ ने कानून को प्रासंगिक बताया और तिवाड़ी पर हमला बोलते हुए कहा कि आप अनर्गल बोलकर मीडिया में सुर्खियों में रहना चाहते हो और आपका कहीं पर निगाहें और कहीं पर निशाना है। इस पर तिवाड़ी ने  कहा कि अनर्गल तो काला कानून और तुम्हारी सरकार है।

सरकार के विवादित बिल को लेकर हंगामा

भारी हंगामे के बीच गृहमंत्री कटारिया भी खड़े हो गए और कहा कि तिवाड़ी जी आप बहुत विद्धान हैं लेकिन आप सुन लीजिए। सदन ने प्रवर समिति को दो बिल सौंपे थे।  जिनमें से एक कैदियों की जेल से वीडियो कांफ्रेंस के जरिए पेशी का था। जिस पर मंथन हो चुका है।  जल्द सदन में रखा जाएगा। जबकि दूसरा जिसको आप काला कानून बात रहे है और मीडिया और अधिकारियों से संबंधित था। उस पर अभी प्रवर समिति चर्चा नहीं कर सकी है इसलिए समय बढ़ाया जा रहा है।

कटारिया ने कहा कि बिल काम में नहीं आ रहा है तो तुरंत कांग्रेस के गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बिल तो काम में आ गया। तभी  उपचुनाव में भाजपा 17 पर 0 हो गई यह कहते भारी हंगामा हुआ और सत्ता पक्ष ने प्रवर समिति के समय बढ़ाने के प्रस्ताव पारित कर दिया। गौरतलब है इस उपचुनाव में 2 लोकसभा सीटों के विधानसभा वार आए आंकड़े में भाजपा सभी 17 सीटों पर कांग्रेस से पिछड़ी थी।

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